टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों को हार्ट डिजीज से बचाएंगी ये 6 आदतें, जानें क्या-क्या है शामिल?
Authored By: Galgotias Times Bureau
Published On: Friday, November 21, 2025
Updated On: Friday, November 21, 2025
कम सोडियम वाला आहार, नियमित स्वास्थ्य जांच, व्यायाम और तनाव कम करने वाली गतिविधियाँ अपनाने से हृदय रोग का खतरा काफी घटाया जा सकता है. ये सरल बदलाव हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं और लंबी उम्र के लिए महत्वपूर्ण हैं.
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Updated On: Friday, November 21, 2025
Type 2 Diabetes Habits: एवरीडे हेल्थ के अनुसार, टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों में हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है. अमेरिका में वयस्कों में हृदय संबंधी बीमारियाँ मौत का प्रमुख कारण हैं, खासकर अश्वेत अमेरिकियों में मृत्यु दर अधिक है. रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (CDC) के आंकड़ों के अनुसार, 2022 में लगभग 702,880 लोगों की हृदय रोगों के कारण मौत हुई. विशेषज्ञों के अनुसार, कुछ सरल आदतें अपनाकर इस जोखिम को कम किया जा सकता है. इसमें संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद, तनाव कम करना, धूम्रपान से बचना और रक्त शर्करा व ब्लड प्रेशर पर ध्यान देना शामिल हैं.
सोडियम कम करें और हृदय को रखें स्वस्थ
हृदय रोग विशेषज्ञ राज पैचा के अनुसार, सोडियम, रिफाइंड कार्ब और अस्वास्थ्यकर वसा कम करना जरूरी है. अपने पसंदीदा स्नैक्स जैसे गेहूं की रोटी या ब्राउन राइस के कम सोडियम वाले विकल्प चुनें, इससे दिल का दौरा का खतरा घटता है. एवोकाडो, मछली, नट बटर और टोफू जैसे स्वस्थ वसा वाले खाद्य पदार्थ अपने आहार में शामिल करें. अगर ताजी सब्ज़ियाँ आसानी से उपलब्ध नहीं हैं, तो कम सोडियम वाली डिब्बाबंद या फ्रोजन सब्ज़ियाँ अपनाएँ. यह छोटे बदलाव हृदय को मजबूत और स्वस्थ रखने में मदद करते हैं.
वजन नियंत्रण के लिए नियमित कसरत
शरीर का अधिक वजन हृदय पर दबाव डालता है. इसलिए वजन बनाए रखने के लिए व्यायाम और पौष्टिक आहार को अपनी दिनचर्या में शामिल करना जरूरी है. अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, वयस्कों को हर हफ्ते कम से कम 150 मिनट मध्यम-तीव्रता वाली या 75 मिनट उच्च-तीव्रता वाली एरोबिक गतिविधि करनी चाहिए. नियमित सैर पर जाएँ, जिम की सदस्यता लें या डांस क्लास जॉइन करें. इससे न सिर्फ वजन नियंत्रित रहता है, बल्कि व्यायाम को मज़ेदार और आनंददायक बनाया जा सकता है.
हृदय स्वास्थ्य के लिए नियमित जांच जरूरी
बोर्ड-प्रमाणित इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट चेंग-हान चेन के अनुसार, हृदय की सेहत बनाए रखने के लिए नियमित स्वास्थ्य जांच बेहद जरूरी है. इसमें रक्तचाप, रक्त शर्करा, कोलेस्ट्रॉल स्तर और वजन की समय-समय पर जाँच शामिल होनी चाहिए. ये आसान कदम हृदय रोग के जोखिम को पहचानने और उसे कम करने में मदद करते हैं.
भरोसेमंद डॉक्टर चुनें और समय पर इलाज करवाएँ
डॉ. पैचा बताते हैं कि बीमारी का समय पर पता न लगने पर यह बढ़ सकती है और कम उम्र में दृष्टि की हानि, स्ट्रोक या दिल का दौरा जैसी गंभीर जटिलताएं हो सकती हैं. इसलिए जरूरी है कि आप ऐसे डॉक्टर को चुनें जिस पर आपको भरोसा हो. अगर आपको लगे कि आपका डॉक्टर आपके साथ नस्लीय या किसी भी तरह का भेदभाव कर रहा है, तो डॉक्टर बदलने में हिचकिचाएँ नहीं. समय पर सही डॉक्टर से सलाह लेना आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण है.
हृदय रोग के जोखिम और उन्हें कम करने के उपाय
तनाव, धूम्रपान, गतिहीन जीवनशैली, खराब नींद और बार-बार शराब पीना हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा सकते हैं. डॉ. चेन सलाह देते हैं कि हृदय रोग की संभावना कम करने के लिए आप अपने डॉक्टर से खुलकर बात करें और आवश्यक उपाय अपनाएँ. समय पर जानकारी और सही कदम हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं.
तनाव को नियंत्रित करके हृदय रखें स्वस्थ
डॉ. चेन के अनुसार, अधिक तनाव शरीर में रक्तचाप और सूजन बढ़ा सकता है क्योंकि एड्रेनालाईन जैसे हार्मोन हृदय पर असर डालते हैं. इसलिए तनाव कम करना जरूरी है. इसके लिए योग, नियमित व्यायाम और ध्यान जैसी गतिविधियाँ अपनाएँ. ये छोटे कदम हृदय को स्वस्थ रखने और लंबी उम्र सुनिश्चित करने में मदद करते हैं.
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