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Mother Mortality Rate : दुनिया भर में मांओं की मृत्यु के मामले में भारत दूसरे नंबर पर
Mother Mortality Rate : दुनिया भर में मांओं की मृत्यु के मामले में भारत दूसरे नंबर पर
Authored By: स्मिता
Published On: Friday, April 11, 2025
Updated On: Friday, April 11, 2025
Mother Mortality Rate: यूनाइटेड नेशन की रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर में बच्चे के जन्म के दौरान मांओं की मृत्यु के मामले में भारत दूसरे नंबर पर है. भारत में हर रोज रोज 52 मांओं की मौत हो रही है, वहीँ नाइजीरिया में रोज लगभग 145 मांओं की मौत हो जाती है.
Authored By: स्मिता
Updated On: Friday, April 11, 2025
Mother Mortality Rate : मां बनने का सुख किसी भी महिला के लिए सबसे बड़ा सुख है. प्रेग्नेंसी से लेकर बच्चों के जन्म तक उन्हें कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से जूझना पड़ता है. सुविधाओं के अभाव में कई बार गर्भावस्था जटिल हो जाती है. यह जटिलता उनकी मृत्यु का कारण भी बन जाती है. हाल में यूनाइटेड नेशन की आई रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 25 वर्षों में बच्चे के जन्म देने के दौरान मातृ मृत्युदर में भारी कमी आई थी, पर हाल के 2-3 वर्षों में दोबारा मातृ मृत्युदर में तेज़ी (Mother Mortality Rate) आ गई है।
क्या है दुनिया भर में बच्चे के जन्म के दौरान मां की मृत्यु का आंकड़ा (Data on Mother Mortality)
यूएन के अनुसार, 2023 में देश में 19 हजार गर्भवती की मौत हुई थी, जो दुनिया का 7.2% है. भारत में हर रोज 52 मांओं की मौत हो रही है. दुनिया में यह आंकड़ा नाइजीरिया के बाद दूसरा सबसे अधिक मातृ मृत्यु का आंकड़ा है. नाइजीरिया में बच्चे जन्म देने के दौरान रोज लगभग 145 मांओं की मौत हो जाती है.भारत में 2000 से 2023 की अवधि के बीच मातृ मुत्युदर में 78% की गिरावट दर्ज की गई. दूसरी ओर, चीन में 2023 में 1400 मातृ मृत्यु रिकॉर्ड की गई. पाकिस्तान में 11,000 मांओं की मौत हुई. यूएन ने हाल में ‘2000-2023 में मातृ मृत्युदर का ट्रेंड’ शीर्षक से एक रिपोर्ट अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित की है. इनमें से ज्यादातर मौतें प्रसव या गर्भावस्था के दौरान होने वाली जटिलता के कारण हुई.
प्रसव से जुड़ी जटिलता बनती है वजह (Child Birth Complication)
वर्ल्ड हेल्थ ओर्गेनाइज़ेशन के अनुसार, मांओं को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाएं बढीं. इससे 2000-2023 के बीच सुधार देखा गया, लेकिन 2023 के बाद दोबारा सुधार की गति धीमी हो गई. 2023 में गर्भावस्था या प्रसव से जुड़ी जटिलताओं की वजह से पूरी दुनिया में 2.60 लाख महिलाओं की मौतें हुई. इसका मतलब यह हुआ कि हर दो मिनट पर एक मातृ मृत्यु दर्ज की गई. वर्ल्ड हेल्थ ओर्गेनाइज़ेशन (World Health Organisation) के महानिदेशक डॉ. टेडोस एडनॉम घेनेयेसस के अनुसार, स्त्रियों के स्वास्थ्य पर उपलब्ध आंकड़े डराने वाले हैं. गर्भावस्था (Pregnancy) में महिलाओं की स्वास्थ्य संबंधी स्थितियां बहुत खतरनाक होती हैं.
भारत में मांओं की मृत्यु का कारण (Cause of Mother Mortality)
गंभीर रक्तस्राव (ज्यादातर बच्चे के जन्म के बाद रक्तस्राव) संक्रमण (आमतौर पर बच्चे के जन्म के बाद) गर्भावस्था के दौरान उच्च रक्तचाप (प्री-एक्लेमप्सिया और एक्लेमप्सिया) जैसे कारण इसकी वजह बनते हैं. इसे विभिन्न सरकारी पहलों, बेहतर स्वास्थ्य सेवा पहुंच और बेहतर चिकित्सा सुविधा से कम किया जा सकता है.
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