नीतीश कुमार की जीवनी: जन्म, शिक्षा, परिवार, राजनीतिक करियर, इंजीनियर से मुख्यमंत्री तक का सफर
नीतीश कुमार की जीवनी: जन्म, शिक्षा, परिवार, राजनीतिक करियर, इंजीनियर से मुख्यमंत्री तक का सफर
Authored By: Nishant Singh
Published On: Thursday, July 10, 2025
Updated On: Thursday, July 10, 2025
Nitish Kumar Biography: नीतीश कुमार, एक ऐसा नाम जिसने बिहार की राजनीति को नई दिशा दी. साधारण परिवार से निकलकर राजनीति के शिखर तक पहुंचे इस नेता ने सुशासन, विकास और सामाजिक न्याय की नई परिभाषाएं गढ़ीं. इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद उन्होंने जनसेवा को अपना कर्म बनाया और कई बार मुख्यमंत्री बनकर राज्य को स्थायित्व और नीति-निर्माण में मजबूती दी. उनकी शराबबंदी, शिक्षा और महिला सशक्तिकरण की योजनाएं ऐतिहासिक मानी जाती हैं. चाहे केंद्र में मंत्री पद हो या बिहार की कमान, नीतीश कुमार हमेशा बदलाव के प्रतीक रहे हैं. इस लेख में हम जानेंगे उनके जीवन, संघर्ष, उपलब्धियों और उनके राजनीतिक सफर की पूरी यात्रा.
Authored By: Nishant Singh
Updated On: Thursday, July 10, 2025
बिहार की राजनीति में एक ऐसा नाम जो दशकों से बदलाव और विकास का पर्याय बना हुआ है—नितीश कुमार. उन्होंने अपनी सादगी, ईमानदारी और जनता से जुड़ाव के जरिए राजनीति में वो मुकाम हासिल किया है, जो बहुत कम लोगों को नसीब होता है. एक साधारण परिवार से निकलकर इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले नितीश ने जनसेवा को अपना लक्ष्य बना लिया. वे न सिर्फ कई बार बिहार के मुख्यमंत्री बने, बल्कि हर बार अपनी नीतियों और योजनाओं से जनता को एक नई उम्मीद भी दी. उनके जीवन की कहानी सिर्फ एक राजनेता की नहीं, बल्कि एक ऐसे व्यक्ति की है जो लगातार अपने राज्य को बेहतर बनाने की कोशिश में जुटा रहा. इस लेख में हम नितीश कुमार के जीवन, उनके संघर्षों, उपलब्धियों और राजनीतिक सफर की सम्पूर्ण कहानी को जानने का प्रयास करेंगे.
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

नीतीश कुमार का जन्म 1 मार्च 1951 को बिहार के पटना जिले के बख्तियारपुर में हुआ था. उनके पिता का नाम वैद्य राम लखन सिंह था, जो स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भी थे. नीतीश कुमार ने पटना इंजीनियरिंग कॉलेज (अब NIT पटना) से विद्युत अभियंत्रण (इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग) में स्नातक की डिग्री प्राप्त की. बचपन में उन्हें ‘मुन्ना’ नाम से पुकारा जाता था.
- विद्यालय‑शिक्षा: हरनौट के स्थानीय विद्यालय से शिक्षा प्राप्त की.
- उच्च शिक्षा: 1972 में बिहार कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग (अब NIT पटना) से विद्युत अभियांत्रिकी में स्नातक किया .
- करियर की शुरुआत: बीएसईबी (बिहार स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड) में अभियंता के रूप में कार्य किया, उसके बाद राजनीति में रूचि बढ़ी .
नितीश कुमार का व्यक्तिगत विवरण
विवरण | जानकारी |
---|---|
पूरा नाम | नितीश कुमार |
जन्म तिथि | 1 मार्च 1951 |
जन्म स्थान | बख़्तियारपुर, ज़िला पटना, बिहार |
माता का नाम | परमेश्वरी देवी |
पिता का नाम | राम लखन सिंह (स्वतंत्रता सेनानी और वैद्य) |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित (अब विधुर) |
पत्नी का नाम | मंजू देवी (निधन: 2007) |
पुत्र का नाम | निशांत कुमार |
शिक्षा | विद्युत अभियंत्रण में स्नातक (NIT पटना) |
पूर्व व्यवसाय | अभियंता (BSEB में) |
राजनीतिक दल | जनता दल (यूनाइटेड) – JDU |
राजनीतिक जीवन की शुरुआत

