ईरानी राष्ट्रपति रईसी (Iranian President Raisi)की मौत हादसा या हत्या

ईरानी राष्ट्रपति रईसी (Iranian President Raisi)की मौत हादसा या हत्या

Authored By: गुंजन शांडिल्य

Published On: Tuesday, May 21, 2024

Updated On: Saturday, June 29, 2024

irani president raisi ki maut hadsa ya hatya
irani president raisi ki maut hadsa ya hatya

ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री सहित नौ लोग 19 मई को अजरबैजान से लौट रहे थे। घने जंगलों में उनका हेलिकॉप्टर क्रैश कर गया। जिसमें राष्ट्रपति रईस, ईरानी विदेश मंत्री सहित सभी नौ लोगों की इस हादसे में मौत हो गई है।

Authored By: गुंजन शांडिल्य

Updated On: Saturday, June 29, 2024

एक सप्ताह पूर्व ही चाबहार बंदरगाह के संचालन को लेकर भारत-ईरान के बीच ऐतिहासिक समझौता हुआ था। इसी बीच ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलिकॉप्टर दुर्घटना में हुई मौत ने ईरान ही नहीं बल्कि भारत को भी झकझोर दिया है। तभी तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सबसे पहले सोशल मीडिया प्लेटफोर्म ‘एक्स’ पर उनकी मौत पर दुःख जताया। उन्होंने ‘एक्स’ पर संवेदना प्रकट करते हुए लिखा, ‘भारत-ईरान के संबंधों को मजबूत बनाने में राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के योगदान को भारत हमेशा याद रखेगा। उनके निधन से गहरा सदमा लगा है। उनके परिवार और ईरान के लोगों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है। दुख की इस घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है।‘ अब उनकी मौत पर विदेशी मीडिया में शंका एवं आशंका का बाजार गर्म है।

कुछ महीनों ने मध्य एशिया उबल रहा है। इजरायल के साथ कई देशों का संघर्ष जारी है। सात माह पूर्व इजरायल पर हमास के आतंकी हमले ने इस क्षेत्र को अशांत कर दिया है। प्रतिक्रिया स्वरूप तब से इजरायल, गाजा में लगातार हमले कर रहा है। वहीं लेबनान में हिजबुल्लाह ने इजरायल के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। हिजबुल्लाह भी लगातार इजरायल पर रॉकेट से हमले कर रहा है। कुछ दिनों पहले इजरायल और ईरान के बीच भी तनाव बढ़ा है। ऐसे भी इन दोनों की दुश्मनी पुरानी है। दोनों देशों के बीच हाल के तनाव इतना बढ़ गया कि ईरान ने इजरायल पर ड्रोन और रॉकेट से हमला कर दिया। हालांकि इन हमलों को इजरायल एरियल डिफेंस सिस्टम ने रोक लिया। लेकिन इसके परिणाम स्वरूप इजरायल ने भी ईरान पर हमला किया। यही कारण है कि कुछ रक्षा विशेषज्ञ यह शंका जाहिर कर रहे हैं कि इजरायल ऐसा कर सकता है।

दरअसल, ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री सहित नौ लोग 19 मई को अजरबैजान से लौट रहे थे। राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर के साथ दो और हेलीकॉप्टर था। घने जंगलों में उनका हेलिकॉप्टर क्रैश कर गया। जिसमें राष्ट्रपति रईस, ईरानी विदेश मंत्री सहित सभी नौ लोगों की इस हादसे में मौत हो गई है। मौत की आधिकारी सूचना आने के बाद सोशल मीडिया पर अटकलों का बाजार गर्म हो गया। अधिकांश अटकलों में इसके पीछे इजरायली ख़ुफ़िया एजेंसी मोसाद का हाथ बताया जा रहा है। लेकिन ईरान की ओर से राष्ट्रपति की मौत या हेलिकॉप्टर क्रैश करने के कारणों का अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। सोशल मीडिया पर चल रहे अटकलों को इजरायल ने ख़ारिज कर दिया है।

सोशल मीडिया पर इस दुर्घटना में मोसाद का हाथ होने की अटकलें इसलिए लगाई जा रही हैं क्योंकि राष्ट्रपति रईसी जिस देश अजरबैजान से लौट रहे थे, वह ईरान का कट्टर दुश्‍मन है। अजरबैजान का इजरायल से करीबी संबंध बताया जाता है। इजरायल से कई बार अजरबैजान को मदद दिया है। इसी को ध्यान में रखते हुए सोशल मीडिया पर ईरानी राष्ट्रपति की मौत के पीछे इजरायल का हाथ होने की आशंका जता रहे हैं। एक और कारण यह भी है कि इजरायली ख़ुफ़िया एजेंसी मोसाद इस तरह के ऑपरेशन करता रहा है। कुछ दिनों पहले ही इजरायल ने ईरान के जनरल को मिसाइल हमला कर मारा था। लेकिन एक सच्चाई यह भी है कि इजरायल अभी तक किसी राष्ट्राध्यक्ष पर हमला न किया है और न करवाया है।

विशेषज्ञों का मानना है कि अभी इजरायल कई देशों से संघर्ष कर रहा है। ऐसे में किसी देश के राष्ट्राध्यक्ष को मारने से युद्ध छिड़ सकता है। इसलिए ऐसा इजरायल नहीं कर सकता है। अभी तक यही कहा जा रहा है कि कोहरे की वजह से हेलीकॉप्टर क्रैश होने की ज्यादा संभावना है।

रक्षा विशेषज्ञ एवं सेवानिवृत लेफ्टिनेंट जनरल जीडी बख्शी कहते हैं, ‘इस दुर्घटना में इजरायल यह मोसाद का हाथ नहीं हो सकता है। जिस हेलिकॉप्टर पर राष्ट्रपति सवार थे वह 50 साल से भी ज्‍यादा पुराना था। मौसम ख़राब था। पहाड़ी क्षेत्र से गुजर रहा था। ऐसे में कोहरे से दुर्घटना की संभावना ज्यादा है। दो अन्य हेलिकॉप्टर क्यों नहीं दुर्घटनाग्रस्त हुआ, यह उस पर सवार लोगों की किस्मत कह सकते हैं।

गुंजन शांडिल्य समसामयिक मुद्दों पर गहरी समझ और पटकथा लेखन में दक्षता के साथ 10 वर्षों से अधिक का अनुभव रखते हैं। पत्रकारिता की पारंपरिक और आधुनिक शैलियों के साथ कदम मिलाकर चलने में निपुण, गुंजन ने पाठकों और दर्शकों को जोड़ने और विषयों को सहजता से समझाने में उत्कृष्टता हासिल की है। वह समसामयिक मुद्दों पर न केवल स्पष्ट और गहराई से लिखते हैं, बल्कि पटकथा लेखन में भी उनकी दक्षता ने उन्हें एक अलग पहचान दी है। उनकी लेखनी में विषय की गंभीरता और प्रस्तुति की रोचकता का अनूठा संगम दिखाई देता है।

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