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कौन हैं वो ड्रूज, जिन्हें बचाने के लिए इजरायल ने पार की सारी हदें, सीरियाई सैनिकों के टैंक पर बरसा रहा गोले
कौन हैं वो ड्रूज, जिन्हें बचाने के लिए इजरायल ने पार की सारी हदें, सीरियाई सैनिकों के टैंक पर बरसा रहा गोले
Authored By: Ranjan Gupta
Published On: Wednesday, July 16, 2025
Last Updated On: Wednesday, July 16, 2025
Israel attack Syria for Druze community: सीरिया पर इजरायली एयर स्ट्राइक के खिलाफ मध्य पूर्वी देश एकजुट हो गए हैं. जॉर्डन, कतर, ईरान, कुवैत और सऊदी अरब समेत कई देशों ने सीरिया के दक्षिणी शहर स्वैदा में हुए इजरायली हमले की कड़ी निंदा की है. जबकि इजरायल का कहना है कि वह ड्रूज धार्मिक अल्पसंख्यकों (Druze Community) की रक्षा के लिए कार्रवाई कर रहा है.
Authored By: Ranjan Gupta
Last Updated On: Wednesday, July 16, 2025
Druze Israel Syria Conflict: जॉर्डन, कतर, ईरान, कुवैत और सऊदी अरब सहित कई मध्य पूर्वी देशों ने सीरिया के दक्षिणी शहर स्वैदा के पास सीरियाई सैन्य काफिलों पर इजरायली एयर स्ट्राइक की कड़ी निंदा की है. दरअसल, इजरायल ने मंगलवार को सीरियाई दक्षिणी प्रांत स्वैदा में बड़ा हवाई हमला करते हुए सरकारी बलों को निशाना बनाया था. इजराइल ने सीरिया सरकार के सैन्य टैंकों पर हमला किया और कहा कि वह ड्रूज धार्मिक अल्पसंख्यकों की रक्षा के लिए कार्रवाई कर रहा है. ये हमला उस समय किया गया जब सरकारी बल उस क्षेत्र में प्रवेश कर रहे थे.
मंगलवार को जारी एक संयुक्त बयान में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने बताया उन्होंने सेना को सीरियन फोर्स और हथियारों पर ‘तत्काल हमला’ करने का आदेश दिया है, ताकि सीरियाई शासन को ड्रूज समुदाय पर नुकसान पहुंचाने से रोका जा सके.
कौन हैं ड्रूज समुदाय के लोग (Who are Druze community)
ड्रूज एक ऐसा धार्मिक समुदाय है जो न तो पारंपरिक रूप से मुस्लिम कहलाता है और न ही ईसाई. यह एक विशिष्ट धर्म प्रणाली है, जिसकी जड़ें 11वीं शताब्दी के शिया इस्लाम में मिलती हैं, लेकिन इसमें ईसाई, बौद्ध और अन्य दार्शनिक विचारधाराओं का भी प्रभाव देखने को मिलता है. यह समुदाय मुख्य रूप से सीरिया, लेबनान, इजराइल और जॉर्डन में बसता है. ड्रूज लोग एक ईश्वर में विश्वास करते हैं और उनके धार्मिक विश्वास अत्यंत रहस्यमयी और सीमित लोगों तक ही सीमित होते हैं.
इनकी धार्मिक किताबें और परंपराएं आम लोगों की पहुंच से दूर रखी जाती हैं, और केवल चुने हुए सदस्य ही उनके आध्यात्मिक ज्ञान में दीक्षित होते हैं. न तो कोई व्यक्ति इस धर्म को अपनाकर ड्रूज बन सकता है, और न ही समुदाय से बाहर विवाह को मान्यता दी जाती है. सीरिया में इस समुदाय की संख्या लगभग 7 लाख के आसपास है, जबकि इजराइल के कब्जे वाले गोलन हाइट्स में करीब 20,000 ड्रूज रहते हैं. ये लोग इजरायली नागरिकता लेने के बजाय खुद को सीरियाई ही मानते हैं. ड्रूज समुदाय अपने धार्मिक रीति-रिवाज बेहद गोपनीय ढंग से निभाता है और बाहरी हस्तक्षेप से खुद को अलग रखता है.
