बीजेपी में बगावत: टी राजा सिंह का इस्तीफा और अंदरूनी भूचाल
बीजेपी में बगावत: टी राजा सिंह का इस्तीफा और अंदरूनी भूचाल
Authored By: Nishant Singh
Published On: Friday, July 11, 2025
Updated On: Friday, July 11, 2025
तेलंगाना बीजेपी में सियासी तूफान. गोशामहल से विधायक टी. राजा सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया, जिसे जेपी नड्डा ने तुरंत स्वीकार भी कर लिया. राजा सिंह ने अपने पत्र में साफ लिखा कि रामचंदर राव को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने से पार्टी के लाखों कार्यकर्ता आहत हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग पर्दे के पीछे से फैसले करवा रहे हैं और नेतृत्व को गुमराह कर रहे हैं. तीन बार विधायक रह चुके राजा सिंह का कहना है कि यह त्याग किसी पद या लाभ के लिए नहीं, बल्कि निष्ठावान कार्यकर्ताओं की आवाज उठाने के लिए है.
Authored By: Nishant Singh
Updated On: Friday, July 11, 2025
BJP Rebellion: तेलंगाना की राजनीति में भूचाल आया है. बीजेपी के फायरब्रांड नेता और गोशामहल से तीन बार के विधायक टी. राजा सिंह ने पार्टी को झटका देते हुए इस्तीफा दे दिया है, जिसे पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने फौरन मंजूर भी कर लिया. यह सिर्फ एक नेता का इस्तीफा नहीं, बल्कि बीजेपी के अंदर असहमति और असंतोष का विस्फोट है.
राजा सिंह, जो हमेशा अपने हिंदुत्ववादी तेवरों और विवादित बयानों से चर्चा में रहते हैं, ने इस्तीफे में साफ कहा कि यह फैसला उनके व्यक्तिगत हित के लिए नहीं, बल्कि लाखों समर्पित कार्यकर्ताओं की भावना और पीड़ा को आवाज देने के लिए लिया गया है. पर्दे के पीछे की राजनीति अब सामने आने लगी है.
बीजेपी में इस्तीफे का धमाका
भाजपा ने तेलंगाना के गोशामहल से विधायक टी राजा सिंह का पार्टी से इस्तीफा औपचारिक रूप से स्वीकार कर लिया है. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनके त्यागपत्र को तत्काल प्रभाव से मंजूरी दे दी है.
आधिकारिक मुहर: इस्तीफे पर पार्टी का बयान
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह की ओर से शुक्रवार को टी राजा सिंह को जारी एक आधिकारिक पत्र में यह जानकारी दी गई. पत्र में कहा गया है, “यह पत्र आपके द्वारा दिनांक 30 जून 2025 को जी किशन रेड्डी, अध्यक्ष, भाजपा तेलंगाना राज्य को दिए गए त्यागपत्र के संदर्भ में है. उक्त पत्र राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के संज्ञान में लाया गया है. आपने अपने पत्र में जो बातें कही हैं, वे पार्टी की कार्यप्रणाली, विचारधारा और सिद्धांतों से मेल नहीं खातीं. राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा के निर्देशानुसार, आपका त्यागपत्र तत्काल प्रभाव से स्वीकार किया जाता है.”
बता दें कि टी राजा सिंह अक्सर अपने विवादित बयानों और हिंदुत्व समर्थक रुख के लिए सुर्खियों में रहते हैं. उन्होंने 30 जून को पार्टी नेतृत्व को पत्र लिखकर अपना इस्तीफा सौंपा था. उनका यह फैसला रामचंदर राव को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की मीडिया रिपोर्ट्स के बाद सामने आया है.
विचारधारा से टकराव बना कारण
अपने इस्तीफे में राजा सिंह ने लिखा था, “मैं यह पत्र भारी मन से और गहरी चिंता के साथ लिख रहा हूं. रामचंदर राव को तेलंगाना भाजपा का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की खबर से न सिर्फ मैं, बल्कि लाखों कार्यकर्ता, नेता और पार्टी के समर्पित मतदाता भी सदमे में हैं. ऐसे समय में जब भाजपा राज्य में पहली बार सरकार बनाने की दहलीज पर है, इस प्रकार का निर्णय पार्टी की दिशा पर गंभीर सवाल खड़े करता है.”
पर्दे के पीछे की राजनीति पर सवाल
उन्होंने आरोप लगाया था कि कुछ लोग पर्दे के पीछे से फैसले करवा रहे हैं और व्यक्तिगत हितों को प्राथमिकता देकर पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को भ्रमित कर रहे हैं.
टी राजा सिंह ने तीन बार विधायक बनने का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी के लिए पूरी निष्ठा से काम किया, लेकिन अब वह चुप नहीं रह सकते. उन्होंने कहा, “यह फैसला किसी निजी महत्वाकांक्षा के कारण नहीं लिया गया है, बल्कि यह लाखों समर्पित कार्यकर्ताओं और समर्थकों की पीड़ा और निराशा की आवाज है.”
(आईएएनएस इनपुट के साथ)
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