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लखनऊ का मौसम 30 April 2025: भीषण गर्मी से मिलेगी राहत, 3 डिग्री गिरा पारा, अगले दिन बारिश की संभावना!
लखनऊ का मौसम 30 April 2025: भीषण गर्मी से मिलेगी राहत, 3 डिग्री गिरा पारा, अगले दिन बारिश की संभावना!
Authored By: Khursheed
Published On: Tuesday, April 29, 2025
Updated On: Tuesday, April 29, 2025
30 अप्रैल को लखनऊ का मौसम साफ और सामान्य रहने की संभावना है. जिससे दिन में गर्मी से राहत महसूस होगी और अधिकतम तापमान करीब 36 डिग्री तक जा सकता है जबकि रात में तापमान 22 डिग्री तक गिर सकता है. दिनभर हल्की से तेज़ हवा चलेगी, जिससे हल्की धूल उड़ सकती है. मौसम विभाग ने बुधवार के लिए कोई चेतावनी नहीं दी है. कुल मिलाकर, बुधवार का दिन बाहर के कामों और यात्रा के लिए ठीक रहेगा.
Authored By: Khursheed
Updated On: Tuesday, April 29, 2025
30 अप्रैल को लखनऊ का मौसम सामान्य और ठीक-ठाक रहने की उम्मीद है. दिन में गर्मी से राहत मिलेगी, अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 22 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है. दिन भर हल्की से तेज़ हवाएं चल सकती हैं लेकिन इससे कोई खतरा नहीं है.
सुबह के समय हवा में नमी 60% तक हो सकती है जो शाम तक घटकर करीब 30% रह जाएगी. आसमान साफ रहेगा और बारिश की कोई संभावना नहीं है. मौसम विभाग ने किसी भी तरह की चेतावनी जारी नहीं की है. यानि कुल मिलाकर, 30 अप्रैल को लखनऊ में मौसम साफ और सामान्य रहेगा. रोज़मर्रा के काम करने में कोई दिक्कत नहीं होगी. वहीं, बात करें बारिश की तो अगले दिन यानी गुरुवार को मौसम विभाग ने बारिश की संभावना जताई है. जिससे आने वाले दिनों गर्मी से और राहत मिलने की उम्मीद है.
लखनऊ: 1 से 5 मई तक का मौसम पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने 1 मई से 5 मई तक लखनऊ में आंशिक रूप से बादल और बारिश होने की संभावना जताई है.1 मई को अधिकतम तापमान 36°C और न्यूनतम 22°C रहने की उम्मीद है साथ ही आर्द्रता सुबह 80% और शाम को 50% रहेगी. तेज़ हवाएं और बिजली गिरने के साथ बारिश की संभावना है. 2 मई को अधिकतम तापमान 37°C तक जा सकता है और आर्द्रता सुबह 80% और शाम को 60% को रहने का अनुमान है. 3 मई को भी इसी तरह का मौसम रहेगा, जिसमें आंधी और बारिश हो सकती है. 4 मई को तापमान 36°C और आर्द्रता सुबह 80% और शाम को 60% रहेगी. हालांकि कोई बड़ी चेतावनी जारी नहीं की गई है. 5 मई को भी तापमान 36°C और आर्द्रता सुबह 80% और शाम को 40% के आसपास रहेगी, साथ ही बारिश और आंधी की संभावना बनी रहेगी. कुल मिलाकर, इस सप्ताह मौसम में उतार-चढ़ाव रहेगा, जिसमें तेज़ हवाएं और बारिश की संभावना है.
गर्मी और लू से बचने के उपाय
- हल्के और ढीले कपड़े पहनें:
साफ-सुथरे, हल्के रंग के, सूती या लिनन के कपड़े पहनें. इससे शरीर को ठंडक मिलेगी और पसीना जल्दी सूखेगा.
- खूब पानी और तरल पदार्थ पिएं:
प्यास लगे या न लगे, दिनभर में बार-बार पानी, नींबू पानी, नारियल पानी या घर के बने अन्य तरल पदार्थ पीते रहें, ताकि शरीर में पानी की कमी न हो.
