मीराबाई चानू की दमदार वापसी, कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में जीता गोल्ड मेडल

Authored By: Ranjan Gupta

Published On: Tuesday, August 26, 2025

Updated On: Tuesday, August 26, 2025

Mirabai Chanu Commonwealth Gold मीराबाई चानू गोल्ड मेडल.

टोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता मीराबाई चानू ने अहमदाबाद में आयोजित कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में 48 किग्रा वर्ग का गोल्ड मेडल जीतकर शानदार वापसी की. उन्होंने कुल 193 किग्रा वजन उठाकर नए रिकॉर्ड बनाए और ग्लासगो 2026 कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए क्वालीफाई किया.



Authored By: Ranjan Gupta

Updated On: Tuesday, August 26, 2025

Mirabai Chanu Commonwealth Gold: भारतीय वेटलिफ्टिंग की शान मीराबाई चानू ने एक बार फिर अपने दमदार प्रदर्शन से देश का नाम रोशन किया है. पेरिस ओलंपिक के बाद पहली बार बड़े मंच पर उतरी चानू ने अहमदाबाद में आयोजित कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर न केवल वापसी का ऐलान किया, बल्कि स्नैच, क्लीन एंड जर्क और कुल वजन में नए रिकॉर्ड भी बनाए.

48 किग्रा वर्ग में यह जीत उनके करियर का एक और सुनहरा अध्याय साबित हुई, जिसने उन्हें सीधे 2026 ग्लासगो कॉमनवेल्थ गेम्स का टिकट दिला दिया. लंबे समय से इंजरी के कारण अंतरराष्ट्रीय मंच से दूर रहीं चानू के लिए यह गोल्ड मेडल आत्मविश्वास और नई ऊर्जा लेकर आया है.

राष्ट्रमंडल खेलों के लिए चानू ने किया क्वालीफाई

गोल्ड मेडल अपने नाम करने के साथ ही मीराबाई चानू ने 2026 में ग्लासगो में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों के लिए सीधा क्वालीफिकेशन हासिल कर लिया. वहीं मलेशिया की आइरीन हेनरी (161 किग्रा) ने रजत और वेल्स की निकोल रॉबर्ट्स (150 किग्रा) ने कांस्य पदक जीता. पेरिस ओलंपिक के बाद पहली बार किसी बड़े टूर्नामेंट में उतरी चानू ने शानदार अंदाज में वापसी की और स्वर्ण पदक जीतकर देश को गर्व महसूस कराया.

मालूम हो कि चानू के अलावा राष्ट्रीय खेलों के चैंपियन ऋषिकांत सिंह ने पुरुषों के 60 किग्रा वर्ग में 271 किग्रा (120 किग्रा + 151 किग्रा) के कुल प्रयास के साथ दिन का दूसरा स्वर्ण पदक जीता. वहीं सौम्या दलवी ने जूनियर वर्ग में स्वर्ण पदक जीता.

अपनी जीत पर जताई खुशी

अपनी जीत के बाद चानू ने कहा, “मैं इस गोल्ड मेडल को जीतकर बेहद खुश हूं. पेरिस ओलंपिक के बाद एक साल बाद देश में खेलना मेरे लिए बहुत खास रहा. यह सफलता मेरे लगातार किए गए अभ्यास, कोचों के मार्गदर्शन और समर्थकों की दुआओं का नतीजा है. आने वाले अक्टूबर में होने वाली विश्व चैंपियनशिप के लिए यह जीत मेरे आत्मविश्वास को और मजबूत करेगी.”

48 किग्रा वर्ग में बनाया इतिहास

पेरिस ओलंपिक के बाद चोटिल होने की वजह से चानू कई बड़ी प्रतियोगिताओं में हिस्सा नहीं ले सकी थीं. यहां तक कि पेरिस ओलंपिक में भी वह पदक से चूक गई थीं. उस समय 49 किग्रा वर्ग में उन्होंने कुल 199 किग्रा (88 किग्रा स्नैच + 111 किग्रा क्लीन एंड जर्क) भार उठाया था, लेकिन उन्हें मेडल नहीं मिल पाया.

बाद में अंतरराष्ट्रीय वेटलिफ्टिंग फेडरेशन ने 49 किग्रा वर्ग को ही हटा दिया. ऐसे में चानू ने फिर से 48 किग्रा वर्ग में कदम रखा. इस श्रेणी में वह पहले भी 2018 में खेल चुकी हैं और इस वर्ग में विश्व चैंपियन बनने का गौरव भी हासिल कर चुकी हैं.

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रंजन कुमार गुप्ता डिजिटल कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें डिजिटल न्यूज चैनल में तीन वर्ष से अधिक का अनुभव प्राप्त है. वे कंटेंट राइटिंग, गहन रिसर्च और SEO ऑप्टिमाइजेशन में माहिर हैं. शब्दों से असर डालना उनकी कला है और कंटेंट को गूगल पर रैंक कराना उनका जुनून! वो न केवल पाठकों के लिए उपयोगी और रोचक लेख तैयार करते हैं, बल्कि गूगल के एल्गोरिदम को भी ध्यान में रखते हुए SEO-बेस्ड कंटेंट तैयार करते हैं. रंजन का मानना है कि "हर जानकारी अगर सही रूप में दी जाए, तो वह लोगों की जिंदगी को प्रभावित कर सकती है." यही सोच उन्हें हर लेख में निखरने का अवसर देती है.
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