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पटना में जेडीयू कार्यालय के बाहर लगे पोस्टर, दिखे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साथ-साथ
पटना में जेडीयू कार्यालय के बाहर लगे पोस्टर, दिखे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साथ-साथ
Authored By: सतीश झा
Published On: Tuesday, July 1, 2025
Last Updated On: Tuesday, July 1, 2025
बिहार की राजनीति में एक बार फिर से गठबंधन की गूंज तेज हो गई है. राजधानी पटना में जेडीयू (JD(U)) के प्रदेश कार्यालय के बाहर एक नया राजनीतिक संदेश देता पोस्टर लगाया गया, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) एक साथ नजर आ रहे हैं.
Authored By: सतीश झा
Last Updated On: Tuesday, July 1, 2025
Bihar Politics Update: पोस्टर में दोनों नेताओं की मुस्कुराती हुई तस्वीर के साथ लिखा गया है – “विकास के दो इंजन – एक सोच, एक संकल्प”. इस पोस्टर को देखकर यह कयास लगाए जा रहे हैं कि एनडीए (NDA) और जेडीयू (JDU) के बीच तालमेल को और अधिक मजबूती देने का प्रयास किया जा रहा है, खासकर बिहार विधानसभा चुनाव 2025 (Bihar Assembly Election 2025) को देखते हुए.
सियासी हलचल तेज
पिछले कुछ हफ्तों से यह देखा गया है कि जेडीयू और बीजेपी के बीच बातचीत और समन्वय तेज हुआ है. दोनों दलों के नेताओं की मुलाकातें और साझा मंचों पर उपस्थिति इन अटकलों को और हवा दे रही है कि नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की अगुवाई में जेडीयू फिर से एनडीए में निर्णायक भूमिका निभाने को तैयार है.
क्या है राजनीतिक संदेश?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह के पोस्टर का उद्देश्य कार्यकर्ताओं में एकजुटता का संदेश देना, विपक्षी गठबंधन INDIA को जवाब देना और यह दिखाना है कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के नेतृत्व में बिहार को नई ऊंचाइयों तक ले जाया जाएगा.
बीजेपी-जेडीयू की संभावित रणनीति
विशेषज्ञों के अनुसार, भाजपा और जेडीयू बिहार में सामूहिक नेतृत्व और साझा विकास एजेंडा के साथ 2025 विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट चुके हैं. पोस्टर लगाना एक प्रारंभिक संकेत हो सकता है कि दोनों दल आगामी समय में संयुक्त रूप से प्रचार अभियान भी चला सकते हैं.
विपक्ष ने मुसलमानों के नाम पर की राजनीति, पसमांदा समाज को कभी नहीं दिया हक
BJP के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने विपक्ष पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि विपक्षी दलों ने वर्षों तक मुसलमानों के नाम पर राजनीति की, लेकिन कभी भी पसमांदा मुसलमानों को आगे बढ़ाने की ईमानदार कोशिश नहीं की. उन्होंने कहा कि भाजपा ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के मूलमंत्र पर चलती है और हर वर्ग, हर समुदाय को समान अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध है.
पसमांदा मुसलमानों को भी मिले राजनीतिक भागीदारी
डॉ. दिलीप जायसवाल ने कहा, “भाजपा बिहार में पसमांदा मुसलमानों को उनका हक दिलाने का काम करेगी. अब तक जिन्हें सिर्फ वोट बैंक समझा गया, उनके जीवन में बदलाव लाने के लिए भाजपा ठोस कदम उठाएगी.” उन्होंने यह भी जोड़ा कि पसमांदा समाज को वर्षों तक वोट लेने के लिए इस्तेमाल किया गया. लेकिन उनके शिक्षा, रोजगार और नेतृत्व के अधिकारों की बात किसी ने नहीं की.
विपक्ष पर तीखा हमला
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि जिन दलों ने धर्म और जाति के नाम पर समाज को बांटा, उन्होंने ही पसमांदा मुसलमानों को हाशिए पर धकेलने का काम किया. डॉ. जायसवाल ने कहा कि भाजपा अब पसमांदा मुसलमानों को राजनीतिक प्रतिनिधित्व देने की दिशा में ठोस योजना पर काम कर रही है. उन्होंने भरोसा दिलाया कि भाजपा समावेशी राजनीति को बढ़ावा देगी, जिसमें हर वर्ग की हिस्सेदारी सुनिश्चित होगी.