- शरीर को ठंडा रखें:
जरूरत पड़ने पर दिन में दो बार ठंडे पानी से नहाएं. घर में ठंडी जगह पर रहें और पंखा, कूलर या एसी का इस्तेमाल करें.
- लक्षणों को नजरअंदाज न करें:
अगर चक्कर आना, अत्यधिक पसीना, सिरदर्द, उल्टी या कमजोरी महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
- भारी और मसालेदार भोजन से बचें:
गर्मी में हल्का और ताज़ा भोजन करें. तली-भुनी चीज़ों और अधिक मिर्च-मसाले से पाचन गड़बड़ हो सकता है.
पिछले 10 दिनों में लखनऊ में मौसम का मिज़ाज
दिनांक | Min Temp. | Max Temp. |
---|---|---|
Apr 29, 2025 | 25 | 39 |
Apr 28, 2025 | 25 | 40 |
Apr 27, 2025 | 28 | 40 |
Apr 26, 2025 | 24 | 42 |
Apr 25, 2025 | 24 | 43 |
Apr 24, 2025 | 24 | 42 |
Apr 23, 2025 | 23 | 40 |
Apr 22, 2025 | 24 | 40 |
Apr 21, 2025 | 26 | 41 |
Apr 20, 2025 | 24 | 37 |
लखनऊ में इतनी गर्मी का क्या है कारण?
लखनऊ में गर्मी पड़ने का सबसे बड़ा कारण पछुआ हवाएं हैं. साथ ही तेजी से हो रहे शहरीकरण, पेड़ों की कटाई और कंक्रीट के बढ़ते निर्माण ‘Urban Heat Island Effect’ को बढ़ावा देते हैं, जिससे शहरों का तापमान आस-पास के ग्रामीण इलाकों से ज़्यादा होता है.समुद्र से काफी दूर होने के कारण यहां समुद्री मॉनसून का सुकून देने वाला प्रभाव भी कम ही पहुंच पाता है.
शहरीकरण का दुष्प्रभाव
लखनऊ में तेजी से बढ़ते शहरीकरण ने ‘अर्बन हीट आइलैंड’ प्रभाव को जन्म दिया है. कंक्रीट के जंगलों ने प्राकृतिक हरियाली को निगल लिया है, जबकि निर्माण गतिविधियों ने गर्मी सोखने वाली खुली जमीन को कम कर दिया है. एयर कंडीशनर और वाहनों से निकलने वाली गर्मी ने शहर के तापमान को और बढ़ा दिया है.
प्रदूषण की भूमिका
वायु प्रदूषण ने लखनऊ की गर्मी की समस्या को और विकराल बना दिया है. वायुमंडल में जमा प्रदूषक कण सूरज की गर्मी को रोककर रखते हैं, जबकि धूल और स्मॉग की मोटी परत शहर को एक गर्म कंबल की तरह ढंक लेती है. यह प्रभाव रात के तापमान को भी असामान्य रूप से बढ़ा देता है.
मौसम पैटर्न में बदलाव
पिछले कुछ वर्षों में मौसम के पैटर्न में आए बदलाव ने भी गर्मी को बढ़ाया है. पश्चिमी विक्षोभ की कमी, मानसून पूर्व बारिश में कमी और लंबे समय तक चलने वाली शुष्क हवाओं ने गर्मी की अवधि को बढ़ा दिया है.
जलवायु परिवर्तन का प्रभाव
वैश्विक जलवायु परिवर्तन ने दिल्ली के तापमान को भी प्रभावित किया है. बढ़ता वैश्विक तापमान, अप्रत्याशित मौसम चक्र और गर्मी के मौसम की अवधि में वृद्धि ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है.
तत्काल प्रभाव और समाधान
इस भीषण गर्मी के कारण लू की घटनाएं बढ़ी हैं, बिजली की मांग आसमान छू रही है और जल संकट गहराता जा रहा है. इस स्थिति से निपटने के लिए शहर में हरियाली बढ़ाने, जल संरक्षण के उपाय अपनाने और सतत विकास की नीतियों को लागू करने की तत्काल आवश्यकता है.