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Kriti Sanon’s Journey in Film Industry : तेलुगु सिनेमा से शुरुआत कर बॉलीवुड में सिक्का जमाने में कृति सेनन को लगे एक दशक
Kriti Sanon’s Journey in Film Industry : तेलुगु सिनेमा से शुरुआत कर बॉलीवुड में सिक्का जमाने में कृति सेनन को लगे एक दशक
Authored By: अंशु सिंह
Published On: Wednesday, January 29, 2025
Updated On: Wednesday, January 29, 2025
Kriti Sanon’s journey in Film Industry : कृति सेनन (Kriti Sanon) ने कभी सोचा नहीं था कि एक दिन वे अभिनेत्री बनेंगी. लेकिन फिल्म इंडस्ट्री में करीब एक दशक बिताने के बाद आज कृति को अपने काम में मजा आ रहा. अपने किरदारों के साथ प्रयोग और नई-नई भूमिकाएं करना उन्हें अच्छा लगता है. जैसे फिल्म ‘तेरी बातों में उलझा जिया’ में कृति एक रोबोट की भूमिका में नजर आईं थीं. इन दिनों उनकी चर्चा फिल्म ‘तेरे इश्क में’(Tere Ishq Mein), को लेकर हो रही है। फिल्म के रिलीज हुए ट्रेलर में कृति का रोल काफी इंटेंस दिखाई दिया. इसमें उनकी जोड़ी तमिल स्टार धनुष (Dhanush) के साथ बनी है. वे तीसरी बार किसी दक्षिण भारतीय अभिनेता के साथ बड़े पर्दे पर सबके सामने होंगी. देखना है कि इस बार उनकी जोड़ी को दर्शकों का कितना प्यार मिल पाता है?
Authored By: अंशु सिंह
Updated On: Wednesday, January 29, 2025
Kriti Sanon Journey in Film Industry: कृति सैनन ने वर्ष 2014 में तेलुगु फिल्म ‘1: नेनोक्कडीने’ से अपना फिल्मी करियर शुरू किया था, जिसमें उनके साथ थे महेश बाबू. ये फिल्म खास कमाल नहीं दिखा पाई। इसके बाद उन्होंने साजिद नाडियावाला की फिल्म ‘हीरोपंथी’ से बॉलीवुड में कदम रखा और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. सिनेमा की पृष्ठभूमि न होने के बावजूद वे अपनी हर नई फिल्म के साथ कुछ न कुछ नया सीखते हुए आगे बढ़ती गईं. बीते एक दशक में उन्होंने करीब एक दर्जन से अधिक फिल्मों में अपनी अदाकारी से इंडस्ट्री का ध्यान खींचा और खुद को साबित कर दिखाया.
फिल्म इंडस्ट्री में आईं बैकअप प्लान के साथ
कृति पेशे से इंजीनियर हैं. नोएडा स्थिति जेपी इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में बीटेक करने के पश्चात् उन्होंने मॉडलिंग शुरू कर दी थी. कभी खयालों में नहीं था कि एक्टर बनेंगी. लेकिन जब फिल्म का ऑफर आया, तो मना नहीं कर सकीं. हालांकि, बॉलीवुड में करियर बनाना आसान नहीं था. इंडस्ट्री में तो वे एक आउटसाइडर थी हीं, पैरेंट्स और रिश्तेदारों को भी लगता था कि उनके लिए बॉलीवुड में पांव जमाना मुश्किल होगा. इसलिए पैरेंट्स हमेशा एक बैकअप प्लान लेकर चलने की हिदायत देते रहते थे. कृति ने भी उनकी बात मानकर जीमैट की तैयारी की. उन्हें लगता था कि अगर कहीं फिल्म इंडस्ट्री में बात नहीं बनी, तो वे अपनी हायर स्टडीज जारी रखेंगी. लेकिन नियति में कृति का हीरोइन बनना लिखा था और आज वे एक स्टार बन चुकी हैं.
