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Share Market Today: एशिया में FII का सबसे ज्यादा धन भारत आया, शेयर बाजार में तेजी
Share Market Today: एशिया में FII का सबसे ज्यादा धन भारत आया, शेयर बाजार में तेजी
Authored By: Suman
Published On: Thursday, March 27, 2025
Updated On: Thursday, March 27, 2025
विदेशी निवेशक अब भारतीय शेयरों के वैल्युएशन को लेकर सहज हो गए हैं. इस 20 मार्च से ही FII भारतीय बाजार में लगातार खरीदार बने हुए हैं. अच्छे संकेतों की वजह से ही शेयर बाजार मजबूत हुए हैं.
Authored By: Suman
Updated On: Thursday, March 27, 2025
Indian Share Market : कई महीने की भारी बिकवाली के बाद अब विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) भारतीय शेयर बाजार में लौटते दिख रहे हैं. इस हफ्ते समूचे एशियाई बाजार में एफआईआई ने 1.4 अरब डॉलर का निवेश किया है जिसमें से अकेले 1.39 अरब डॉलर भारतीय बाजार में आया है.
इससे ऐसा लगता है कि विदेशी निवेशक अब भारतीय शेयरों के वैल्युएशन को लेकर सहज हो गए हैं. इस 20 मार्च से ही एफआईआई भारतीय बाजार में लगातार खरीदार बने हुए हैं. जानकारों का कहना है कि अब इस बात की मजबूत संभावना बन रही है कि अप्रैल में होने वाली बैठक में रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समित (MPC) ब्याज दरों में कटौती करेगी. इसके अलावा रिजर्व बैंक लगातार इस बात के प्रयास कर रहा है कि बैंकिंग सिस्टम में नकदी का उचित प्रवाह बना रहा और रुपये में ज्यादा गिरावट न आए. इसकी वजह से रुपया भी संभला है. इन सबकी वजह से निवेशकों का सेंटिमेंट मजबूत हुआ है.
इसके अलावा पिछले महीनों में जारी भारी गिरावट के सिलसिले की वजह से भारतीय शेयरों का वैल्युएशन अब वाजिब लेवल पर आ गया है. इससे विदेशी निवेशक आकर्षित हुए हैं.
बाजार में तेजी
इन संकेतों की वजह से ही भारतीय शेयर बाजार मजबूत हुए हैं. गुरुवार को सुबह बीएसई सेंसेक्स 201 अंकों की गिरावट के साथ 77,087 पर खुला था, लेकिन सुबह दस बजे के आसपास यह 459 अंकों की उछाल के साथ 77,747.46 पर पहुंच गया.
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर 2024 से ही भारी बिकवाली के बाद विदेशी निवेशक अब भारतीय शेयरों की खरीदारी में लगे हैं. सितंबर 2024 से 20 मार्च तक भारतीय बाजार में विदेशी निवेशकों ने कुल 28.18 अरब डॉलर की बिकवाली की थी. यही नहीं, भारतीय बाजार मार्च में दुनिया भर के शीर्ष प्रदर्शन करने वाले बाजारों में शामिल हो गया है. ब्लूमबर्ग जिन 90 ग्लोबल इंडेक्स को ट्रैक करता है उनमें भारतीय बाजार बेहतर प्रदर्शन करने वालों में शामिल है.
अभी तक ऐसा माना जा रहा था कि भारतीय शेयरों का वैल्युएशन काफी ऊंचा हो गया था जिसकी वजह से विदेशी निवेशक भारतीय बाजार में बिकवाली कर रहे थे. इसके अलावा ट्रंप सरकार की अनिश्चित नीति और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भू-राजनीतिक संकट ने बिकवाली को और मजबूती दी थी.
क्यों हो रही थी बिकवाली
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, इस हफ्ते विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार में करीब 1.39 अरब डॉलर के शेयरों की खरीदारी की है. भारत के अलावा इंडोनिशया में एफआईआई ने 15.8 करोड़ डॉलर और दक्षिण कोेरिया में 11.8 करोड़ डॉलर का निवेश किया है. इसके विपरीत उन्होंने ताइवान में 29.8 करोड़ डॉलर, मलेशिया में 16.1 करोड़ डॉलर और थाईलैंड में 8.9 करोड़ डॉलर मूल्य के शेयरों की बिकवाली की है.
(डिस्क्लेमर: शेयर बाजार और निवेश संबंधी खबरें सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से दी जाती हैं. इसे निवेश सलाह नहीं मानना चाहिए. किसी भी तरह के निवेश से पहले सेबी रजिस्टर्ड किसी सलाहकार की राय जरूर लें.)