Special Coverage
ईद पर ‘सौगात-ए-मोदी’ की घोषणा के बाद मचा सियासी बवंडर
ईद पर ‘सौगात-ए-मोदी’ की घोषणा के बाद मचा सियासी बवंडर
Authored By: सतीश झा
Published On: Friday, March 28, 2025
Updated On: Friday, March 28, 2025
ईद (Eid- Ul-Fitr)के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) द्वारा घोषित नई योजना 'सौगात-ए-मोदी' ने सियासी हलकों में हलचल मचा दी है. इस योजना की घोषणा के तुरंत बाद विपक्षी दलों ने इसे राजनीतिक लाभ के लिए उठाया गया कदम करार दिया. भाजपा ने इसे सबका साथ, सबका विकास की दिशा में एक और महत्वपूर्ण पहल बताया.
Authored By: सतीश झा
Updated On: Friday, March 28, 2025
Saugat-e-Modi Yojana: इस घोषणा के बाद विपक्षी दलों ने भाजपा सरकार पर तीखे हमले किए. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि ईद (Eid- Ul-Fitr)के मौके पर भाजपा को मुस्लिम समाज की याद सिर्फ चुनावी मौसम में आती है. समाजवादी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस ने भी इस योजना को एक राजनीतिक चाल करार दिया, जिसका उद्देश्य आगामी चुनावों में वोट बैंक साधना है. शिवसेना (UBT) और भाजपा के बीच बयानबाजी तेज हो गई है. विपक्ष इसे करदाताओं के पैसे से बनी योजनाओं का राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश बता रहा है. सौगात-ए-मोदी किट को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए राजद ने पटना स्थित पार्टी कार्यालय में पोस्टर लगाए.
‘सौगात-ए-मोदी’ को लेकर प्रियंका चतुर्वेदी का तंज
नई योजना ‘सौगात-ए-मोदी’ को लेकर शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे के बयान पर पार्टी की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, “‘सौगात-ए-मोदी’ आखिर है क्या? करदाताओं के पैसे से यह सौगातें बांटी जा रही हैं और नाम पीएम मोदी का हो रहा है. इसी अंतर को उद्धव ठाकरे ने बयां किया है. ” प्रियंका चतुर्वेदी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि जनता के टैक्स के पैसे से चलाई जा रही योजनाओं का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी को दिया जा रहा है, जबकि यह सरकारी नीतियों का हिस्सा है, न कि किसी व्यक्ति विशेष की सौगात.
क्या कहा था उद्धव ठाकरे ने?
शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने ‘सौगात-ए-मोदी’ को लेकर तंज कसते हुए कहा था कि भाजपा सरकार जनता की गाढ़ी कमाई को अपनी ब्रांडिंग के लिए इस्तेमाल कर रही है. उन्होंने कहा कि चुनाव नजदीक आते ही इस तरह की घोषणाएं बढ़ जाती हैं, जिससे सत्ताधारी दल को राजनीतिक फायदा मिल सके.
भाजपा का जवाब
भाजपा नेताओं ने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मोदी सरकार सबका विकास चाहती है और यह योजना इसी नीति का हिस्सा है। केंद्रीय मंत्री ने कहा, “जो पार्टियां अल्पसंख्यकों को सिर्फ वोटबैंक मानती थीं, वे आज मोदी सरकार की विकास योजनाओं से घबराई हुई हैं.” शिवसेना (UBT) नेता उद्धव ठाकरे के ‘सौगत-ए-मोदी’ को लेकर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए बिहार सरकार में मंत्री नितिन नवीन ने कहा, “यही तो कारण है कि आज उनकी (उद्धव ठाकरे) यह स्थिति हो गई है… जो खुद सत्ता में बने रहने के लिए कांग्रेस के साथ चले गए. बाला साहेब ठाकरे, जिनकी पूरी राजनीति कांग्रेस के विरोध में रही, उन्हीं के बेटे ने सत्ता के लिए उसी कांग्रेस के सामने घुटने टेक दिए. अब वे क्या समझाएंगे कि सत्ता का असली अर्थ क्या है?”
क्या है ‘सौगात-ए-मोदी’ योजना?
प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) ने इस योजना के तहत देशभर के अल्पसंख्यक समुदाय, विशेष रूप से मुस्लिम समाज के गरीब वर्गों को सीधा लाभ देने की बात कही है. इस अभियान के अंतर्गत वितरित की जाने वाली किट में सूखे मेवे, बेसन, सूजी, सेवईं, चीनी और महिलाओं के लिए सलवार-कुर्ता सेट जैसे आवश्यक वस्त्र और खाद्य सामग्री शामिल हैं, ताकि लाभार्थी अपने त्योहारों को खुशी और सम्मान के साथ मना सकें. ‘सौगात-ए-मोदी’ अभियान के माध्यम से सरकार का उद्देश्य समाज के सभी वर्गों तक अपनी पहुंच बढ़ाना और त्योहारों के समय जरूरतमंदों को आवश्यक सहायता प्रदान करना है.
सियासी माहौल गर्म
इस घोषणा के बाद राजनीतिक गलियारों में बहस तेज हो गई है. जहां भाजपा इसे विकास की दिशा में उठाया गया ऐतिहासिक कदम बता रही है, वहीं विपक्ष इसे महज एक सियासी स्टंट मान रहा है. आने वाले दिनों में इस योजना पर और भी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल सकती हैं, जिससे आगामी चुनावों की रणनीति भी प्रभावित हो सकती है.