Morning Anxiety : सुबह उठते ही होने लगती है एंग्जायटी, तो करें ये 6 उपाय
Morning Anxiety : सुबह उठते ही होने लगती है एंग्जायटी, तो करें ये 6 उपाय
Authored By: स्मिता
Published On: Thursday, July 10, 2025
Updated On: Thursday, July 10, 2025
Morning Anxiety : वर्क प्रेशर के कारण मॉर्निंग एंग्जायटी की समस्या होना इन दिनों आम है. विशेषज्ञ बताते हैं कि कुछ उपाय अपनाकर इसे मैनेज किया जा सकता है.
Authored By: स्मिता
Updated On: Thursday, July 10, 2025
Morning Anxiety: कभी-कभी सुबह उठते ही हमलोगों को घर-ऑफिस की चिंता होने लगती है. घबराहट के लक्षण भी दिख सकते हैं. अगर ऐसा 1-2 दिन हो, तो सामान्य बात है. यदि रोज सुबह उठते ही किसी व्यक्ति को घबराहट, बेचैनी जैसा अनुभव होने लगे, तो यह एक प्रकार की स्वास्थ्य समस्या हो सकती है. विशेषज्ञ इसे मॉर्निंग एंग्जायटी कहते हैं. इससे निबटने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं. यदि समय के साथ मॉर्निंग एंग्जायटी और भी बदतर हो जाती है, तो आपको मॉर्निंग एंग्जायटी (Morning Anxiety ) डिसऑर्डर हो सकता है. ऐसी स्थिति में आपको डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए.
सुबह की चिंता के लक्षण (Morning Anxiety Symptoms)
वरिष्ठ मनोवैज्ञानिक डॉ. ईशा सिंह बताती हैं, ‘सुबह होने वाली एंग्जायटी के लक्षण चिंता के अन्य लक्षणों जैसे ही होते हैं, सिवाय इसके कि ये आमतौर पर जागने के तुरंत बाद दिखाई देते हैं.
- चिंता के सामान्य लक्षणों में शामिल हैं
- चिंता, भय या घबराहट जैसा भाव
- नकारात्मक और बुरे विचार
- बेचैनी
- ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई
- चक्कर आना
- पसीना आना
- शरीर का कांपना
- सांस लेने में परेशानी
- सिरदर्द
- मांसपेशियों में तनाव
- सीने में दर्द
- अचानक गर्मी या ठंड लगना
सुबह होने वाली एंग्जायटी के कारण
मॉर्निंग एंग्जायटी के कारण (Causes of Morning Anxiety)
हर कोई कभी न कभी एंग्जायटी महसूस करता है. कभी-कभी तनाव की एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया होती है। उदाहरण के लिए किसी नई और चुनौतीपूर्ण कार्य के कारण जागते ही चिंतित महसूस किया जा सकता है. अगर सुबह की चिंता नियंत्रण से बाहर होने लगे, तो यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है.
मॉर्निंग एंग्जायटी के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें कोर्टिसोल का स्तर प्रमुख हो सकता है. कोर्टिसोल, जिसे तनाव के प्रति शरीर की लड़ो या भागो प्रतिक्रिया को नियंत्रित करने में भूमिका निभाने के कारण स्ट्रेस हार्मोन भी कहा जाता है. यह जागने के एक घंटे बाद सबसे अधिक होता है. इसके अलावा, कैफीन का सेवन, नींद की खराब गुणवत्ता, अनिद्रा, शुगर भी इसके कारण हो सकते हैं.
मॉर्निंग एंग्जायटी का इलाज (Morning Anxiety Treatment)
लाइफस्टाइल में बदलाव और सेल्फ केयर की आदतों के माध्यम से मॉर्निंग एंग्जायटी से निपटा जा सकता है.
- कैफीन और शराब का सेवन कम करना (Caffeine & Alcohol): अगर सुबह की कॉफ़ी एंग्जायटी के लक्षणों को बढ़ा देती है, तो कैफीन का सेवन कम करना सबसे अच्छा हो सकता है. शराब का सेवन कम करने से मॉर्निंग एंग्जायटी लेवल को कम करने में मदद मिल सकती है.
- हेल्दी ब्रेकफास्ट करना (Healthy Breakfast): हार्वर्ड हेल्थ के शोधकर्ताओं ने हाई और लो ब्लड शुगर, दोनों को एंग्जायटी से जोड़ा है. पौष्टिक आहार खाने से एंग्जायटी कम करने में मदद मिल सकती है. खासकर अगर पोषक तत्वों से भरपूर नाश्ता नहीं किया जाता हो.
- रिलैक्सेशन टेक्निक का सहारा लेना (Relaxation Technique) : गहरी सांस लेने के व्यायाम और माइंडफुलनेस तकनीक, जैसे योग और ध्यान एंग्जायटी को कम करने में मदद कर सकती है.
- साउंड स्लीप का अभ्यास (Sound Sleep): रात में अच्छी नींद लेने से मॉर्निंग एंग्जायटी कम हो सकती है. स्वस्थ नींद की आदतें अपनायें—जैसे हर रात एक ही समय पर बिस्तर पर जाना, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बंद करना और ठंडे, अंधेरे कमरे में सोना—नींद की गुणवत्ता में सुधार लाने और समग्र मूड और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने की कोशिश करनी चाहिए.
- नियमित रूप से व्यायाम करें (Exercises for Morning Anxiety): नृत्य, स्वीमिंग, पैदल चलना, साइकिल चलाना, दौड़ना या अन्य शारीरिक गतिविधि करने का प्रयास करें. पर्याप्त व्यायाम करने से तनाव और चिंता का स्तर कम होता है.
- तनाव के स्तर को प्रबंधित करना (Manage Stress Level): यदि आप लंबे समय से तनावग्रस्त हैं, तो मॉर्निंग एंग्जायटी होने की संभावना काफी अधिक होती है. परिवार और दोस्तों के साथ अच्छा समय बिताकर, अपनी पसंद की चीज़ों के लिए समय निकालकर और यदि संभव हो तो अपने काम के बोझ को कम करके तनाव के स्तर को कम करें.
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