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नेताओं की सुरक्षा को लेकर उठा सवाल, पूर्व आईपीएस विक्रम सिंह (Former IPS Vikram Singh) ने लिखा लेख
नेताओं की सुरक्षा को लेकर उठा सवाल, पूर्व आईपीएस विक्रम सिंह (Former IPS Vikram Singh) ने लिखा लेख
Authored By: सतीश झा
Published On: Thursday, July 18, 2024
Last Updated On: Thursday, July 18, 2024
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले को लेकर पूरे देश में बहसों का दौर जारी है। आज एक अखबार में पूर्व आईपीएस अधिकारी विक्रम सिंह का लेख छपा। भाजपा ने उसी परिप्रेक्ष्य में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर की गई अमर्यादित टिप्पणी का उल्लेख करते हुए कांग्रेसियों पर जमकर हमला बोला है।
Authored By: सतीश झा
Last Updated On: Thursday, July 18, 2024
पूर्व राष्ट्रपति और राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप पर किए गए हत्या के प्रयास की भारत में भी निंदा की गई। इस हमले के बाद भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर किए गए आक्रमक टिप्पियों का मुद्दा उठाया। भाजपा वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने इस अवैध हमले को नकारते हुए लोकतंत्र के मूल्यों के प्रति अपनी संवेदनशीलता जाहिर की हैं। उन्होंने साफ किया कि असहमति का अधिकार होना चाहिए, लेकिन इसे विवाद और हिंसा के साधन नहीं बनाया जाना चाहिए। एक सेवानिवृत्त वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ने देश के एक अंग्रेजी अखबार में एक लेख लिखा है।” उन्होंने कहा कि लेख में उन्होंने सुरक्षा से जुड़ी मौजूदा वैश्विक गतिविधियों और उनके भारत पर पड़ने वाले असर की ओर ध्यान खींचा है।
भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी (BJP Spokesperson Sudhanshu Trivedi) ने पूरी रखी बात
भाजपा सांसद एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, ‘आज देश के एक अंग्रेजी अखबार में एक सेवानिवृत्त वरिष्ठ IPS अधिकारी ने लेख लिखा है। लेख में उन्होंने सुरक्षा से जुड़ी वर्तमान वैश्विक गतिविधियों और उनके भारत पर पड़ने वाले प्रभाव की ओर ध्यान आकर्षित किया है। आप जानते हैं कि एक-डेढ़ साल पहले जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की एक राजनीतिक कार्यक्रम में हत्या कर दी गई थी। कुछ दिन पहले अमेरिका के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप पर हत्या का प्रयास किया गया था, जिसमें वह बाल-बाल बचे थे…उन्होंने (सेवानिवृत्त वरिष्ठ IPS अधिकारी) कहा कि हिंसा और हत्या को भड़काने वाली ऐसी प्रवृत्तियां ऐसे बयानों से प्रेरित होती हैं, जिसमें राजनीतिक दल अल्पकालिक राजनीतिक लाभ के लिए ‘हिंसा’ और ‘हत्या’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल करना चाहते हैं।
यह दुर्भाग्यपूर्ण और चिंता का विषय है कि हिंसा के लिए उकसाने वाले ऐसे शब्द और भाषा का इस्तेमाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए किया जा रहा है। कांग्रेस नेता और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कई बार PM मोदी के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया…अगर आप लोकसभा में विपक्ष के नेता बन गए हैं, तो थोड़ी परिपक्वता दिखाएं। इसलिए, मैं सभी राजनीतिक दलों से आग्रह करना चाहूंगा कि ‘हिंसा’, ‘हत्या’, ‘किसी के प्रति आक्रमण’, ‘मारना-पीटना’ और ‘कब्र खुदेगी’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल बंद होना चाहिए।’
पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद (Former Union Minister Ravi Shankar Prasad) ने कही ये बात
भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा, “अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप पर जानलेवा हमला हुआ। भगवान की कृपा से वे सुरक्षित रहे और हमलावर के खिलाफ कार्रवाई हुई। लोकतंत्र में ऐसा नहीं होना चाहिए। विरोध का अधिकार है लेकिन ऐसा विरोध जिससे हिंसा पनपे और किसी नेता को निशाना बनाया जाए, यह उचित नहीं है। उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने एक अखबार में लेख लिखा है कि जिस प्रकार से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाया जाता है, उससे उन पर हिंसा बढ़ सकती है- यह आशंका है। इसके प्रमाण भी हैं। 2013 में पटना में उन पर हमला हुआ था और करीब 6 लोग मारे गए थे…जब वे पंजाब गए थे, तो उनका रूट बदल दिया गया था। राहुल गांधी भी कई बार गैरजिम्मेदाराना टिप्पणी करते हैं…लोकतंत्र में विरोध करने का अधिकार है लेकिन उसमें मर्यादा होनी चाहिए ताकि किसी नेता को हिंसक उत्तेजना के लिए निशाना ना बनाया जाए…”