नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से मिलेगी विकास को उड़ान

Authored By: विशेष संवाददाता, गलगोटियाज टाइम्स

Published On: Sunday, April 14, 2024

Categories: Business World

Updated On: Thursday, June 20, 2024

noida international airport

देश की राजधानी दिल्ली से सटे और यमुना एक्सप्रेस वे के पास तेजी से बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर) से दिल्ली एनसीआर के साथ-साथ पूरे देश के विकास को रफ्तार मिलने की उम्मीद है। इस एयरपोर्ट के कारण आज यीडा सिटी (यमुना प्राधिकरण एरिया) में निवेश करने के लिए दुनिया के कई देश [...]

देश की राजधानी दिल्ली से सटे और यमुना एक्सप्रेस वे के पास तेजी से बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर) से दिल्ली एनसीआर के साथ-साथ पूरे देश के विकास को रफ्तार मिलने की उम्मीद है। इस एयरपोर्ट के कारण आज यीडा सिटी (यमुना प्राधिकरण एरिया) में निवेश करने के लिए दुनिया के कई देश गहरी रुचि दिखा रहे हैं। इनमें अमेरिका, रूस, जापान, दक्षिण कोरिया आदि देशों की मल्टीनेशनल कंपनियां प्रमुख हैं।

उक्त देशों की गहरी रुचि को देखते हुए यमुना प्राधिकरण इस एरिया में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश यानी एफडीआई को बढ़ाने के लिए सेक्टर-4ए में कोरियन सिटी और सेक्टर-5ए में जापानीज सिटी विकसित करने जा रहा है। इससे इन देशों के निवेशकों को लुभाया जा सकेगा। इसके लिए यमुना प्राधिकरण (यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण-यीडा) ने जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। इसमें किसानों को दिए जाने वाले मुआवजे पर 2544 करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान है। इस खर्च के 50 प्रतिशत हिस्से की मांग उत्तर प्रदेश शासन से की गई है। उल्लेखनीय है कि यीडा द्वारा विकसित जाने वाले दोनों सेक्टर बहुउद्देशीय होंगे, जहां औद्योगिक एवं व्यावसायिक संस्थानों के अलावा शैक्षणिक संस्थान, आवासीय क्षेत्र, अस्पताल आदि जैसी समस्त आवश्यक सुविधाएं होंगी। 

उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष जापान और दक्षिण कोरिया के उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने यमुना प्राधिकरण और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट क्षेत्र का दौरा किया था और इसे उपयुक्त पाते हुए यहां निवेश की इच्छा जताई थी। तब से अब तक इन देशों की कंपनियों की तरफ से प्राधिकरण को कई प्रस्ताव मिल भी चुके हैं। इस क्षेत्र में एफडीआई की बड़ी संभावना को देखते हुए ही प्राधिकरण ने यीडा सिटी में अलग से जापानीज और कोरियन सिटी विकसित करने का निर्णय लिया था, ताकि दोनों देशों के उद्यमियों की आवश्यकता के अनुसार उपयुक्त इको सिस्टम विकसित किया जा सके। इस क्रम में प्राधिकरण द्वारा अब यीडा क्षेत्र के सेक्टर-4ए में बसाई जाने वाली कोरियन सिटी के लिए 365 हेक्टेयर एवं जापानीज सिटी के लिए 395 हेक्टेयर जमीन चिन्हित भी कर ली गई है। किसानों से जमीन अधिग्रहण पर आने वाले आनुमानित खर्च 2544 करोड़ रुपये का आधा यानी 50 प्रतिशत हिस्से (1272 करोड़ रुपये) की मांग उप्र शासन से की गई है। इस संबंध में प्राधिकरण द्वारा सरकार को अनुरोध पत्र भेजा जा चुका है। शेष 50 प्रतिशत धनराशि की व्यवस्था प्राधिकरण द्वारा वित्तीय संस्थाओं या स्वयं के स्रोतों से की जाएगी। 

उल्लेखनीय है कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के इस वर्ष के आखिर तक आरंभ हो जाने की उम्मीद है। इसके लिए सभी स्तरों पर तेजी से कार्य चल रहा है। यमुना एक्सप्रेस वे के नजदीक होने से कनेक्टिविटी के नजरिए से इसके देश का प्रमुख अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनने की उम्मीद की जा रही है। इससे दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का बोझ भी काफी हद तक कम हो जाएगा। इतना ही नहीं, इससे नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, दिल्ली सहित पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विकास को अलग रफ्तार मिल जाएगी। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और यमुना एक्सप्रेस वे कारण इस क्षेत्र में औद्योगिक संस्थान, होटल, शैक्षणिक संस्थान, सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल आदि की संख्या में तेजी से वृद्धि होने की उम्मीद है। 

  • एफडीआई को आकर्षित करने के लिए यमुना प्राधिकरण की बड़ी पहल

  • 2544 करोड़ रुपये खर्च होंगे जापानी व कोरियन सिटी के लिए जमीन के डेवलपमेंट पर

  • औद्योगिक एवं व्यावसायिक संस्थानों के अलावा शैक्षणिक संस्थान, आवासीय क्षेत्र, अस्पताल जैसी सभी सुविधाएं होंगी।

dr. arunveer singh
गलगोटियाज टाइम्स एक ऐसा प्लेटफार्म है, जहां आप पढ़ सकेंगे देश दुनिया की खबरों का तटस्थ व रोचक विश्लेषण... साथ ही मिलेंगी सफलता की सच्ची और प्रेरक कहानियां व असाधारण कार्य कर रहे व्यक्तित्वों के साक्षात्कार...

यह भी पढ़ें

Email marketing icon with envelope and graph symbolizing growth

news via inbox

समाचार जगत की हर खबर, सीधे आपके इनबॉक्स में - आज ही हमारे न्यूजलेटर को सब्सक्राइब करें।

Leave A Comment