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पुर्तगाल में फिर से राजनीतिक अस्थिरता, क्या हैं कारण?
पुर्तगाल में फिर से राजनीतिक अस्थिरता, क्या हैं कारण?
Authored By: गुंजन शांडिल्य
Published On: Monday, March 17, 2025
Updated On: Monday, March 17, 2025
पुर्तगाल के प्रधानमंत्री लुइस मोंटेनेग्रो ने पिछले सप्ताह संसद में विश्वास मत खो दिया. इसके बाद मोंटेनेग्रो की सरकार गिर गई. पिछले तीन सालों में पुर्तगाल में तीसरी बार सरकार गिरी है. इसी के साथ पुर्तगाल फिर से राजनीतिक अनिश्चितता की ओर चला गया है. हालांकि सूत्रों का कहना है कि अंदरखाने नई सरकार के गठन की कवायद भी जारी है.
Authored By: गुंजन शांडिल्य
Updated On: Monday, March 17, 2025
हाईलाइट
- पिछले सप्ताह पुर्तगाल के प्रधानमंत्री लुइस मोंटेनेग्रो ने संसद में विश्वास मत खो दिया.
- प्रधानमंत्री लुइस मोंटेनेग्रो की सरकार अल्पमत की सरकार थी.
- एक साल से भी कम समय तक लुइस मोंटेनेग्रो प्रधानमंत्री रहे.
- अब नई सरकार बनाने की कवायद हुई तेज, राष्ट्रपति सूसा हुए सक्रिय.
Portugal Politics: पुर्तगाल अपने लोकतंत्र के 50 सालों के इतिहास में राजनीतिक अस्थिरता का सबसे बुरा दौर देख रहा है. तीन सालों के अंदर यहां तीन सरकार बनी फिर चली भी गई. प्रधानमंत्री लुइस मोंटेनेग्रो पिछले कुछ महीनों से अल्पमत की सरकार चला रहे थे. उन पर एक पारिवारिक फर्म को लाभ पहुंचाने का आरोप लगा. आरोप लगने के बाद प्रधानमंत्री मोंटेनेग्रो ने पुर्तगाली संसद में अपना विश्वास मत पेश किया. उन्हें उम्मीद थी कि वे विश्वास मत हासिल कर लेंगे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. विपक्षी दलों ने उन्हें सत्ता से हटाने के लिए आपस में हाथ मिला लिया, जिससे वे सदन में विश्वास खो दिए.
कैसे गिरी मोंटेनेग्रो की सरकार?
प्रधानमंत्री मोंटेनेग्रो पर एक पारिवारिक कानून फर्म के संबंध में संभावित हितों के टकराव का आरोप लगा था. उनके इस पारिवारिक फर्म को एक ऐसी कंपनी (गैंबलिंग कंपनी) से भुगतान मिल रहा था, जिसे मोंटेनेग्रो सरकार से कई छूट मिली हुई थी. इस आरोप के बाद उन्होंने संसद में विश्वास मत के लिए खुद को पेश कर दिया. मोंटेनेग्रो ने पुर्तगाल में राजनीतिक अनिश्चितता को दूर करने के लिए विश्वास मत रखा लेकिन राजनीतिक अनिश्चितता खत्म होने के बजाए बढ़ गई.
अब क्या होगा?
मोंटेनेग्रो की सरकार गिरने के बाद पुर्तगाली राष्ट्रपति मार्सेलो रेबेलो डी सूसा सक्रिय हो गए हैं. विभिन्न पार्टियों के प्रमुखों और सांसदों से उन्होंने बातचीत शुरू कर दी है. यदि बातचीत नई सरकार बनाने को लेकर सकारात्मक रहती है तो बहुत जल्द नई सरकार बनेगी. यदि पार्टियां सरकार बनाने के पक्ष में नहीं होंगी तो राष्ट्रपति सूसा बातचीत पूरी होने के बाद संवैधानिक प्रक्रियाओं के अनुसार औपचारिक रूप से सदन को भंग करने और नए चुनावों की घोषणा करेंगे. पुर्तगाल के कई राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि देश में नए सिरे से चुनाव होगा. इन्हें उम्मीद है कि मई में मतदान हो सकता है.
क्या कहते हैं मोंटेनेग्रो?
निवर्तमान प्रधानमंत्री मोंटेनेग्रो ने अपने ऊपर लगे आरोपों को नकार दिया है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने कोई गलत कार्य नहीं किया है. इसलिए मैं फिर से चुनाव लडूंगा और अपना पद वापस पाने की कोशिश करूंगा.
मोंटेनेग्रो की बढ़ेगी परेशानी
निवर्तमान प्रधानमंत्री मोंटेनेग्रो पर आरोप लगने के बाद उनके समर्थकों की संख्या में कुछ कमी आई है. इसके अलावा इन्हें कई अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. विपक्षी दलों ने मोंटेनेग्रो से और अधिक विस्तृत स्पष्टीकरण की मांग कर रहे हैं. इसके अलावा पुर्तगाल की समाजवादी पार्टी एक संसदीय जांच चाहती है. यदि जांच कराई जाती है तो महीनों तक मोंटेनेग्रो की परेशान बढ़ी रहेगी.
पुर्तगाल में राजनीतिक अस्थिरता क्यों?
पुर्तगाल ने 1974 में कार्नेशन क्रांति के जरिये चार दशक की तानाशाही को खत्म कर लोकतांत्रिक प्रणाली को अपनाया था. लेकिन लोकतांत्रिक देश बनने के बाद से अब तक पुर्तगाल ने अब तक ऐसी राजनीतिक अस्थिरता नहीं देखा था. राजनीतिक अस्थिरता के कारण यहां प्रशासन कमजोर हो गया है. लगातार दो अल्पमत सरकारें अपने चार साल के कार्यकाल को पूरा नहीं कर पाई. मोंटेनेग्रो के पहले एंटोनियो कोस्टा ने 2023 में अपने एक स्टाफ पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने और उसकी जांच शुरू होने पर अचानक प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. जबकि आरोप उन पर नहीं था. लेकिन कोस्टा ने राजनीतिक जिम्मेदारी के तौर पर तुरंत पद छोड़ दिया. इससे उनकी खूब प्रशंसा हुई. तब से वे यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष हैं.