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Temple Stampede: वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर से लेकर वैष्णो देवी मंदिर तक 10 बड़े हादसे, जब मची भगदड़ और दहल गया देश
Authored By: Ranjan Gupta
Published On: Monday, November 3, 2025
Last Updated On: Monday, November 3, 2025
10 Major Temple Stampede Incidents in India: आंध्र प्रदेश के वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में एकादशी के मौके पर हुई भगदड़ ने कई परिवारों को गम में डुबो दिया है. लेकिन ये पहली बार नहीं है जब किसी मंदिर में ऐसी त्रासदी घटी हो. पिछले कुछ सालों में देशभर के कई प्रसिद्ध मंदिरों जैसे तिरुपति, वैष्णो देवी, नैना देवी और हाथरस सत्संग में भी भीड़ बेकाबू होने से दर्दनाक हादसे हो चुके हैं. आइए जानते हैं वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर से लेकर वैष्णो देवी मंदिर तक 10 बड़े हादसे, जब मची भगदड़ और दहल गया देश..
Authored By: Ranjan Gupta
Last Updated On: Monday, November 3, 2025
10 Major Temple Stampede Incidents in India: भारत जैसे धार्मिक देश में त्योहारों और पूजा-अर्चना के दौरान मंदिरों में लाखों श्रद्धालु जुटते हैं. लेकिन कभी-कभी आस्था का यह जनसैलाब भयावह रूप ले लेता है और खुशी के माहौल में मातम पसर जाता है. ताजा मामला आंध्र प्रदेश के कासीबुग्गा स्थित वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर का है, जहां एकादशी के अवसर पर दर्शन के लिए उमड़ी भीड़ अचानक बेकाबू हो गई और भगदड़ मच गई. कई लोग इसमें दब गए, जिनमें से कुछ की मौत हो गई. यह घटना एक बार फिर उन तमाम दर्दनाक पलों की याद दिलाती है जब देश के अलग-अलग हिस्सों में मंदिरों में भीड़ प्रबंधन की कमी के कारण जानें गईं. ये पहली बार नहीं है, जब किसी मंदिर में ऐसा हुआ हो, इससे पहले भी कई लोगों की ऐसी दर्दनाक घटनाओं में मौत हो चुकी है. ऐसे में आज ऐसे ही उन तमाम हादसों का जिक्र करते हैं, जब किसी धार्मिक आयोजन या स्थल पर हजारों लोग एक साथ जुटे थे और भगदड़ होने के चलते कई लोगों की जान चली गई.
2025 की प्रमुख घटनाएं: मनसा देवी मंदिर से लेकर महाकुंभ तक
1 नवंबर 2025: श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर, आंध्र प्रदेश
आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के कस्सीबुग्गा में भक्ति का दिन एक भयावह हादसे में बदल गया. श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में एकादशी के मौके पर भगदड़ मच गई. इस हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई, जिनमें दो बच्चे भी शामिल थे. कई श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हुए. शुरुआती जांच में सामने आया कि भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा इंतजाम नाकाम रहे. प्रशासनिक लापरवाही साफ दिखी.
27 जुलाई 2025: मनसा देवी मंदिर, हरिद्वार
हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी. भीड़ बढ़ने के बाद भगदड़ मच गई, जिसमें 6 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हुए. बताया गया कि करंट फैलने की अफवाह के बाद लोग इधर-उधर भागने लगे और हालात बिगड़ गए.
3 मई 2025: श्री लैराई देवी मंदिर, गोवा
गोवा के शिरगांव गांव में वार्षिक जत्रा के दौरान भगदड़ मच गई. संकरी गलियों में भक्तों की भीड़ बढ़ गई थी. अचानक कुछ लोग फिसलकर गिर पड़े और एक के ऊपर एक चढ़ते चले गए. इस हादसे में छह लोगों की मौत हुई और सौ से ज्यादा घायल हुए.
29 जनवरी 2025: महाकुंभ, प्रयागराज
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में देर रात धक्का-मुक्की से भगदड़ मच गई. लोग सोए हुए श्रद्धालुओं पर चढ़ गए. अफरा-तफरी में 30 लोगों की मौत हुई और 60 से ज्यादा घायल हुए. हालांकि कुछ रिपोर्ट्स में मृतकों की संख्या इससे कहीं अधिक बताई गई.
