कौन हैं इसरो के नये प्रमुख डॉ. वी. नारायणन

Authored By: गुंजन शांडिल्य

Published On: Wednesday, January 8, 2025

Last Updated On: Wednesday, January 8, 2025

Who is ISRO's New Chief Dr. V. Narayanan?
Who is ISRO's New Chief Dr. V. Narayanan?

इसरो के प्रतिष्ठित वैज्ञानिक डॉ. वी. नारायणन वर्तमान में लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम्स सेंटर (एलपीएससी) के निदेशक हैं। इन्हें इसरो का नया प्रमुख बनाया गया है। डॉ नारायणन 14 जनवरी को पदभार ग्रहण करेंगे।

Authored By: गुंजन शांडिल्य

Last Updated On: Wednesday, January 8, 2025

हाइलाइट

  • डॉ. वी. नारायणन लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम्स सेंटर के निदेशक हैं।
  • उन्होंने जीएसएलवी एमके III के लिए सी25 क्रायोजेनिक परियोजना का नेतृत्व किया।
  • डॉ. नारायणन ने आदित्य, चंद्रयान मिशनों के लिए प्रणोदन की देखरेख की।

कल, 7 जनवरी को केंद्र सरकार ने एक आधिकारिक अधिसूचना जारी कर डॉ. वी. नारायणन (Dr. V. Narayanan) को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का अगला अध्यक्ष नियुक्त किया है। वे वर्तमान इसरो अध्यक्ष एस. सोमनाथ का स्थान लेंगे। जानकारी के मुताबिक डॉ नारायणन खरमास के बाद 14 जनवरी को इसरो प्रमुख के रूप में वर्तमान एस. सोमनाथ से कार्यभार लेंगे।

एलपीएससी के निदेशक

इसरो के प्रतिष्ठित वैज्ञानिक डॉ. वी. नारायणन वर्तमान में लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम्स सेंटर (एलपीएससी) के निदेशक हैं। लगभग चार दशकों के करियर के साथ, उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष संगठन के भीतर विभिन्न प्रमुख पदों पर कार्य किया है। डॉ. नारायणन की विशेषज्ञता रॉकेट और अंतरिक्ष यान को अंतरिक्ष में भेजने का है।

कई सफल मिशन का नेतृत्व

डॉ वी नारायणन की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि जीएसएलवी एमके III के सी25 क्रायोजेनिक प्रोजेक्ट के लिए परियोजना निदेशक के रूप में कार्य करना था। उनके नेतृत्व में टीम ने जीएसएलवी एमके III के एक महत्वपूर्ण घटक सी25 स्टेज को सफलतापूर्वक विकसित किया। अपने कार्यकाल के दौरान डॉ. नारायणन के मार्गदर्शन में एलपीएससी ने विभिन्न इसरो मिशनों के लिए 183 लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम और कंट्रोल पावर प्लांट वितरित किए हैं।

चंद्रयान प्रोजेक्ट में भी किया कार्य

इसरो के नए प्रमुख उल्लेखनीय रूप से उन्होंने पीएसएलवी के दूसरे और चौथे चरण के निर्माण के साथ-साथ पीएसएलवी सी 57 के लिए कंट्रोल पावर प्लांट के निर्माण की देखरेख की। उन्होंने आदित्य अंतरिक्ष यान और जीएसएलवी एमके III मिशन, चंद्रयान-2 और चंद्रयान-3 के लिए प्रणोदन प्रणालियों में भी योगदान दिया है।

कई सम्मान से सम्मानित

इन्हें कई पुरस्कारों और सम्मानों से सम्मानित किया गया है। इसमें आईआईटी खड़गपुर से रजत पदक, एस्ट्रोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया (एएसआई) से स्वर्ण पदक और एनडीआरएफ से राष्ट्रीय डिजाइन पुरस्कार शामिल हैं।

गुंजन शांडिल्य समसामयिक मुद्दों पर गहरी समझ और पटकथा लेखन में दक्षता के साथ 10 वर्षों से अधिक का अनुभव रखते हैं। पत्रकारिता की पारंपरिक और आधुनिक शैलियों के साथ कदम मिलाकर चलने में निपुण, गुंजन ने पाठकों और दर्शकों को जोड़ने और विषयों को सहजता से समझाने में उत्कृष्टता हासिल की है। वह समसामयिक मुद्दों पर न केवल स्पष्ट और गहराई से लिखते हैं, बल्कि पटकथा लेखन में भी उनकी दक्षता ने उन्हें एक अलग पहचान दी है। उनकी लेखनी में विषय की गंभीरता और प्रस्तुति की रोचकता का अनूठा संगम दिखाई देता है।
Leave A Comment

अन्य खबरें

अन्य खबरें