नीतीश कुमार ने अपने छात्र जीवन में ही राजनीति में कदम रख दिया था. वे 1974 के जयप्रकाश नारायण के सम्पूर्ण क्रांति आंदोलन में सक्रिय रूप से शामिल हुए. 1985 में वे पहली बार बिहार विधानसभा के सदस्य बने. इसके बाद 1987 में युवा लोकदल के अध्यक्ष और 1989 में जनता दल (बिहार) के महासचिव बने. इसी वर्ष वे नौंवी लोकसभा के सदस्य चुने गए और दिल्ली की राजनीति में भी सक्रिय भूमिका निभाने लगे.
वर्ष/आवधि | घटना एवं पद |
---|---|
1974–77 | जयप्रकाश नारायण आंदोलन में सक्रिय, आपातकाल में गति |
1985 | हरनौट से विधानसभा में पहली जीत |
1989 | जनता दल में शामिल, महासचिव बने |
1996 | पहली बार लोकसभा (बारह) से निर्वाचित |
1998–2004 | केंद्रीय मंत्री (कृषि, सतह परिवहन, रेल) |
राजनीतिक सफर और प्रमुख पद
नीतीश कुमार ने अपने राजनीतिक करियर में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है. उन्होंने केंद्र सरकार में रेल, कृषि, भूतल परिवहन जैसे मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाली. 1994 में जॉर्ज फर्नांडीस के साथ मिलकर समता पार्टी की स्थापना की. 2000 में वे पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री बने, हालांकि बहुमत न होने के कारण उन्हें 7 दिन में ही इस्तीफा देना पड़ा. 2005 में उन्होंने दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और तब से वे कई बार इस पद पर आसीन हो चुके हैं.
वर्ष / अवधि | पद / उपलब्धि |
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1974 | जयप्रकाश नारायण के आंदोलन में सक्रिय भागीदारी |
1985 | पहली बार बिहार विधानसभा के लिए निर्वाचित (हरनौत से) |
1989 | लोकसभा सदस्य बने |
1990–1994 | जनता दल के महासचिव के रूप में कार्य |
1994 | जॉर्ज फर्नांडीस के साथ मिलकर समता पार्टी की स्थापना |
1996–2004 | केंद्र सरकार में मंत्री (रेल, कृषि, भूतल परिवहन मंत्रालय) |
मार्च 2000 | पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री बने (7 दिन बाद इस्तीफा) |
नवम्बर 2005 | दूसरी बार मुख्यमंत्री बने; पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाई |
2010, 2015, 2020, 2024 | बार-बार मुख्यमंत्री पद पर निर्वाचित |
2024–वर्तमान | NDA के समर्थन से नौवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बने |
मुख्यमंत्री के रूप में कार्यकाल

नीतीश कुमार अब तक सात बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं. उनके कार्यकाल की प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
- शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं में सुधार.
- कानून व्यवस्था को मजबूत करना और अपराध पर नियंत्रण.
- महिला सशक्तिकरण और शराबबंदी जैसे ऐतिहासिक फैसले.
- पंचायत और स्थानीय निकायों में महिलाओं को 50% आरक्षण देना.
- राज्य में औद्योगिक विकास के लिए निवेश को बढ़ावा देना.
मुख्यमंत्री के रूप में कार्यकाल
कार्यकाल की अवधि | पद | टिप्पणी |
---|---|---|
3 मार्च 2000 – 10 मार्च 2000 | मुख्यमंत्री, बिहार | 7 दिन का कार्यकाल |
24 नवम्बर 2005 – 24 नवम्बर 2010 | मुख्यमंत्री, बिहार | 31वें मुख्यमंत्री |
26 नवम्बर 2010 – 17 मई 2014 | मुख्यमंत्री, बिहार | 32वें मुख्यमंत्री |
22 फरवरी 2015 – 19 नवम्बर 2015 | मुख्यमंत्री, बिहार | 34वें मुख्यमंत्री |
20 नवम्बर 2015 – 26 जुलाई 2017 | मुख्यमंत्री, बिहार | 35वें मुख्यमंत्री |
27 जुलाई 2017 – वर्तमान | मुख्यमंत्री, बिहार | 36वें और 37वें मुख्यमंत्री |
प्रमुख उपलब्धियां और नीतियां
- शिक्षा: राज्य में लाखों शिक्षकों की नियुक्ति, स्कूलों में छात्राओं के लिए साइकिल योजना, छात्रवृत्ति आदि.
- स्वास्थ्य: प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को सशक्त बनाना, डॉक्टरों की उपस्थिति सुनिश्चित करना.
- बिजली एवं सड़क: गांव-गांव तक बिजली पहुंचाना, सड़कों का जाल बिछाना.
- कानून व्यवस्था: अपराध नियंत्रण, तेज़ ट्रायल और सजा की दर में वृद्धि.
- महिला सशक्तिकरण: पंचायतों में महिलाओं को आरक्षण, शराबबंदी लागू करना.
- आर्थिक विकास: औद्योगिक निवेश को बढ़ावा, कृषि सुधार.
नीतिश सरकार की प्रमुख योजनाएं

