Jyeshtha Month 2025 : 10 जून को अंतिम बड़ा मंगल, जानिए क्यों है यह विशेष पुण्यदायक

Jyeshtha Month 2025 : 10 जून को अंतिम बड़ा मंगल, जानिए क्यों है यह विशेष पुण्यदायक

Authored By: स्मिता

Published On: Monday, June 9, 2025

Last Updated On: Monday, June 9, 2025

Jyeshtha Month 2025: ज्येष्ठ मास 2025 का अंतिम बड़ा मंगल 10 जून को, विशेष पुण्यदायक अवसर.
Jyeshtha Month 2025: ज्येष्ठ मास 2025 का अंतिम बड़ा मंगल 10 जून को, विशेष पुण्यदायक अवसर.

Jyeshtha Month 2025 : इस साल ज्येष्ठ का पवित्र महीना मंगलवार, 13 मई को शुरू हुआ, जो 11 जून 2025 तक चलेगा. माह मंगलवार से शुरू होने के कारण इसका हर मंगलवार बड़ा मंगल कहलाता है. मंगलवार को भक्तों की हर कठिन परिस्थिति में मदद करने वाले भगवान हनुमान की पूजा होती है. ज्येष्ठ माह का अंतिम बड़ा मंगल 10 जून को है. इस दिन को विशेष पुण्य देने वाला माना जा रहा है.

Authored By: स्मिता

Last Updated On: Monday, June 9, 2025

Jyeshtha Month 2025: ज्येष्ठ का महीना सनातन धर्म में गहन आध्यात्मिक महत्व वाला है. इस महीने में गर्मी चरम पर होती है. यही वह समय है जब भारत भर में भक्त शक्ति और आशीर्वाद लेने के लिए भगवान हनुमान की विशेष पूजा करते हैं. खासकर मंगलवार को. ज्येष्ठ महीने की शुरुआत मंगलवार को होने के कारण माह का हर मंगल बड़ा मंगल कहलाता है. मान्यता है कि प्रत्येक बड़ा मंगल को हनुमान जी की पूजा करने पर उनका दिव्य आशीर्वाद (Jyeshtha Month 2025 ) मिलता है.

10 जून को अंतिम बड़ा मंगल (Last Bada Mangal)

बड़ा मंगल को बुढ़वा मंगल के नाम से भी जाना जाता है. ज्येष्ठ महीने में पांच मंगलवार है, जो बड़ा मंगल है. ये तिथियां हैं-13 मई, 20 मई, 27 मई, 3 जून और 10 जून. 10 जून को अंतिम बड़ा मंगल है. इस दिन को विशेष पुण्य देने वाला माना जा रहा है. इसलिए इस दिन भक्तगण भगवान हनुमान की विशेष अनुष्ठान और भक्ति के साथ पूजा-अर्चना करेंगे.

हनुमानजी मिले थे रामजी से (Hanuman Bhakti)

पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान हनुमान पहली बार ज्येष्ठ महीने में भगवान राम से मिले थे. यह पौराणिक मुलाकात अनुष्ठान के आध्यात्मिक महत्व को बढ़ाती है. इस मिलन को याद करते हुए कई भक्त इस समय को निष्ठा, सेवा और अटूट विश्वास जैसे मूल्यों पर चिंतन करने के लिए चुनते हैं.

ज्येष्ठ माह की महत्ता (Jyeshtha Month Significance)

ज्येष्ठ माह के हर दिन एक से बढ़कर एक है. यह रुकने, चिंतन करने और अपने आध्यात्मिक स्व से फिर से जुड़ने का समय है. बड़े मंगल के अनुष्ठानों का पालन करके भक्त न केवल भगवान हनुमान का सम्मान करते हैं, बल्कि अपने जीवन में साहस, शांति और प्रगति को भी आमंत्रित करते हैं.

ऊर्जा और बाधा से राहत पाने का समय

मंगलवार से शुरू होना ज्येष्ठ माह को विशेष रूप से शुभ बनाता है. क्योंकि ज्येष्ठ माह का मंगलवार भगवान हनुमान की पूजा के लिए समर्पित होता है. ये बुराई को हराने वाले और वायु देवता के पुत्र हैं. हिंदू मान्यता के अनुसार, ज्येष्ठ सुरक्षा, ऊर्जा और बाधाओं से राहत पाने का समय है. महीने के मंगलवार, जिन्हें बड़ा मंगल के रूप में जाना जाता है, हनुमान जी की गहरी भक्ति की जाती है.

शक्ति प्रदान करती है सच्ची प्रार्थना

मान्यता है कि इस दौरान की गई सच्ची प्रार्थना शक्ति प्रदान करती है. नकारात्मकता दूर करती है और दिल से की गई इच्छा पूरी करती है. भक्त आमतौर पर उपवास रखते हैं, हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं और मंदिरों और घरों में भंडारे आयोजित करते हैं. मंदिरों को सजाया जाता है और बजरंगबली के सम्मान में धार्मिक समारोह आयोजित किए जाते हैं.

About the Author: स्मिता
स्मिता धर्म-अध्यात्म, संस्कृति-साहित्य, और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर शोधपरक और प्रभावशाली पत्रकारिता में एक विशिष्ट नाम हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में उनका लंबा अनुभव समसामयिक और जटिल विषयों को सरल और नए दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत करने में उनकी दक्षता को उजागर करता है। धर्म और आध्यात्मिकता के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और साहित्य के विविध पहलुओं को समझने और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने में उन्होंने विशेषज्ञता हासिल की है। स्वास्थ्य, जीवनशैली, और समाज से जुड़े मुद्दों पर उनके लेख सटीक और उपयोगी जानकारी प्रदान करते हैं। उनकी लेखनी गहराई से शोध पर आधारित होती है और पाठकों से सहजता से जुड़ने का अनोखा कौशल रखती है।
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