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Chandra Grahan 2025 : ध्यान और जप करने का समय है चंद्रग्रहण
Chandra Grahan 2025 : ध्यान और जप करने का समय है चंद्रग्रहण
Authored By: स्मिता
Published On: Wednesday, March 12, 2025
Updated On: Wednesday, March 12, 2025
Chandra Grahan 2025 : वर्ष का पहला चंद्रग्रहण 14 मार्च 2025 को लग रहा है. होली के दिन चंद्रग्रहण लगने के कारण यह आध्यात्मिक दृष्टिकोण से भी ख़ास होगा. इस समय जप, मंत्र जाप और ध्यान लगाने जैसे आध्यात्मिक अभ्यास विशेष फलदायी होते हैं.
Authored By: स्मिता
Updated On: Wednesday, March 12, 2025
Chandra Grahan 2025 : 2025 का पहला चंद्रग्रहण 14 मार्च को लगने जा रहा है. यह पूर्ण चंद्रग्रहण (Full Moon Lunar Eclipse 2025) होगा. पूर्ण चंद्रग्रहण के कारण चंद्रमा लाल रंग का हो जाएगा. इसे ब्लड मून (Blood Moon) के नाम से जाना जाता है. हालांकि यह चंद्रग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. यह इसलिए भी ख़ास है कि इसी दिन होली है. आध्यात्मिक अभ्यास करने के लिए यह समय विशेष रूप से लाभकारी है. जप, ध्यान और मंत्र जप जैसे महत्वपूर्ण अभ्यास इस समय किए जा सकते हैं. ज्योतिषीय विशेषज्ञों के अनुसार, ग्रहण के समय (Chandra Grahan 2025 ) यात्रा करने या लंबी यात्राएं शुरू करने से बचना चाहिए.
बेहतरीन खगोलीय नज़ारा (great astronomical view)
13-14 मार्च, 2025 को पूर्ण चंद्रग्रहण के कारण चंद्रमा लाल रंग का हो जाएगा. यह चंद्रमा ‘ब्लड मून (Blood Moon) ‘ कहलाता है. यह भारत में तो नहीं दिखेगा, लेकिन उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका में इसका अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा. यह घटना अमेरिका के अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग समय पर दिखाई देगी, जो आकाशीय घटनाओं पर नज़र रखने वाले के लिए एक बेहतरीन खगोलीय नज़ारा पेश करेगी.
भारत में चंद्रग्रहण 2025 (Lunar Eclipse 2025 in India)
वर्ष 2025 का पहला चंद्रग्रहण 14 मार्च को होगा, लेकिन यह भारत में दिखाई नहीं देगा. दूसरा चंद्रग्रहण 7-8 सितंबर को हो सकता है, जो भारत से दिखाई देगा. भले ही पूर्ण चंद्रग्रहण भारत से दिखाई नहीं देगा, लेकिन यह दुनिया भर के खगोल विज्ञान के प्रति उत्साही लोगों के लिए एक असाधारण घटना है. 14 मार्च को दुनिया भर के लोग होली के त्योहार का जश्न मनाते हुए इस विस्मयकारी खगोलीय घटना को देख पाएंगे.
चंद्रग्रहण 2025 समय (Chandra Grahan 2025 Timing)
इस बार चंद्रमा 14 मार्च, शुक्रवार को सुबह 3:57 बजे UTC (9:27 बजे IST) और 10 बजे UTC (3:30 बजे IST) के बीच पृथ्वी की छाया से गुजरेगा। संपूर्ण चंद्र सतह सुबह 6:26 बजे यूटीसी (1:56 बजे आईएसटी) से सुबह 7:21 बजे यूटीसी (12:51 बजे आईएसटी) तक लाल रहेगी।
ध्यान और जप की अवधि (Meditation in Chandra Grahan)
विज्ञान की दृष्टि से देखने पर चंद्र ग्रहण के कारण चंद्रमा की सतह से सूर्य की किरणों के अचानक हटने पर यहां की मिट्टी ठंडी हो जाएगी. इसलिए मिट्टी की हीट कंडक्टिविटी और इसकी संरचना के बारे में जानकारी मिल सकती है. आध्यात्मिक दृष्टिकोण से चंद्र ग्रहण को चिंतन और आध्यात्मिक अभ्यासों वाली अवधि के रूप में माना जाता है. कुछ संस्कृतियों में लोग यह मानते हैं कि चंद्र ग्रहण ध्यान, जप और आध्यात्मिक विकास के लिए एक बेहतरीन समय है.
चंद्रग्रहण का आध्यात्मिक महत्व (Spiritual Significance of Chandra Grahan)
हिंदू धर्म में चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना से कहीं अधिक है. यह जीवन में निरंतर परिवर्तन और चीजों के प्राकृतिक उतार-चढ़ाव की याद दिलाता है. चंद्रमा को स्त्रीत्व, मातृत्व और पोषण ऊर्जा के प्रतीक के रूप में देखा जाता है. इसकी कोमल चमक को अक्सर सूर्य की कठोर और पौरुष के साथ तुलना की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, चंद्रग्रहण के दौरान कोई भी शुभ कार्य से बचना चाहिए.
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