एक बार फिर अबू आजमी बने अखिलेश के लिए मुसीबत, औरंगजेब पर दिए बयान से गरमाई सियासत

एक बार फिर अबू आजमी बने अखिलेश के लिए मुसीबत, औरंगजेब पर दिए बयान से गरमाई सियासत

Authored By: सतीश झा

Published On: Monday, March 3, 2025

Updated On: Tuesday, March 4, 2025

अबू आजमी के औरंगजेब पर बयान से गरमाई सियासत, अखिलेश यादव पर बढ़ा दबाव

समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी (Abu Azmi) एक बार फिर अपने बयानों से सुर्खियां में आ गए हैं. अबकी बार उन्होंने औरंगजेब को लेकर मुंह खोला है. महाराष्ट्र के विधायक अबू आज़मी के बयान की तासीर मुंबई से लेकर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनउ तक पहुंची है. दिल्ली भी बयानों की जद में है. भाजपा नेताओं की मांग पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) मुंह खोलेंगे या शुतुरमुर्गी आचरण ही दिखाएंगे ?

Authored By: सतीश झा

Updated On: Tuesday, March 4, 2025

समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता और महाराष्ट्र के विधायक अबू आसिम आजमी (Abu Azmi) एक बार फिर अपने विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में हैं. इस बार उन्होंने मुगल शासक औरंगजेब को लेकर ऐसा बयान दिया है, जिससे सियासत गरमा गई है. कई भाजपा नेता इसे छत्रपति शिवाजी (Shivaji Maharaj) के साथ जोड़कर बयान का सियासी निहितार्थ खोज रहे हैं. अबू आजमी (Abu Azmi) के इस बयान से भाजपा ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को घेरना शुरू कर दिया है, जिससे यह मामला राजनीतिक रूप से और तूल पकड़ सकता है.

क्या कहा सपा विधायक अबू आजमी ने

अबू आजमी ने हाल ही में एक बयान में औरंगजेब को लेकर टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने कहा कि “औरंगजेब को गलत तरीके से पेश किया जाता है, जबकि वह एक न्यायप्रिय शासक था.“ उनके इस बयान के बाद भाजपा और अन्य विरोधी दलों ने इसे समाजवादी पार्टी की “तुष्टिकरण राजनीति“ से जोड़ते हुए पार्टी के अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर निशाना साधा है.

भाजपा के नेता-मंत्री का जुबानी हमला

भाजपा नेताओं ने अबू आजमी के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने महाराष्ट्र के विधायक अबू आज़मी के औरंगज़ेब संबंधी बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मुगल शासक औरंगजेब, जिसने हिंदुओं पर अमानवीय अत्याचार किए, एक क्रूर और हिंसक शासक था. लेकिन वोट बैंक की राजनीति के चलते INDI गठबंधन के नेता उसका महिमामंडन कर रहे हैं. एक तरफ राहुल गांधी तथाकथित ‘मोहब्बत की दुकान’ चला रहे हैं, और दूसरी तरफ उनकी पार्टी के नेता कभी औरंगजेब की कब्र पर चादर चढ़ाते हैं, तो कभी भारत के खिलाड़ियों का अपमान करते हैं. यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.”

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव पर हमला बोला है. केपी मौर्य ने कहा, “सपा के सभी नेता औरंगजेब के दीवाने हैं। ऐसे बयान अस्वीकार्य हैं। छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान देश बर्दाश्त नहीं कर सकता. अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को अबू आजमी के खिलाफ़ तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए.” भाजपा ने इस मुद्दे को लेकर समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि सपा हमेशा तुष्टिकरण की राजनीति करती रही है. केपी मौर्य ने कहा कि अबू आजमी का बयान यह साबित करता है कि सपा का झुकाव कट्टरपंथी मानसिकता की ओर है, जो राष्ट्रहित के खिलाफ है.

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की मुश्किलें बढ़ीं

अबू आजमी का यह बयान ऐसे समय आया है जब समाजवादी पार्टी आगामी चुनावों की तैयारी में जुटी है और भाजपा के खिलाफ मजबूत विपक्ष के रूप में खुद को स्थापित करने की कोशिश कर रही है. अभी तो भाजपा के नेताओं की ओर से बयान आ रहे हैं. अंदाजा है कि जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) इस मुद्दे पर शब्दवाण चलाएंगे, तो समाजवादी पार्टी के नेताओं खासकर अखिलेश यादव के लिए उसका सामना करना आसान नहीं होगा.

सपा सांसद ने किया ऐसे बचाव

समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद ने सपा नेता और महाराष्ट्र के विधायक अबू आज़मी के औरंगज़ेब संबंधी बयान पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की प्रतिक्रिया को लेकर कहा, “एकनाथ शिंदे को इतिहास की कोई जानकारी नहीं है, अगर होती तो वे ऐसा बयान नहीं देते. समाजवादी पार्टी हमेशा समाज को जोड़ने और बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के संविधान की रक्षा की बात करती है. उन्हें (एकनाथ शिंदे) औरंगजेब का इतिहास पढ़ना चाहिए.”

क्या कार्रवाई करेगी सपा?

अब देखने वाली बात यह होगी कि अखिलेश यादव इस मामले में क्या रुख अपनाते हैं ? क्या वे अबू आजमी के बयान से खुद को अलग करेंगे, फिर इसे पार्टी लाइन का हिस्सा मानकर नजरअंदाज करेंगे? यदि सपा इस बयान पर स्पष्ट रुख नहीं अपनाती, तो भाजपा आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भी सपा विधायक अबु आजमी के इस बयान को अभी अपने तुनीर में रख लेगी, जिसे वह चुनावी समर में घातक वाण के रूप में उपयोग करेगी.

About the Author: सतीश झा
सतीश झा की लेखनी में समाज की जमीनी सच्चाई और प्रगतिशील दृष्टिकोण का मेल दिखाई देता है। बीते 20 वर्षों में राजनीति, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समाचारों के साथ-साथ राज्यों की खबरों पर व्यापक और गहन लेखन किया है। उनकी विशेषता समसामयिक विषयों को सरल भाषा में प्रस्तुत करना और पाठकों तक सटीक जानकारी पहुंचाना है। राजनीति से लेकर अंतरराष्ट्रीय मुद्दों तक, उनकी गहन पकड़ और निष्पक्षता ने उन्हें पत्रकारिता जगत में एक विशिष्ट पहचान दिलाई है
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