कौन हैं रणधीर बेनीवाल, जिन्हें मायावती ने दी आनंद से अधिक तरजीह

कौन हैं रणधीर बेनीवाल, जिन्हें मायावती ने दी आनंद से अधिक तरजीह

Authored By: सतीश झा

Published On: Wednesday, March 5, 2025

Updated On: Wednesday, March 5, 2025

रणधीर बेनीवाल: मायावती की नई राजनीतिक रणनीति का अहम चेहरा
रणधीर बेनीवाल: मायावती की नई राजनीतिक रणनीति का अहम चेहरा

बहुजतन समाज पार्टी (BSP) में नई नियुक्ति से कई प्रकार की बातें हो रही हैं. बसपा प्रमुख मायावती (Mayawati) ने अपने भाई आनंद कुमार की से अधिक तरजीत देते हुए रणधीर बेनीवाल को महत्व दिया है. रणधीर बेनीवाल (Randhir Beniwal) अब बसपा के नेशनल कोऑर्डिनेटर नियुक्त किए गए हैं. अब चर्चा हो रही है कि आखिर ये हैं कौन ? मायावती (Mayawati) ने इनको इतना महत्व क्यों दिया है ?

Authored By: सतीश झा

Updated On: Wednesday, March 5, 2025

बहुजन समाज पार्टी (BSP) प्रमुख मायावती (Mayawati) ने अपने भाई आनंद कुमार (Anand Kumar) की जगह सहारनपुर के रणधीर बेनीवाल को नेशनल कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया है. रणधीर बेनीवाल (Randhir Beniwal) लंबे समय से बसपा के सक्रिय कार्यकर्ता रहे हैं और पार्टी के मूल विचारधारा के प्रति उनकी निष्ठा जगजाहिर है. बेनीवाल को संगठन में मजबूत पकड़ और दलित समाज (Dalit Society) के बीच उनकी गहरी पैठ के कारण यह अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है. वे उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में बसपा को मजबूती देने में लगातार सक्रिय रहे हैं.

मायावती (Mayawati) ने बुधवार को X पर पोस्ट करते हुए लिखा कि बसपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आनंद कुमार, जिन्हें हाल ही में नेशनल कोऑर्डिनेटर भी बनाया गया था, ने एक पद पर रहते हुए काम करने की इच्छा जताई है. इसे देखते हुए उन्होंने अपने पूर्व पद पर बने रहने का निर्णय लिया है और अब वे बसपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रूप में पूर्ववत अपनी जिम्मेदारियां निभाते रहेंगे.

मायावती की रणनीति में बेनीवाल की भूमिका

बसपा प्रमुख मायावती (Mayawati) पार्टी में उन नेताओं को प्राथमिकता देती हैं, जो संगठन को मजबूती देने के लिए समर्पित हैं. रणधीर बेनीवाल (Randhir Beniwal) की नियुक्ति इस दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है. अब वे राज्यसभा सांसद रामजी गौतम के साथ मिलकर पार्टी की राष्ट्रीय जिम्मेदारियों को संभालेंगे. मायावती के मार्गदर्शन में संगठन को और मजबूत करने का काम करेंगे.

आनंद कुमार को क्यों दिया गया पीछे हटने का मौका?

आनंद कुमार, जो बसपा (BSP) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं, को हाल ही में नेशनल कोऑर्डिनेटर भी बनाया गया था, लेकिन उन्होंने स्वयं ही पार्टी और मूवमेंट के हित में एक ही पद पर काम करने की इच्छा जताई थी. ऐसे में मायावती ने उनकी इच्छा का सम्मान करते हुए उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद पर बनाए रखा और नेशनल कोऑर्डिनेटर की जिम्मेदारी बेनीवाल को सौंप दी.

बेनीवाल के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी

अब बसपा (BSP) के भविष्य में रणधीर बेनीवाल की भूमिका महत्वपूर्ण होगी. उनकी नियुक्ति को मायावती की रणनीतिक चाल के रूप में भी देखा जा रहा है, जिससे संगठन को जमीनी स्तर पर और मजबूत किया जा सके. पार्टी को उम्मीद है कि बेनीवाल पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे और बसपा को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे.

दो नेताओं के साथ मिलने का कितना होगा असर

बसपा में जिस प्रकार से रणधीर बेनीवाल को अब राज्यसभा सांसद रामजी गौतम के साथ पार्टी नेशनल कोऑर्डिनेटर के रूप में मायावती के मार्गदर्शन में पार्टी की विभिन्न राज्यों की जिम्मेदारियां दी गई हैं, उससे बसपा के लोगों की उम्मीदें बढ़ गई हैं. हाल के वर्षों में बसपा चुनाव में अच्छा नहीं कर पा रही है. वर्ष 2027 में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होना है. इस लिहाज से भी इस नियुक्ति को काफी गंभीरता से लिया जा रहा है. बसपा को उम्मीद है कि ये दोनों नेता पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ पार्टी के विस्तार और संगठन को मजबूत करने का कार्य करेंगे.

About the Author: सतीश झा
सतीश झा की लेखनी में समाज की जमीनी सच्चाई और प्रगतिशील दृष्टिकोण का मेल दिखाई देता है। बीते 20 वर्षों में राजनीति, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समाचारों के साथ-साथ राज्यों की खबरों पर व्यापक और गहन लेखन किया है। उनकी विशेषता समसामयिक विषयों को सरल भाषा में प्रस्तुत करना और पाठकों तक सटीक जानकारी पहुंचाना है। राजनीति से लेकर अंतरराष्ट्रीय मुद्दों तक, उनकी गहन पकड़ और निष्पक्षता ने उन्हें पत्रकारिता जगत में एक विशिष्ट पहचान दिलाई है
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