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Donald Trump Oath Ceremony: अमेरिका में राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह क्यों होता है दान के पैसों से
Donald Trump Oath Ceremony: अमेरिका में राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह क्यों होता है दान के पैसों से
Authored By: गुंजन शांडिल्य
Published On: Monday, January 20, 2025
Updated On: Monday, January 20, 2025
अमेरिका में राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह दान के पैसे से होता है. यहां राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण के लिए बनने वाली उद्घाटन समिति दान की राशि इकट्ठा करती है. ट्रंप के शपथ ग्रहण के लिए अब तक 170 मिलियन डॉलर से अधिक दान मिल चुका है. अब तक का यह सबसे अधिक दान है.
Authored By: गुंजन शांडिल्य
Updated On: Monday, January 20, 2025
हाईलाइट
- ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोहों के लिए 170 मिलियन डॉलर से अधिक मिला दान.
- यह दान 200 मिलियन डॉलर के आंकड़ें को छू सकता है.
- अब तक के इतिहास में सबसे अधिक दान मिला है, ट्रंप के उद्घाटन समिति को.
- मेटा, अमेजन, एपल जैसी बड़ी कंपनियों ने दिया है दान.
- दान के पैसे से होता है, अमेरिकी राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह.
Donald Trump Oath Ceremony: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आज यानी 20 जनवरी को शपथ ले रहे हैं. भारतीय समयानुसार रात साढ़े दस बजे ट्रंप राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे. लेकिन क्या आपको पता है कि अमेरिकी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण से संबंधित समारोह दान के पैसों से होता है. इन समारोहों के लिए अमेरिकी लोगों से चंदा लिया जाता है. इस चंदे के इतिहास में डोनाल्ड ट्रंप को अब तक का सबसे अधिक दान मिला है. अब तक की जानकारी के मुताबिक डोनाल्ड ट्रंप उद्घाटन समिति को 18 जनवरी तक 170 मिलियन डॉलर से अधिक का चंदा मिल चुका है. दानकर्ता अभी भी दान कर रहे हैं. लगातार मिल रहे दान को देखते हुए संभावना है कि दान की 200 मिलियन डॉलर के आंकड़ें को छू लेगी या उससे अधिक भी हो सकती है. उद्घाटन समिति शपथ ग्रहण के शुरू होने के पहले तक दान लेती है.
ट्रंप को पहले कार्यकाल से भी ज्यादा दान
इस बार ट्रंप के पहले कार्यकाल से भी अधिक चंदा इकट्ठा हुआ है. ट्रंप के पहले कार्यकाल में 107 मिलियन डॉलर दान मिला था. यह राशि उस समय का सबसे अधिक दान था. यानि ट्रंप ने अपने ही पिछले रिकॉर्ड को तोड़ा है. वर्ष 2021 में राष्ट्रपति जो बाइडेन को मात्र 62 मिलियन डॉलर दान मिला था.बराक ओबामा अपने दो शपथ ग्रहण समारोह को मिलाकर भी 100 मिलियन डॉलर नहीं जुटा पाए थे. उन्हें पहले शपथ ग्रहण के समय (वर्ष 2009 में) मात्र 53 मिलियन डॉलर दान मिला था. वहीं दूसरे शपथ ग्रहण समारोहों के लिए (2013 में) 44 मिलियन डॉलर दान मिला था.
दान का पैसा कहां होता है खर्च
दान में मिलने वाला यह पैसा राष्ट्रपति के सिर्फ शपथ ग्रहण समारोह पर नहीं होता है. दरअसल, अमेरिका में राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह का कार्यक्रम तीन दिनों तक चलता है. इसमें कई तरह के खर्च होते हैं. मसलन, मंच की साज-सज्जा, प्रेसीडेंशियल हाउस की सजावट, परेड, डिनर, बॉल्स, रिसेप्शन, राष्ट्रपति और उनके अतिथियों के रूकने आदि के लिए होटल खर्च, शपथ ग्रहण से संबंधित तीन दिनों तक होने वाले सभी कार्यक्रमों का खर्च राष्ट्रपति की उद्घाटन समिति ही उठाती है.
कब कितना हुआ खर्च
एक रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2017 में ट्रंप के पहले शपथ ग्रहण में 200 मिलियन डॉलर खर्च हुआ था. तब 107 मिलियन डॉलर दान मिला था. 2013 में बराक ओबामा के दूसरे शपथ ग्रहण में 170 मिलियन खर्च हुआ था. तब दान से मात्र 44 मिलियन डॉलर इकट्ठा हुआ था. दान से अधिक खर्च होने पर शेष राशि अमेरिकी संसद की जॉइंट कांग्रेस कमिटी देती है.
कौन दे सकता है दान
अमेरिकी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोहों के लिए दान सिर्फ अमेरिकी नागरिक ही कर सकते हैं. वर्ष 1971 के संघीय चुनाव अभियान अधिनियम के तहत विदेशी नागरिकों से दान स्वीकार करने पर प्रतिबंध लगाया गया है. साथ ही विदेशी नागरिकों को ऐसे दान करने या देने का प्रयास करने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है. राष्ट्रपति की उद्घाटन समिति, निगमों और श्रम संगठनों से भी दान के लिए धन स्वीकार कर सकती है.
इस दान के क्या हैं नियम
इस दान के लिए मिलने वाले धन की निगरानी अमेरिका का संघीय चुनाव आयोग (FEC) करता है. आयोग की यह अधिकार यूएस कोड के कानून 36, खंड 510 में प्राप्त है. इसके तहत उद्घाटन समिति को शपथ ग्रहण के 90 दिनों के भीतर FEC को एक शपथ पत्र देना होता है. इसमें $200 या उससे अधिक मूल्य के किसी भी दान का खुलासा करना अनिवार्य किया गया है. फाइल में दान की राशि, दान की तिथि और दाता का नाम और पता बताना होता है. दान की कोई सीमा निर्धारित नहीं है.
दान का खर्च पारदर्शी नहीं
शपथ ग्रहण के मिले दान को कैसे खर्च किया जाता है, अमेरिका में यह पारदर्शी नहीं है. अब लोग इसकी पारदर्शिता की मांग करने लगे हैं. नेवादा से डेमोक्रेटिक सीनेटर कैथरीन कॉर्टेज़ मैस्टो ने हाल ही में संसद में एक बिल पेश किया है. इन्होंने वर्ष 2018 में भी इससे संबंधित बिल पेश किया था. इस बिल में कहा गया है कि उद्घाटन समितियों को $200 या उससे अधिक का भुगतान करने वाले प्रत्येक व्यक्ति का नाम और पता बताना होगा. साथ ही प्रत्येक खर्च का भी लेखा-जोखा देना होगा.
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