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बैंक या NBFC, कहां से पर्सनल लोन लेना बेहतर
बैंक या NBFC, कहां से पर्सनल लोन लेना बेहतर
Authored By: Suman
Published On: Monday, April 14, 2025
Updated On: Monday, April 14, 2025
कर्ज के लिए एक लोकप्रिय तरीका है पर्सनल लोन (Personal Loan) का जो आसानी से बिना किसी गारंटी या जमानत के मिल जाता है. लेकिन पर्सनल लोन कहां से लेना चाहिए, किसी बैंक से या NBFC से?
Authored By: Suman
Updated On: Monday, April 14, 2025
Bank or NBFC कौन है बेहतर : आजकल के महंगाई के जमाने में बहुत से लोगों के लिए आमदनी अठन्नी और खर्च रुपैया जैसे हालात हैं यानी आमदनी कम है और खर्च ज्यादा. ऐसे में बहुत से लोग कर्ज लेकर अपनी जरूरतें पूरी करते हैं. कर्ज या लोन के लिए एक बहुत ही लोकप्रिय तरीका है पर्सनल लोन (Personal Loan) का जो आसानी से बिना किसी गारंटी या जमानत के मिल जाता है. लेकिन पर्सनल लोन कहां से लेना चाहिए, किसी बैंक से या एनबीएफसी से? दोनों से लोन लेने के क्या नफा और नुकसान हैं? इसे समझते हैं.
बैंक (Bank) और गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (NBFC) दोनों ही पर्सनल लोन देते हैं.दोनों ही रिजर्व बैक (RBI) के रेगुलेशन के तहत संचालित होते हैं. बैंक को जमा लेने, पर्सनल लोन और अन्य तरह के लोन तथा अन्य वित्तीय सेवा व उत्पाद देने का अधिकार होता है. उस पर रिजर्व बैंक का बहुत सख्त रेगुलेशन लागू होता है. इसलिए ग्राहकों पर इनकी निर्भरता और भरोसा ज्यादा होता है. दूसरी तरफ, एनबीएफसी भी बैंकों की तरह लोन और अन्य ऋण सुविधाएं देते हैं. हालांकि वे डिमांड डिपॉजिट (Deposit) नहीं ले सकते.
बैंक से पर्सनल लोन लेने से क्या फायदा
बैंक अक्सर कम और स्थायी ब्याज दर पर पर्सनल लोन मुहैया करते हैं. खासकर अच्छे क्रेडिट स्कोर (Credit Score) वाले ग्राहकों को सस्ते दर पर लोन मिलता है. इससे अच्छी खासी बचत हो सकती है. बैंक आपको 6 महीने से लेकर पांच साल तक लोन किस्त में चुकाने के लिए फ्लेक्सिबल रीपेमेंट फेसिलिटी देते हैं. बैंक अक्सर फोरक्लोजर पर कोई पेनल्टी या चार्ज नहीं लगाते. फोरक्लोजर का मतलब कि आप समय से पहले अगर लोन चुकाना चाहें तो बिना झंझट के चुका सकते हैं.
क्या हैं नुकसान
बैंक पर्सनल लोन देने के मामले में काफी सख्त नियम-कायदे का पालन करते हैं. ये अच्छे क्रेडिट स्कोर की मांग कर सकते हैं और इनकम क्राइटेरिया के मामले में भी सख्त रहते हैं. इसके अलावा कई वजहों से बैंक अक्सर पर्सनल लोन मंजूर करने में ज्यादा समय लगाते हैं. हालांकि अब बैकों में भी ज्यादा प्रक्रिया डिजिटल हो जाने के कारण लोन लेने मंजूर होने में पहले के मुकाबले कम समय लगता है.
NBFC से पर्सनल लोन लेने के फायदे और नुकसान
एनबीएफसी पर्सनल लोन थोड़ी आसानी से देती हैं और एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया नरम रखती हैं. बैंक अक्सर नौकरी या कारोबार वालों को ही पर्सनल लोन देते हैं, लेकिन एनबीएफसी इस मामले में थोड़ा लचीला रुख अपनाती हैं.
एनबीएफसी अक्सर ग्राहकों की जरूरत के लिहाज से लिए कस्टमाइज्ड लोन देती हैं जैसे कि छोटी रकम का लोन या कुछ ही घंटों में तत्काल लोन. एनबीएफसी से लोन जल्द मंजूर हो जाते हैं और जल्द ही कर्ज लेने वाले के खाते में पैसा भी आ जाता है. इसकी वजह यह है कि इनमें तेज प्रोसेसिंग प्रक्रिया और कम पेपरवर्क होता है.
लेकिन इनसे लोन लेने का नुकसान यह है कि अक्सर ये बहुत ऊंची ब्याज दर लगाती हैं. ये असल में नरम शर्तों पर और आसानी से लोन देने का हर्जाना ज्यादा ब्याज दर लेकर वसूलती हैं.
कैसे करें चुनाव
सबसे पहले तो अपनी क्रेडिट रेटिंग देखकर यह देखें कि आप कितने मजबूत हैं. अगर आपकी क्रेडिट रेटिंग अच्छी है तो आप अच्छे तरीके से मोलभाव कर सकते या सकती हैं. कई बैंकों और एनबीएफसी के पर्सनल लोन की ब्याज दर और अन्य शर्तों की तुलना करें. आपकी जरूरत और चुकाने की क्षमता के हिसाब से जो सही लग रहा हो उसे ही चुनें. आप चयन से पहले किसी पर्सनल लोन कैलकुलेटर की मदद भी ले सकते है जिससे आपके लोन की लागत का पता चलता है और बेहतर वित्तीय प्रबंधन होता है.