Haryana Assembly Election: टिकट कटने से दोनों दलों (भाजपा और कांग्रेस) के नेता हुए बागी

Haryana Assembly Election: टिकट कटने से दोनों दलों (भाजपा और कांग्रेस) के नेता हुए बागी

Authored By: गुंजन शांडिल्य

Published On: Thursday, September 12, 2024

Updated On: Thursday, May 1, 2025

bhupendra singh hooda and nayab singh saini

हरियाणा में भाजपा (BJP) और कांग्रेस (Congress) दोनों दलों ने नामांकन के अंतिम बचे हुए कुछ दिन सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। दोनों दलों को अपने-अपने नेताओं के बागी होने का खतरा था। टिकट नहीं मिलने पर दोनों दलों के कई नेता बागी हुए भी हैं।

Authored By: गुंजन शांडिल्य

Updated On: Thursday, May 1, 2025

हरियाणा (Haryana) में आज नामांकन का अंतिम दिन है। भाजपा (BJP) ने कल देर रात तीसरी सूची में अंतिम तीन उम्मीदवारों के नाम घोषित की। जबकि कांग्रेस (Congress) कल यानी 11 सितंबर की शाम तक 90 में से 81 उम्मीदवार के नाम ही तय कर पाई थी। कल देर रात पार्टी ने चौथी सूची में 5 उम्मीदवार घोषित की है। आज पांचवीं सूची में दो नाम घोषित हुए हैं। अभी भी कांग्रेस से दो उम्मीदवारों के नाम तय होना बाकी है।

12 सितंबर को नामांकन का अंतिम दिन है। इस कारण पार्टी हर हाल में दो शेष उम्मीदवारों के नाम घोषित करेगी। लेकिन इतना तय है कि इस बार भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों को अपने-अपने उम्मीदवार तय करने में पसीने छूट गए हैं। इसका सबसे बाद कारण नेताओं के बगावती तेवर रहा है।

कांग्रेस को बगावत का अंदेशा

पार्टी दस साल से सत्ता से बाहर है। इसलिए इस बार सत्ता तक पहुँचने के लिए पूरी मेहनत कर रही है। कांग्रेस और उनके नेताओं को भी पता है कि दस साल के भाजपा सरकार के एंटी इंकम्बेंसी का लाभ पार्टी को होगी। इसलिए टिकट के दावेदार ज्यादा हैं। लेकिन पार्टी को टिकट नहीं मिलने वाले नेताओं से बगावत का भी खतरा है।

इसलिए वह टिकट की घोषणा करने में देर कर रही थी। ताकि कोई बागी होकर निर्दलीय खड़ा न हो सके। लेकिन पार्टी के कई नेता और उनके बेटों ने पहले ही निर्दलीय पर्चा दाखिल कर दिया है।

दो सांसद बेटों ने दाखिल किया नामांकन

कांग्रेस पार्टी के दो सांसद बेटों ने नाम घोषित होने से पहले नामांकन दाखिल कर दिया है। ये दोनों नामांकन कैथल जिले के दो विधानसभाओं से दाखिल किया गया है। हिसार से सांसद जेपी ( MP JP) के बेटे विकास सहारण (Vikas Saharan) ने कलायत से पर्चा भरा है। वहीं राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला (Rajya Sabha MP Randeep Surjewala) के बेटे आदित्य सुरजेवाला (Aditya Surjewala) ने कैथल विधानसभा से नामांकन दाखिल किया।

इन दोनों सांसद बेटों का नाम कांग्रेस की ओर से घोषित नहीं किया गया है। इनके अलावा कई अन्य सीटों पर कांग्रेस के टिकट दावेदारों ने नामांकन दाखिल किया है। अब देखना यह होगा कि पार्टी इन नेताओं पर अनुशासनात्मक कार्यवाही करती है या नहीं।

भाजपा (BJP) को भी बगावत का डर

भाजपा को भी अपने नेताओं से बगावत का डर सता रहा था। यह हुआ भी। जैसे-जैसे पार्टी ने टिकट की घोषणा की उनके कई नेताओं ने बगावत कर दिया। कुछ ने निर्दलीय नाम दाखिल किया है तो कुछ दूसरी पार्टियों की ओर रुख कर गए।

भाजपा ने अपनी तीसरी एवं अंतिम सूची में कल देर रात शेष तीन उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दी है। इसमें सिरसा सीट से रोहताश जांगड़ा, महेंद्रगढ़ से कंवर सिंह यादव और फरीदाबाद एनआईटी सीट से सतीश फागना के नाम हैं। पिछले चुनाव में इन तीनों सीटों पर पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। इसलिए इस बार यहां से नए उम्मीदवार को टिकट दिया गया।

वरिष्ठ नेता निर्दलीय लड़ेंगे चुनाव

महेंद्रगढ़ से भाजपा के वरिष्ठ नेता रामबिलास शर्मा (Ram Bilas Sharma) चुनाव लड़ते हैं। लेकिन पार्टी ने इस बार उनका टिकट काटकर कुंवर सिंह यादव (Kunwar Singh Yadav) को उम्मीदवार बनाया है। जबकि रामबिलास शर्मा नाम घोषित होने से पहले ही निर्दलीय नामांकन दाखिल कर चुके थे।

गुंजन शांडिल्य समसामयिक मुद्दों पर गहरी समझ और पटकथा लेखन में दक्षता के साथ 10 वर्षों से अधिक का अनुभव रखते हैं। पत्रकारिता की पारंपरिक और आधुनिक शैलियों के साथ कदम मिलाकर चलने में निपुण, गुंजन ने पाठकों और दर्शकों को जोड़ने और विषयों को सहजता से समझाने में उत्कृष्टता हासिल की है। वह समसामयिक मुद्दों पर न केवल स्पष्ट और गहराई से लिखते हैं, बल्कि पटकथा लेखन में भी उनकी दक्षता ने उन्हें एक अलग पहचान दी है। उनकी लेखनी में विषय की गंभीरता और प्रस्तुति की रोचकता का अनूठा संगम दिखाई देता है।
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