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आ गया Gold ATM, हर्ष गोयनका ने क्यों कहा-बंद हो जाएगी कितनों की दुकान
आ गया Gold ATM, हर्ष गोयनका ने क्यों कहा-बंद हो जाएगी कितनों की दुकान
Authored By: Suman
Published On: Tuesday, April 22, 2025
Last Updated On: Wednesday, April 23, 2025
गोल्ड ज्वैलरी (gold jewellery) को बेचने या उसके बदले लोन लेने के लिए लोग ज्वैलर्स या गोल्ड लोन (Gold Loan) कंपनियों पर निर्भर होते हैं. लेकिन अब एक नई टेक्नोलॉजी आ गई है.
Authored By: Suman
Last Updated On: Wednesday, April 23, 2025
Automated Gold Exchange Machine : भारत में गोल्ड ज्वैलरी (gold jewellery) को बेचने या उसके बदले लोन लेने के लिए लोग ज्वैलर्स या गोल्ड लोन (Gold Loan) कंपनियों पर निर्भर होते हैं. लेकिन अब एक ऐसी टेक्नोलॉजी आ गई है जिससे ऐसी कितनी दुकानें बंद हो सकती हैं.
यह टेक्नोलॉजी है गोल्ड एटीएम (Gold ATM) की. इस टेक्नोलॉजी की मदद से किसी गोल्ड एटीएम में ग्राहक कोई ज्वैलरी डाले तो मशीन तत्काल उसे गलाकर उसकी प्योरिटी और वजन की जानकारी दे देती है और उसके अकाउंट में रकम आ जाती है. ग्राहक इस क्रेडिट के बदले बदले प्योर गोल्ड बार या कॉइन भी ले सकता है.
कहां शुरू हुआ एटीएम
भारत के प्रख्यात उद्योगपति और RPG Enterprises के चेयरमैन हर्ष गोयनका (Harsh Goenka) इस मशीन से काफी प्रभावित हैं. उन्होंने एक्स अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें ऐसा ही एक एटीएम चीन के शहर शांघाई (Shanghai) में लगाया गया है. उन्होंने लिखा है, ‘अपनी ज्वैलरी यहां डालिए, यह उसकी शुद्धता की जांच करेगा, उसे गला देगा, वैल्यू की गणना करेगा और तत्काल रकम आपके अकाउंट में डाल देगा. अगर यह भारत आ गया तो परंपरागत गोल्ड लेंडर्स को कोई नया धंधा ढूंढ़ना होगा. पारदर्शिता आएगी, शोषण बाहर जाएगा.’ ये गोल्ड एटीएम (Gold ATMs) ऐसे ऑटामेटेड कियोस्क हैं जिससे ग्राहक तत्काल गोल्ड बार, कॉइन या अन्य गोल्ड प्रोडक्ट खरीद सकते हैं.
सोशल मीडिया पर चर्चा
हर्ष गोयनका के इस पोस्ट पर सोशल मीडिया तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं. कोई कह रहा है कि यह शानदार है तो कोई इसे ‘चाइनीज स्कैम’ बता रहा है. कई लोग इस तरह की एटीएम की पारदर्शिता पर सवाल उठा रहे हैं और यह कह रहे हैं कि भारत में ऐसी टेक्नोलॉजी कारगर नहीं रहेगी.
एक यूजर ने कहा, ‘यहां बहुत कम लोग पहले से मूल्य की जानकारी के बिना कोई जेवर ऐसे मशीन में डालेंगे. गोल्ड लोन या बिक्री से हुई लेनदेन में एक पर्सनल टच होता है.’ इसके विपरीत मत जताते हुए एक यूजर ने कहा, ‘जब एक मशीन ऐसा करती है तो यह भरोसा होता है कि वह पारदर्शी होगी. सवाल बस यह है कि गोल्ड मेल्ट होने के बाद जो प्योरिटी वैल्यू और वेट बताया जाता है वह बिल्कुल सही है. इसकी जगह भारत में यह बेहतर हो सकता है कि आप ज्वैलरी किसी मशीन में डालें वह उसे बिना गलाए उसकी प्योरिटी चेक करे और उसके 80 फीसदी वैल्यू के बराबर लोन दे दे.
एक यूजर ने कहा, ‘भारतीय लोग अपना गोल्ड बेचना नहीं चाहते. वे इसमें खुश रहते हैं कि गोल्ड के बदले लोन लिया जाए क्योंकि इसे बाद में फिर हासिल करने का भरोसा होता होता है.’
चीन में जो गोल्ड एटीएम लगाए गए हैं वे शेनजेन की एक कंपनी किंगहुड ग्रुप ने तैयार किए हैं. इन्हें चीन के 100 शहरों में लगाया गया है. ये एटीएम गोल्ड को 1200 डिग्री सेल्सियस पर गला देते हैं और तत्काल प्योरिटी चेक उसकी जानकारी देते हैं.
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