Indian Army Day 2025 : समर्थ भारत और सक्षम सेना है भारतीय सेना दिवस का उद्देश्य

Indian Army Day 2025 : समर्थ भारत और सक्षम सेना है भारतीय सेना दिवस का उद्देश्य

Authored By: स्मिता

Published On: Tuesday, January 14, 2025

Updated On: Friday, March 7, 2025

Indian Army Day 2025: Celebrating the spirit of a strong and capable India.
Indian Army Day 2025: Celebrating the spirit of a strong and capable India.

भारत में हर साल 15 जनवरी को भारतीय सेना दिवस मनाया जाता है। भारतीय सेना के पहले कमांडर-इन-चीफ एम. करिअप्पा के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए यह दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष भारतीय सेना दिवस की थीम (Indian Army Day 2025) है 'समर्थ भारत, सक्षम सेना'।

Authored By: स्मिता

Updated On: Friday, March 7, 2025

हर देश की आन और शान होती है सेना। देश की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए सेना सरहद पर डटी रहती है। वह देश प्रहरी है, जो दुश्मनों की एक आहट पर अपना सब कुछ न्योछावर करने के लिए तैयार हो जाती है। भारतीय सैनिकों के सम्मान में हर वर्ष 15 जनवरी को भारतीय सेना दिवस (Indian Army Day) मनाया जाता है। आइये जानते हैं क्यों मनाया जाता है 15 जनवरी को सेना दिवस।

क्यों मनाया जाता है 15 जनवरी को सेना दिवस (Indian Army Day 2025)

भारत में हर साल 15 जनवरी को सेना दिवस मनाया जाता है। 15 जनवरी 1949 को लेफ्टिनेंट जनरल कोडंडेरा एम. करिअप्पा ने भारत के अंतिम ब्रिटिश कमांडर-इन-चीफ जनरल फ्रांसिस रॉय बुचर से अधिकार ले लिया। करिअप्पा भारतीय सेना के पहले कमांडर-इन-चीफ के रूप में पदभार संभाला। उनके सम्मान में ही हर साल 15 जनवरी को सेना दिवस मनाया जाने लगा। एम. करिअप्पा बाद में फील्ड मार्शल भी बने। यह दिन राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली के साथ-साथ सभी मुख्यालयों में परेड और अन्य सैन्य शो के रूप में मनाया जाता है।

प्राणों की आहुति देने वाले बहादुर सैनिकों को सलाम करने का दिन

15 जनवरी 2023 को, भारत ने बेंगलुरु में अपना 75वां भारतीय सेना दिवस मनाया। सेना दिवस देश और उसके नागरिकों की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले बहादुर सैनिकों को सलाम करने का भी दिन है। पूरे देश में समारोह होते हैं, मुख्य सेना दिवस परेड दिल्ली छावनी के करिअप्पा परेड मैदान में आयोजित की जाती है। 2020 में 15 सैनिकों को बहादुरी पुरस्कार प्रदान किए गए। परमवीर चक्र और अशोक चक्र पुरस्कार विजेता हर साल सेना दिवस परेड में भाग लेते हैं। सैन्य हार्डवेयर, कई टुकड़ियां और लड़ाकू विमान का प्रदर्शन परेड का हिस्सा होते हैं। 2020 में, कैप्टन तानिया शेरगिल सेना दिवस परेड की कमान संभालने वाली पहली महिला अधिकारी बनीं।

2025 में सेना दिवस परेड (Army Day Parade)

26 जनवरी 2025 को दिल्ली के कर्तव्य पथ पर एक भव्य परेड (Republic Day Parade 2025) होगी। इस परेड में हर साल की तरह सैन्य, सांस्कृतिक व तकनीकी उपलब्धियों का प्रदर्शन किया जाएगा। इस साल 77वें सेना दिवस का आयोजन किया जा रहा है। 77वें सेना दिवस समारोह का थीम ‘समर्थ भारत, सक्षम सेना’ है। इस बार का फोकस भी सेना की क्षमताओं को प्रदर्शित करना है।

आर्मी का फुल फॉर्म (Full Form of Army)

आर्मी का फ़ुल फ़ॉर्म है – अलर्ट रेगुलर मोबिलिटी यंग (Alert Regular Mobility Young) । इसे हिंदी में अलर्ट रेगुलर मोबिलिटी यंग कहते हैं। आर्मी राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा के लिए समर्पित सैन्य संगठन है।

भारतीय सेना का नारा (slogan)

यह जानकर आश्चर्य होगा कि कई रेजीमेंट के सैनिक जोश भरने के लिए ‘जय श्री राम’, ‘बजरंग बली की जय’ और ‘दुर्गा माता की जय’ के नारे लगाते हैं। भारतीय सेना जैसे कि थल सेना, वायु सेना और नौ सेना का वॉर क्राई एक ही है।’ भारतीय सेना का नारा भारत माता की जय है। भारतीय सेना का आदर्श वाक्य “स्वयं से पहले सेवा” है। भारतीय सेना निस्वार्थ बलिदान की भावना, वीरता, अनुशासन और अखंडता जैसे मूल्यों के साथ मौजूद है।

About the Author: स्मिता
स्मिता धर्म-अध्यात्म, संस्कृति-साहित्य, और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर शोधपरक और प्रभावशाली पत्रकारिता में एक विशिष्ट नाम हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में उनका लंबा अनुभव समसामयिक और जटिल विषयों को सरल और नए दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत करने में उनकी दक्षता को उजागर करता है। धर्म और आध्यात्मिकता के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और साहित्य के विविध पहलुओं को समझने और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने में उन्होंने विशेषज्ञता हासिल की है। स्वास्थ्य, जीवनशैली, और समाज से जुड़े मुद्दों पर उनके लेख सटीक और उपयोगी जानकारी प्रदान करते हैं। उनकी लेखनी गहराई से शोध पर आधारित होती है और पाठकों से सहजता से जुड़ने का अनोखा कौशल रखती है।
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