खुद की पहचान बनाने में लगा समय
एक इंटरव्यू में कृति ने बताया था कि कैसे आउटसाइडर होने के कारण उन्हें बॉलीवुड में खुद को स्थापित करने में समय लगा. फिल्म ‘हीरोपंथी’ के बाद लोगों ने उन्हें पहचाना जरूर, लेकिन टाइगर श्रॉफ की हीरोइन के तौर पर. अपनी खुद की पहचान बनाने में वक्त और मेहनत दोनों लगे. कुछ फिल्में हिट रहीं, तो कुछ से निराशा हाथ लगी. जैसे ‘राब्ता’ और ‘बाहुबली’ फेम प्रभास के साथ फिल्म ‘आदिपुरुष’ दर्शकों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर सकी. फ्लॉप रही. जाहिर है, इसमें जानकी की भूमिका निभा रहीं कृति को भी काफी निराशा झेलनी पड़ी. दक्षिण भारतीय अभिनेता के साथ यह उनकी दूसरी फिल्म थी. करियर की शुरुआत में कृति की फिल्में बेशक नहीं चलीं. लेकिन उन्होंने सोच-समझकर फिल्मों का चयन करना नहीं छोड़ा.
‘मिमी’ ने दिलाया कृति को सम्मान
दरअसल, कृति को एहसास था कि सिनेमा में रिस्क लेना पड़ता है, खुद को साबित करना पड़ता है. खुद को चुनौती देनी पड़ती है. अपने डर पर जीत पानी होती है. सफलता तभी मिलती है. कृति ने सब्र रखा और उसका उन्हें फल मिला. कृति की झोली में फिल्म ‘दिलवाले’ आई, जिसमें उनके साथ थे वरुण धवन, शाहरुख खान एवं काजोल जैसे मंझे हुए कलाकार. लेकिन उन्हें असली पहचान मिली फिल्म ‘बरेली की बर्फी’ और फिर फिल्म ‘मिमी’ से. ‘मिमी’ में कृति ने एक सरोगेट मदर का किरदार बेहद संजीदा तरीके से निभाया था, जिसके लिए उन्हें बाद में राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला. इसके अलावा, कृति की वरुण धवन के साथ ‘भेड़िया’ और शाहिद कपूर के साथ ‘तेरी बातों में उलझा जिया’ भी दर्शकों को काफी पसंद आई.
‘दो पत्ती’ के साथ फिल्म निर्माण में उतरीं
समय जरूर लगा. लेकिन इंडस्ट्री ने कृति की अदाकारी क्षमता को पहचाना और उन्हें एक गंभीर अदाकारा के रूप में स्थापित होने का मौका मिल सका. आज कृति एक एक्टर के अलावा फिल्म निर्माण के क्षेत्र में भी अपने कदम बढ़ा चुकी हैं. उनके प्रोडक्शन हाउस के बैनर तले फिल्म ‘दो पत्ती’ का निर्माण किया गया, जो ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज की गई थी. इसमें काजोल के अलावा कृति ने मुख्य भूमिका निभाई थी. हालांकि, इस फिल्म को दर्शकों का खास प्यार नहीं मिल सका. फिर भी कृति के पास नए प्रोजेक्ट्स की कमी नहीं है. आने वाले दिनों में वे ‘नई नवेली’, ‘हाउसफुल 5’ एवं अनुराग कश्यप की एक अनाम फिल्म में दिखाई देंगी.
‘तेरे इश्क में’ दिखेगा कृति का अलग जलवा
फिलहाल, सबकी नजरें ‘तेरे इश्क में’ पर टिकी हैं. इसमें ‘मुक्ति’ की भूमिका निभा रहीं कृति का एक अलग ही जलवा देखने को मिलेगा. कम से कम फिल्म के टीजर में कृति का संवाद तो इसी ओर इशारा करता है. इस टीजर में कृति कह रही हैं- ‘तुम्हें मोहब्बत है मुझसे, ये मैं जानती हूं। मगर इश्क मुझे भी हो तुमसे, ये जरूरी तो नहीं। तुम अपनी दहशत में उठा लो शहर सिर पे, मैं भी दर्द में कराहूं, ये जरूरी तो नहीं…। तुम मंदिरों में, शिवालयों में पटक लो माथा, मुक्ति मिल ही जाए, ये जरूरी तो नहीं…। कृति और धनुष पहली बार इस फिल्म में साथ होंगे, जिसका निर्देशन आनंद एल राय कर रहे हैं. आनंद ने इससे पहले फिल्म ‘रांझणा’ में धनुष को कास्ट किया था. ये फिल्म काफी पसंद की गई थी. नई जोड़ी के अलावा एआर रहमान का संगीत एवं इरशाद कामिल के गाने भी फिल्म के प्रमुख आकर्षण होंगे.