8 जनवरी 2025: तिरुमाला हिल्स, आंध्र प्रदेश
भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में ‘वैकुंठ द्वार दर्शनम’ के टिकट पाने के लिए हजारों श्रद्धालु पहुंच गए. भीड़ नियंत्रण बिगड़ गया और भगदड़ मच गई. 6 लोगों की जान चली गई और कई घायल हुए.
2 जुलाई 2024: हाथरस सत्संग
2 जुलाई 2024 को हाथरस में स्वयंभू बाबा भोले बाबा के सत्संग में मचा हाहाकार. नारायण साकार विश्व हरि उर्फ सूरजपाल के कार्यक्रम में उमड़ी भीड़ मौत में बदल गई. भगदड़ इतनी भयानक थी कि 121 से ज्यादा लोगों की जान चली गई, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे. यह देश की सबसे बड़ी धार्मिक त्रासदियों में से एक बनी.
29 जून 2024: श्रीगुंडिचा मंदिर, पुरी
पुरी में रथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ बेकाबू हो गई. रथ जब श्रीगुंडिचा मंदिर के पास पहुंचा, तब अचानक भगदड़ मच गई. तीन लोगों की मौत हुई और कई घायल हुए. घटना के बाद रथ यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठे.
तिरुपति मंदिर, आंध्र प्रदेश
तिरुमला के श्रीवेंकटेश्वर मंदिर में वैकुण्ठ एकादशी के टोकन वितरण के दौरान हालात बिगड़ गए. अचानक गेट खुलने से लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े. 6 लोगों की मौत हुई और 50 से ज्यादा घायल हुए. राज्य सरकार ने पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजा घोषित किया और न्यायिक जांच के आदेश दिए.
31 मार्च 2023: नैना देवी मंदिर, हिमाचल प्रदेश
हिमाचल के नैना देवी मंदिर में रामनवमी के मौके पर भगदड़ मच गई. मंदिर परिसर में एक पुराना कुआं ढह गया, जिससे अफरातफरी फैल गई. इस हादसे में 36 लोगों की मौत हुई. जांच में निर्माण में खामी और भीड़ प्रबंधन की कमी सामने आई.
31 मार्च 2023: बालेश्वर महादेव मंदिर, इंदौर
रामनवमी के दिन बालेश्वर महादेव मंदिर में हवन के दौरान चबूतरा अचानक धंस गया. कई लोग नीचे पानी में गिर पड़े. 36 लोगों की मौत हुई और 16 घायल हुए. 140 जवानों की मदद से पानी निकालकर शव निकाले गए. प्रशासन और ट्रस्ट दोनों पर गंभीर आरोप लगे.
12 अगस्त 2024: बाबा सिद्धनाथ मंदिर, जहानाबाद (बिहार)
सावन महीने की पूजा के दौरान बाबा सिद्धनाथ मंदिर में भगदड़ मच गई. फूल बेचने वाले और भक्तों के बीच विवाद से अफरा-तफरी फैल गई. 7 लोगों की मौत हुई और 16 घायल हुए. मौके पर पुलिस ने हालात संभाले, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.
25 मार्च 2024: कोट्टाकुलंगरा मंदिर, केरल
कोल्लम जिले में एक छोटे धार्मिक आयोजन के दौरान बच्चों की भीड़ बेकाबू हो गई. भगदड़ में एक पांच साल की बच्ची की मौत हो गई. कई श्रद्धालु बेहोश हो गए. घटना ने छोटे आयोजनों में भी सुरक्षा के अभाव को उजागर कर दिया.
1 जनवरी 2022: वैष्णो देवी मंदिर, जम्मू-कश्मीर
नए साल की शुरुआत ही दुःखद रही. वैष्णो देवी मंदिर में भारी भीड़ के बीच भगदड़ मच गई. 12 श्रद्धालुओं की मौत हुई और कई घायल हुए. बताया गया कि बर्फीले रास्ते और भीड़भाड़ ने हालात को और खतरनाक बना दिया.
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