Meerut 400 Pigeon Theft: कहां गए 10 लाख रुपये की कीमत के 400 कबूतर? कारोबारी के उड़ गए ‘तोते’

Meerut 400 Pigeon Theft: कहां गए 10 लाख रुपये की कीमत के 400 कबूतर? कारोबारी के उड़ गए ‘तोते’

Authored By: JP Yadav

Published On: Tuesday, February 18, 2025

Updated On: Tuesday, February 18, 2025

Meerut 400 Pigeon Theft: कहां गए 10 लाख रुपये की कीमत के 400 कबूतर? कारोबारी के उड़ गए 'तोते'
Meerut 400 Pigeon Theft: कहां गए 10 लाख रुपये की कीमत के 400 कबूतर? कारोबारी के उड़ गए 'तोते'

Meerut 400 Pigeon Theft: मेरठ के एक कारोबारी की छत से 400 कबूतर चोरी हो गए. हैरत की बात यह है कि सैकड़ों की संख्या में कबूतर चोरी हुए, लेकिन मालिक को कोई खबर नहीं हुई.

Authored By: JP Yadav

Updated On: Tuesday, February 18, 2025

Meerut 400 Pigeon Theft: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. शहर स्थित एक कारोबारी के घर से 400 कबूतर चोरी हो गए. इसका पता चलने पर कारोबारी के होश उड़ गए. बताया जा रहा है कि इन 400 कबूतरों की कीमत 10 लाख रुपये से ज्यादा है. उधर, शिकायत पर उत्तर प्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh Police) मामले की जांच में जुट गई है. शुरुआती जांच के मुताबिक, कई दिनों से घात लगाए बदमाश बल्लियों के सहारे छत पर पहुंचे और 400 कबूतर चुरा ले गए. कबूतरों को कैसे चोर अपने साथ ले गए? यह रहस्य पुलिस की पड़ताल से ही सुलझेगा.

लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र का मामला

मिली जानकारी के मुताबिक, इस हैरान कर देने वाली चोरी की शिकायत मिलने के बाद मेरठ पुलिस (Meerut Police) ने इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं. पुलिस की मानें तो इतनी बड़ी संख्या में कबूतरों के चोरी होने की घटना हैरान कर देने वाली है. पुलिस का दावा है कि जल्द ही चोरों का सुराग मिल सकता है.

कैसे चला पता ?

मेरठ में एक कारोबारी के घर से 400 कबूतर चोरी होने का खुलासा तब हुआ जब घरेलू सहायक (domestic helper) ने सुबह अपनी छत पर जाकर दाना डालने की कोशिश की. बुलाने पर भी कबूतर नहीं आए तो उसने पाया कि उसके छत से सभी कबूतर गायब हो चुके हैं. चोरी का पता चलते ही कबूतर मालिक के होश उड़ गए. इसके बाद तत्काल कारोबारी ने इसका जानकारी पुलिस थाने में दी.

क्या बोरे में भर कर कबूतरों को ले गए चोर

कबूतर मालिक ने अपना नाम नहीं बताने की शर्त पर जानकारी दी कि वह पिछले 20 सालों से कबूतर पाल रहे हैं. वह उन्हें अच्छे दामों में बेचते भी हैं. 400 कबूतर चोरी हो गए और कोई शोर नहीं हुआ? ऐसे में सवाल यह भी उठ रह है कि क्या चोर कबूतरों को बोरे में भरकर ले गए या फिर जाल के जरिये 400 कबूतरों की चोरी की.

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क्या होती है कबूतरों की कीमत ?

कबूतर पालने का शौक एक कारोबार भी है. ज्यादातर लोग यही जानते हैं कि कबूतर सिर्फ शौक के लिए पाले जाते हैं, जबकि ऐसा नहीं है. कबूतरों का कारोबार भी किया जाता है. दिल्ली के कुछ इलाकों में तो 150 रुपये में भी कबूतर मिल जाते हैं, लेकिन नस्ल और स्वास्थ्य के लिहाज से एक कबूतर की कीमत 15000-20000 के बीच भी होती है. देश की राजधानी में पुरानी दिल्ली के जामा मस्जिद के पास कबूतर मार्केट के नाम से अधिक चर्चित है. यह मार्केट 50 साल से भी पुरानी है. इस मार्केट में खरीदार हैदराबादी कबूतर, मद्रासी कबूतर, चाइनीज़ कबूतर और पटियाला कबूतर ले सकते हैं. वैसे कबूतरों की प्रतियोगिता भी होती है. जीतने वाले कबूतर की कीमत हजारों में होती है.

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About the Author: JP Yadav
जेपी यादव डेढ़ दशक से भी अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय हैं। वह प्रिंट और डिजिटल मीडिया, दोनों में समान रूप से पकड़ रखते हैं। अमर उजाला, दैनिक जागरण, दैनिक हिंदुस्तान, लाइव टाइम्स, ज़ी न्यूज और भारत 24 जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में अपनी सेवाएं दी हैं। कई बाल कहानियां भी विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हैं. मनोरंजन, साहित्य और राजनीति से संबंधित मुद्दों पर कलम अधिक चलती है। टीवी और थिएटर के प्रति गहरी रुचि रखते हुए जेपी यादव ने दूरदर्शन पर प्रसारित धारावाहिक 'गागर में सागर' और 'जज्बा' में सहायक लेखक के तौर पर योगदान दिया है. इसके अलावा, उन्होंने शॉर्ट फिल्म 'चिराग' में अभिनय भी किया है।
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