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Javed Akhtar की फिल्मों के 5 डायलॉग जो बन गए आईकॉनिक
Authored By: Nikita Singh
Published On: Friday, January 17, 2025
Last Updated On: Friday, January 17, 2025
Javed Akhtar Dialogue: जावेद अख्तर (Javed Akhtar) की कलम से कई बेहतरीन गानों के साथ-साथ सुपरहिट डायलॉग भी निकले हैं. हम आपके लिए उन्हीं की एक लिस्ट लेकर हैं.
Authored By: Nikita Singh
Last Updated On: Friday, January 17, 2025
Javed Akhtar Dialogue: जावेद अख्तर (Javed Akhtar) सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि हिंदी सिनेमा का तराना हैं. उनकी कलम से अब तक कई सुपरहिट फिल्में, बेहतरीन गाने और लाजवाब डायलॉग निकल चुके हैं. जावेद अख्तर वह शख्सियत हैं, जिनके लिखे गाने जब-जब लोग सुनते हैं तो उनकी रूह को सुकून मिलता है. अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) से लेकर रणबीर कपूर (Ranbir Kapoor) तक के लिए जावेद अख्तर ने गीत लिखे हैं. गीतों के साथ-साथ जावेद अख्तर के लिखे डायलॉग भी सदाबहार हैं. कई एक्टर्स ने तो जावेद अख्तर के लिखे डायलॉग बोल-बोलकर ही फैन्स के दिलों में जगह बनाई है. इनमें सबसे ऊपर नाम आता है अमिताभ बच्चन का, जिन्हें सदी का महानायक भी कहा जाता है. ऐसे में आज हम आपके लिए जावेद अख्तर की कलम से निकले कुछ सुपरहिट डायलॉग्स की लिस्ट लेकर आएंगे. ये डायलॉग पहले भी हिट थे और आज भी हैं.
मेरे पास मां है
साल 1975 में रिलीज हुई सुपरहिट फिल्म ‘दीवार’ की कहानी और डायलॉग सलीम-जावेद की जोड़ी ने ही लिखे हैं. वैसे तो ये पूरी फिल्म ही आइकॉनिक है लेकिन दीवार का डायलॉग- ‘आज मेरे पास बंगला है, गाड़ी है, बैंक बैलेंस है, क्या है तुम्हारे पास?’ ये सुनकर शशि कपूर धीरे से कहते हैं- ‘मेरे पास मां है’. ये डायलॉग आज भी लोगों की जुबां पर रहता है.
आज भी फेंके हुए पैसे नहीं उठाता
यश चोपड़ा के डायरेक्शन में बनी अमिताभ बच्चन की फिल्म ‘दीवार’ का डायलॉग- ‘मैं आज भी फेंके हुए पैसे नहीं उठाता’ भी बहुत हिट हुआ. इसे भी जावेद अख्तर ने ही लिखा है.
ये हाथ मुझे दे दे ठाकुर
साल 1975 में रिलीज हुई कल्ट फिल्म ‘शोले’ के कई डॉयलॉग्स हिट रहे. इनमें से एक था ‘ये हाथ मुझे दे दे ठाकुर’. आज भी लोग इस फिल्म के डायलॉग अक्सर बोलते हुए सुनाई देते हैं. 49 साल बाद भी ये डायलॉग नए से लगते हैं.
ये पुलिस स्टेशन है
अमिताभ बच्चन स्टारर फिल्म ‘जंजीर’ का फेमस डायलॉग- ‘जब तक बैठने के लिए ना कहा जाए तब तक शराफत से खड़े रहो. ये पुलिस स्टेशन है, तुम्हारे बाप का घर नहीं.’ ये फिल्म साल 1973 में रिलीज हुई थी.
डॉन को पकड़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है
1978 में रिलीज हुई अमिताभ बच्चन की सुपरहिट फिल्म ‘डॉन’ के डायलॉग भी इस लिस्ट में शामिल हैं. इसका एक डायलॉग- ‘डॉन को पकड़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है’ आज भी सुपरहिट है. ये फिल्म अमिताभ बच्चन के करियर की सबसे बेहतरीन फिल्मों में से एक है.