उनकी शिक्षा व स्वास्थ्य योजनाएं
- स्कूल जाने वाली लड़कियों को ‘बाइक’ व ‘प्रोत्साहन’ देकर नामांकन व उपस्थिति बढ़ाई.
ग्रामीण क्षेत्रों में निःशुल्क दवाओं की योजना प्रारंभ की .
50% वेदन–आरक्षण
- पंचायतों और स्थानीय निकायों में महिलाओं व पिछड़ों को मतदान के आरक्षण की व्यवस्था की .
प्रशासनिक सुधार
- स्पेशल विजिलेंस यूनिट (SVU) के नाम पर भ्रष्टाचार रोधी उपाय.
- जेलों में मोबाइल जामर, परीक्षाओं में कार्बन कॉपी प्रणाली.
पांच प्रमुख पुरस्कार
- वर्ष 2007–10 के दौरान कई राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय सम्मान जैसे CNN‑IBN, Forbes, ET आदि.
महत्वपूर्ण योजनाएं
- एनआरईजीएस ई‑शक्ति, नल‑जल, अंत्योदय सरल, इंजीनियरिंग कॉलेज स्थापना .
सम्मान एवं पुरस्कार
नीतीश कुमार को उनके कार्यों के लिए कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिले हैं:
- अणुव्रत सम्मान (2017) – बिहार में शराबबंदी लागू करने के लिए
- जेपी स्मारक पुरस्कार (2013)
- फॉरेन पॉलिसी मैगजीन के टॉप 100 वैश्विक चिंतकों में स्थान (2012)
- MSN, NDTV, Forbes, CNN-IBN द्वारा “इंडियन ऑफ द ईयर” अवार्ड (2008-2010)
- इकोनॉमिक टाइम्स “बिजनेस रिफार्मर ऑफ द ईयर” (2009)
- पोलियो उन्मूलन चैम्पियनशिप अवार्ड (2009)
वर्ष | पुरस्कार का नाम | क्षेत्र / कारण |
---|---|---|
2008 | CNN-IBN ग्रेट इंडियन ऑफ द ईयर – राजनीति | राजनीतिक नेतृत्व |
2009 | NDTV इंडियन ऑफ द ईयर – राजनीति | सुशासन और विकास कार्य |
2009 | इकोनॉमिक टाइम्स बिजनेस रिफॉर्मर ऑफ द ईयर | आर्थिक और प्रशासनिक सुधार |
2009 | रोटरी इंटरनेशनल पोलियो उन्मूलन चैम्पियनशिप पुरस्कार | स्वास्थ्य क्षेत्र में योगदान |
2010 | CNN-IBN इंडियन ऑफ द ईयर – राजनीति | राजनीतिक नेतृत्व |
2010 | NDTV इंडियन ऑफ द ईयर – राजनीति | सुशासन और स्थिर नेतृत्व |
2010 | फोर्ब्स इंडिया पर्सन ऑफ द ईयर | प्रभावशाली और परिवर्तनकारी नेतृत्व |
2011 | सर जहांगीर गांधी पदक (XLRI, जमशेदपुर) | औद्योगिक और सामाजिक शांति |
2012 | फॉरेन पॉलिसी मैगजीन – शीर्ष 100 वैश्विक विचारकों में 77वां स्थान | वैश्विक स्तर पर विचार नेतृत्व |
2013 | जे.पी. मेमोरियल पुरस्कार | जे.पी. आंदोलन की विरासत को आगे बढ़ाने हेतु |
2017 | अणुव्रत पुरस्कार | बिहार में शराबबंदी लागू करने के लिए |
राजनीतिक छवि और प्रभाव

नीतीश कुमार को ‘सुशासन बाबू’ के नाम से जाना जाता है. उन्होंने बिहार की राजनीति में ईमानदार, विकासशील और मजबूत प्रशासनिक छवि बनाई है. वे जातीय समीकरणों के साथ-साथ विकास की राजनीति के लिए भी जाने जाते हैं. उनकी छवि एक ऐसे नेता की है, जिसने बिहार को ‘जंगलराज’ से ‘सुशासन’ की ओर अग्रसर किया.
निष्कर्ष
नीतीश कुमार ने बिहार की राजनीति में एक लंबा और प्रभावशाली सफर तय किया है. वे आज भी राज्य के सबसे लोकप्रिय और प्रभावशाली नेताओं में गिने जाते हैं. उनकी नीतियों और नेतृत्व क्षमता ने बिहार को नई दिशा दी है और वे आने वाले समय में भी राज्य की राजनीति के केंद्र में बने रहेंगे.
FAQ
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