Freedom from Tension: ऑफिस में बेहतर परफॉर्मेंस के लिए तनाव से कैसे मिल सकती है आजादी
Authored By: स्मिता
Published On: Monday, August 11, 2025
Updated On: Monday, August 11, 2025
तनाव के कारण हमारा आत्मविश्वास कम होता है और हमारा काम गड़बड़ा जाता है. ऑफिस में बेहतर परफॉर्मेंस करना चाहते हैं, तो जानें तनाव से कैसे मिल सकती है आजादी.
Authored By: स्मिता
Updated On: Monday, August 11, 2025
Freedom from Tension: किसी भी इंसान का इमोशनल, साइकोलॉजिकल और सोशल वेल बीइंग उसके मानसिक स्वास्थ्य को दर्शाता है. यह हमारे सोचने, महसूस करने और कार्य करने के तरीके को प्रभावित करता है. जीवन के हर चरण में मानसिक स्वास्थ्य की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. हम तनाव को कैसे संभालते हैं, दूसरों से कैसे जुड़ते हैं और एक स्वस्थ विकल्प का कैसे चुनाव करते हैं, यह सब मेंटल हेल्थ पर निर्भर करता है. मेंटल हेल्थ मजबूत होने पर वर्कप्लेस पर परफोर्मेंस भी बेहतर होती है. जानते हैं तनाव से कैसे मिल सकती है आजादी.
क्यों जरूरी है वर्कप्लेस पर मेंटल हेल्थ का मजबूत होना
जब हमारा मानसिक स्वास्थ्य मजबूत होता है, उससे क्रिएटिविटी बढ़ती है. हम टीम के साथ बेहतर तालमेल बना पाते हैं. इन सबसे हमारा वर्क परफॉर्मेंस बेहतर होता है. अगर दफ्तर में सपोर्ट नहीं मिलता है, तो मानसिक बीमारियां हो सकती हैं. व्यक्ति का आत्मविश्वास डगमगा सकता है.
बेहतर परफोर्मेंस के लिए कैसे पाएं तनाव से मुक्ति
1. अपनी भावनाओं को साझा करें
अगर वर्कप्लेस पर कोई परेशानी है, तो अपनी भावनाओं को दबाने की बजाय उसे सहयोगियों के साथ साझा करें. समस्या के बारे में बात करना कहीं से भी कमजोरी की निशानी नहीं है. कार्यस्थल पर भावनाओं के बारे में बात करना कठिन हो सकता है. आपके पास ऐसे सहकर्मी हैं, जिनसे आप बात कर सकती हैं, तो निःसंकोच करें. किसी ऐसे व्यक्ति के साथ बात करें जिसके साथ आप सहज महसूस करती हैं. जो आपकी भावनाओं को समझने के काबिल हो.
2. नियमित एक्सरसाइज करें
नियमित एक्सरसाइज करने से सेल्फ कॉन्फिडेंस बढ़ता है. फोकस होकर काम कर पाती हैं. अच्छी नींद आने से आप रिफ्रेश महसूस करती हैं. ध्यान रहे कि एक्सरसाइज करने का मतलब सिर्फ कोई स्पोर्ट्स खेलना या जिम जाना नहीं है. हार्वर्ड हेल्थ के अनुसार, ज्यादातर लोगों को हफ्ते में कम से कम पांच दिन लगभग 30 मिनट का एक्सरसाइज करना चाहिए. कामकाजी महिलाओं को दोपहर के लंच के बाद जरूर टहलना चाहिए. एक्सरसाइज मस्तिष्क में ऐसे केमिकल्स छोड़ता है, जिससे आप अच्छा महसूस करते हैं. इससे एकाग्रता में मदद मिलती है.
3. अच्छी तरह खाएं
भोजन हमारी भावनाओं को प्रभावित कर सकता है. जो आहार हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा है, वह हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा होता है. वर्कप्लेस पर खाने का स्वस्थ पैटर्न बनाए रखना कठिन हो सकता है. इसके बावजूद नियमित भोजन करना और भरपूर पानी पीना जरूरी है. भोजन के लिए एक निश्चित समय निर्धारित करें. लंच के लिए घर का भोजन सबसे अच्छा होता है. कोशिश करें कि अपनी डेस्क से दूर जाकर खाएं. चाहें तो अपने वर्कप्लेस पर कोई लंच क्लब ज्वाइन कर सकती हैं जहां आपको दूसरों के साथ लंच शेयर करने का मौका मिलेगा. तनाव दूर करने के लिए कैफीन और परिष्कृत चीनी कम करें या छोड़ने का प्रयास करें. अपने खाने में फलों और सब्जियों और नट्स को शामिल करें. जितना शुद्ध एवं पौष्टिक आहार होगा, उतना ही मन शांत होगा.
4. परिवार एवं दोस्तों के संपर्क में रहें
रिश्ते हमारे मानसिक स्वास्थ्य की कुंजी हैं. वर्कप्लेस पर हमारी टीम जितना सपोर्टिव होगी, उतना ही हमारा मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहेगा. हमारे पास यह विकल्प नहीं होता है कि हम किसके साथ काम करें. यदि हम अपने मैनेजर्स या सहकर्मियों से ठीक से संवाद नहीं कर पाते हैं, तो गलतफहमी होने से स्ट्रेस बढ़ सकता है. ऐसे में किसी सलाहकार या भरोसेमंद सहयोगियों का एक छोटा समूह ढूंढना अच्छा रहेगा, जिसके साथ आप अपनी भावनाओं के बारे में बात कर सकें. वर्क-लाइफ बैलेंस महत्वपूर्ण है. ऑफिस से घर लौटने पर फैमिली मेंबर्स के साथ समय बिताएं.
5. काम के बीच से ब्रेक लें
मन तनाव में रहता हो, तो वह मानसिक बीमारी का कारण बन सकता है. ऐसे में अच्छा रहेगा कि काम के बीच से ब्रेक लें. आप यात्रा पर जा सकते हैं, कोई किताब पढ़ सकते हैं या पॉडकास्ट सुन सकते हैं. वीकेंड्स पर कुछ नया एक्सप्लोर करने की कोशिश कर सकते हैं. मन को कुछ मिनट रिलैक्स रखकर आप खुद को तनावमुक्त कर सकते हैं.
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