जॉर्डन ने की इजरायली हमले की निंदा
सीरिया पर इजरायली हमले की निंदा करते हुए, जॉर्डन के विदेश और प्रवासी मंत्रालय ने इसे अंतरराष्ट्रीय कानून का घोर उल्लंघन और सीरिया की स्थिरता, संप्रभुता और सुरक्षा को निशाना बनाने वाला एक खतरनाक हमला बताया.
जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने कहा, “मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता, राजदूत सूफियान अल-कुदाह ने इन हमलों को तुरंत रोकने और सीरिया जैसे सहयोगी राष्ट्र की संप्रभुता का सम्मान करने पर जोर दिया है. राजदूत ने सीरिया, उसकी सुरक्षा, स्थिरता, संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और उसके नागरिकों की सुरक्षा के प्रति सऊदी अरब के रुख और पूर्ण एकजुटता को दोहराते हुए इस बात पर जोर दिया कि सीरिया की सुरक्षा और स्थिरता क्षेत्रीय स्थिरता की आधारशिला है.”
कतर ने की शांति के प्रयासों को तेज करने की मांग
कतर के विदेश राज्य मंत्री, मोहम्मद बिन अब्दुलअजीज बिन सालेह अल खुलैफी ने पुष्टि की है कि उनका देश दक्षिणी सीरिया के अस-सुवेदा शहर में हो रहे घटनाक्रम पर नजर रख रहा है. उनका विश्वास है कि सीरिया की सुरक्षा क्षेत्र की स्थिरता का एक अभिन्न अंग है. इसके साथ ही उन्होंने बातचीत और शांतिपूर्ण तरीकों से नागरिक शांति के प्रयासों को तेज करने के महत्व पर भी जोर दिया.
कतर के विदेश मंत्रालय ने कहा, “उन्होंने अस-सुवेदा शहर पर इजरायली हमलों की कतर राज्य की ओर से निंदा करते हुए इसे सीरिया की संप्रभुता, अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर का घोर उल्लंघन और क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा बताया है.”
ईरान के विदेश मंत्रालय ने जताई चिंता
इस बीच, ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता, इस्माइल बाकेई ने दक्षिणी सीरिया के सुवेदा क्षेत्र में हाल ही में हुई झड़पों पर गहरी चिंता व्यक्त की. इस हिंसा में दर्जनों नागरिकों की मौत हो चुकी है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने सीरिया की क्षेत्रीय अखंडता के विरुद्ध इजरायली शासन के सैन्य आक्रमणों का जिक्र किया, जो सीरियाई क्षेत्र के महत्वपूर्ण हिस्सों पर उसके निरंतर कब्जे के साथ-साथ हो रहे हैं.
ईरान के विदेश मंत्रालय ने ‘एक्स’ पर लिखा, “उन्होंने क्षेत्रीय देशों के खिलाफ शासन की आक्रामक कार्रवाइयों के जवाब में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की लगातार निष्क्रियता को बेहद खतरनाक बताया.”
कुवैत ने अपनी जिम्मेदारी निभाने कहा
कुवैत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय और सुरक्षा परिषद से इन उल्लंघनों को रोकने और क्षेत्र की सुरक्षा बनाए रखने के लिए इन्हें खत्म करने हेतु अपनी जिम्मेदारी निभाने की अपील की है. इसके साथ ही सीरिया की सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने के लिए उसके साथ अपनी एकजुटता जताई.
कुवैत विदेश मंत्रालय ने कहा, “कुवैत सीरियाई अरब गणराज्य के क्षेत्रों पर इजरायली हमलों की भी कड़ी निंदा और निंदा करता है, जो अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उल्लंघनों की शृंखला का एक और उदाहरण है.”
सऊदी अरब ने की हमले की निंदा
इसके अलावा, सऊदी अरब ने सीरियाई क्षेत्र पर लगातार इजरायली हमलों, उसके आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप और उसकी सुरक्षा और स्थिरता को अस्थिर करने की निंदा की. यह अंतरराष्ट्रीय कानून के अलावा सीरिया और इजरायल के बीच 1974 के विघटन समझौते का घोर उल्लंघन है.
सऊदी विदेश मंत्रालय के अनुसार, सऊदी अरब ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से सीरियाई अरब गणराज्य के साथ खड़े होने, इस कठिन समय में उसका समर्थन करने और सीरिया के खिलाफ जारी इजरायली हमलों और उल्लंघनों का सामना करने की अपील दोहराई है.
(आईएएनएस इनपुट के साथ)