States News
अंबेडकर की तस्वीर को लेकर लालू यादव पर NDA का हमला तेज, RJD ने दी सफाई
अंबेडकर की तस्वीर को लेकर लालू यादव पर NDA का हमला तेज, RJD ने दी सफाई
Authored By: सतीश झा
Published On: Saturday, June 14, 2025
Last Updated On: Saturday, June 14, 2025
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं. इस बार मामला संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर (B R Ambedkar) की तस्वीर से जुड़ा है. सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हुए एक वीडियो में लालू यादव के जन्मदिन (Birthday of Lalu Yadav) समारोह के दौरान बाबा साहब की तस्वीर कथित तौर पर उनके पैरों के पास रखी गई थी. इस पर भाजपा (BJP) और एनडीए (NDA) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. वहीं राजद (RJD) ने इसे "राजनीतिक साजिश" करार देते हुए सफाई दी है.
Authored By: सतीश झा
Last Updated On: Saturday, June 14, 2025
NDA Attacks Lalu Yadav: RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव के जन्मदिन (Birthday of Lalu Prasad Yadav) समारोह को लेकर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने लालू यादव पर डॉ. भीमराव अंबेडकर (Dr B R Ambedkar) का अपमान करने का आरोप लगाया है. भाजपा सांसद ने इसे दलितों के अपमान और लोकतांत्रिक मूल्यों के विरुद्ध बताते हुए कहा कि लालू यादव जैसे नेता सिर्फ सत्ता के लिए सामाजिक प्रतीकों का उपयोग करते हैं, लेकिन व्यवहार में उनका सम्मान नहीं करते.
रविशंकर प्रसाद (Ravishankar Prasad) ने कहा, “यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि लालू प्रसाद यादव ने अपने जन्मदिन पर बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा को अपने पैरों के पास रखा. यह वही अंबेडकर हैं जिन्होंने देश को संविधान दिया, हमें मौलिक अधिकार दिए और सामाजिक न्याय का मार्ग दिखाया.”
उन्होंने आगे कहा, “पूरा देश बाबा साहब अंबेडकर का सम्मान करता है, लेकिन लालू यादव उनके चित्र को अपने पैरों के पास रखते हैं और तलवार से केक काटते हैं. यह बिहार की जनता को समझना चाहिए कि यह किस प्रकार की मानसिकता है.”
दलित विरोधी मानसिकता का प्रतीक : सम्राट चौधरी
बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता सम्राट चौधरी (Samart Choudhary) ने इस घटना को “लोकतंत्र को शर्मसार करने वाली” बताते हुए लालू यादव पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा, “बाबा साहब (B R Ambedkar) का अपमान केवल एक तस्वीर तक सीमित नहीं है, यह दिखाता है कि लालू यादव (Lalu Yadav) की सोच में लोकतांत्रिक मूल्यों और दलितों के प्रति कोई सम्मान नहीं है. उन्हें पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए.”
उन्होंने आरोप लगाया कि लालू यादव सत्ता के लिए तानाशाही और गुंडई का सहारा लेते हैं. यह अपमान लोकतंत्र के काले अध्याय के रूप में याद किया जाएगा.
जदयू का तंज: “नीति की बात और व्यवहार में अंतर”
जेडीयू (JDU) प्रवक्ता अभिषेक झा (Abhishekh Jha) ने भी इस मुद्दे पर राजद पर निशाना साधते हुए कहा, “RJD हमेशा दावा करती है कि वह बाबा साहब की नीतियों पर चलती है, लेकिन बार-बार उनके विचारों और प्रतीकों का अपमान करती है. यह दोहरा चेहरा अब जनता समझ चुकी है.” उन्होंने आरोप लगाया कि कभी बाबा साहब की तस्वीर चरणों में रखी जाती है तो कभी कूड़े में फेंकी जाती है, जो गंभीर चिंता का विषय है.
RJD की सफाई: “हम महान नेताओं का करते हैं सम्मान”
विवाद बढ़ने के बाद RJD विधायक मुकेश रोशन (Mukesh Roshan) ने पार्टी की ओर से सफाई देते हुए कहा, “हमारी पार्टी हमेशा देश के महापुरुषों का सम्मान करती रही है. BJP और NDA नेता जानबूझकर इस मुद्दे को तूल दे रहे हैं।”
हालांकि जब उनसे वायरल वीडियो के बारे में सीधा सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “कहीं कोई वीडियो नहीं है. विपक्ष झूठा प्रचार कर रहा है.”
राजनीतिक गरमाहट तेज
इस प्रकरण से बिहार की राजनीति एक बार फिर गर्म हो गई है. जहां NDA दलितों के सम्मान की बात कर लालू यादव (Lalu Yadav) को घेरने में जुटा है, वहीं RJD इसे “राजनीतिक बदनाम करने की साजिश” बता रही है. अब देखना होगा कि यह विवाद आने वाले दिनों में बिहार की सियासत (Politics in Bihar) को किस दिशा में मोड़ता है और लालू यादव इस पर कोई व्यक्तिगत प्रतिक्रिया देते हैं या नहीं.