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Gaza War : 15 महीने से जारी इजरायल-हमास युद्ध का हुआ अंत
Gaza War : 15 महीने से जारी इजरायल-हमास युद्ध का हुआ अंत
Authored By: गुंजन शांडिल्य
Published On: Thursday, January 16, 2025
Updated On: Thursday, January 16, 2025
इजरायल और हमास के बीच हुए प्रारंभिक समझौता के तहत गाजा से इजराइली सेना की क्रमिक वापसी होगी। हमास इजरायली बंधकों को छोड़ेगा। बदले में इजरायल फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। यह समझौता 19 जनवरी को प्रभावी होगा।
Authored By: गुंजन शांडिल्य
Updated On: Thursday, January 16, 2025
हाईलाइट
- इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम पर हुआ समझौता।
- संघर्ष विराम समझौते में गाजा से इजरायली सेना की चरणबद्ध वापसी होगी।
- हमास और इजरायल द्वारा बनाए गए बंधकों की अदला-बदली छह सप्ताह में होगी।
- बंधकों की रिहाई के बाद आगे की बातचीत शुरू होगी।
- हजारों हमास, हिजबुल्लाह और हौथिस आतंकी और उनके शीर्ष कमांडर मारे गए।
आखिरकार 15 महीने से जारी इजरायल-हमास युद्ध (Gaza War) का अंत हो गया है। इस दौरान सैकड़ों लोग मारे गए हैं। इजरायल और हमास एक समझौते के तहत युद्ध समाप्त करने के लिए राजी हो गए हैं। 19 जनवरी से इस समझौते को प्रभावी तरीके से लागू किया जाएगा। समझौते के तहत गाजा से इजरायली सेना की वापसी एक साथ नहीं होगी। बल्कि इजरायली सेना क्रमबद्ध तरीके से गाजा छोड़ेंगे। इस बीच दोनों पक्ष अपने-अपने बंधकों को रिहा करेगा। ताकि 15 महीने से कैद ये बंधक अपने परिवार वालों से फिर से मिल सकें।
मिस्र और कतर बने मध्यस्थ
गाजा युद्ध को शांति तक लाने में मिस्र और कतर ने भूमिका निभाई है। इसके अलावा इसमें अमेरिका ने भी एक अहम रोल निभाया है। खासकर वहां नए राष्ट्रपति के रूप में चुने गए डोनाल्ड ट्रंप ने। मिस्र और कतर के साथ अमेरिका पिछले कुछ महीनों से कूटनीति के जरिए इसे हल करने का प्रयास कर रहा था। यह कूटनीतिक प्रयास रंग लाया और दोनों पक्ष (इज़राइल-हमास) संघर्ष विराम और बंधक समझौते पर पहुंच गए। यह समझौता युद्धग्रस्त गाजा में लड़ाई को रोक देगा। साथ ही फिलिस्तीनी नागरिकों को बहुत जरूरी मानवीय सहायता प्रदान करेगा।
हमास ने इसे अपना उपलब्धि बताया
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने हमास के हवाले से बताया है कि फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह के प्रतिनिधिमंडल ने युद्ध विराम समझौते और बंधकों की रिहाई के लिए स्वीकृति भेज दी है। युद्ध विराम की घोषणा करते हुए सोशल मीडिया पर जारी एक बयान में हमास ने इस समझौते को अपनी उपलब्धि और एक महत्वपूर्ण मोड़ बताया है।
नेतन्याहू ने बाइडेन-ट्रंप को कहा धन्यवाद
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय से कहा गया है कि उन्होंने इस समझौते के लिए बाइडेन और अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, दोनों को धन्यवाद दिया है। साथ में यह भी कहा गया है कि नेतन्याहू जल्द ही वाशिंगटन का दौरा करेंगे।
इजरायल ने गाजा पर क्यों किया हमला
इस बार युद्ध की शुरुआत हमास द्वारा इजरायली लोगों की हत्या से हुआ। हमास के आतंकवादियों ने सुरक्षा अवरोधों को तोड़ते हुए 7 अक्टूबर 2023 को इजरायली समुदायों में घुसकर लगभग 12,000 सैनिकों और नागरिकों को मार दिया। तभी हमास ने लगभग 250 इजरायली लोगों को बंधक भी बना लिया था। इस घटना के बाद इजरायल ने गाजा पर आक्रमण कर दिया।
इजरायली हमले में कितने लोग मरे
इजरायल ने हमास के इस दुस्साहस का बदला गाजा में घुसकर उनके आतंकियों और कमांडरों को मारकर लेना शुरू किया। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के दावे को माने तो अक्टूबर 2023 से गाजा में इजरायली अभियान के दौरान 46,000 से अधिक लोग मारे गए हैं। साथ ही हजारों लोग टेंट और अस्थायी पुनर्वास शिविरों में रहने को मजबूर हुए हैं।
ट्रंप ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप के जीतने के बाद शांति समझौते ने गति पकड़ी। नवनिर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इजरायल-हमास युद्धविराम को जल्द से जल्द खत्म करने की मांग की थी। इन्होंने चेतावनी देते हुए कहा था, ‘अगर बंधकों को वापस नहीं किया गया तो उन्हें बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। बताया जाता है कि ट्रंप के मध्य पूर्व राजदूत स्टीव विटकॉफ ने इसके लिए व्यापक बातचीत की और निवर्तमान राष्ट्रपति जो बिडेन के साथ मिलकर इस समझौते को पूरा करने के लिए काम किया।
हमास, हिजबुल्लाह के कई कमांडर ढेर
इस बार के युद्ध में इजरायल पूरे मध्य-पूर्व एशिया से आतंकवाद को समेटने के इरादे से उतारा था। 15 महीने के युद्ध के दौरान पूरा मध्य-पूर्व, ईरान समर्थित प्रॉक्सी के साथ पूर्ण युद्ध के कगार पर आ गया था। इसमें लेबनान में हिजबुल्लाह और यमन में हौथिस शामिल थे। उन्होंने उन देशों में इजरायल के हितों पर हमला किया। इन सबका जवाब देते हुए इजरायल ने हमास, हिजबुल्लाह और हौथिस के कई शीर्ष कमांडरों को खत्म कर दिया। साथ ही कई आतंकी कैंप और हथियारों के भंडार स्थल को भी नष्ट कर दिया है।