Chaitra Navratri 2025 : चैत्र नवरात्र 9 की बजाय होगा 8 दिनों का, पंचमी तिथि का क्षय

Chaitra Navratri 2025 : चैत्र नवरात्र 9 की बजाय होगा 8 दिनों का, पंचमी तिथि का क्षय

Authored By: स्मिता

Published On: Tuesday, March 18, 2025

Updated On: Tuesday, March 18, 2025

देवी दुर्गा की सुंदर छवि के साथ चैत्र नवरात्र 2025 की जानकारी, जिसमें बताया गया है कि इस बार नवरात्र 9 की बजाय 8 दिन का होगा।
देवी दुर्गा की सुंदर छवि के साथ चैत्र नवरात्र 2025 की जानकारी, जिसमें बताया गया है कि इस बार नवरात्र 9 की बजाय 8 दिन का होगा।

Chaitra Navratri 2025 : चैत्र नवरात्र में हम मां दुर्गा की उपासना 9 दिनों तक करते हैं. इस वर्ष पंचमी तिथि का क्षय होने के कारण देवी की पूजा 8 दिनों की ही होगी.

Authored By: स्मिता

Updated On: Tuesday, March 18, 2025

Chaitra Navratri 2025 : होली के बाद भक्तगण चैत्र नवरात्र, चैती छठ और रामनवमी का इंतज़ार करने लगते हैं. चैत्र नवरात्र में देवी दुर्गा की पूजा 30 मार्च को कलश स्थापना के साथ शुरू हो जाएगी. रविवार को नवरात्र है और इस बार पूजा नौ दिनों की बजाय 8 दिनों तक ही चलेगी. इस बार पंचमी तिथि का क्षय ( Chaitra Navratri 2025) है.

चतुर्थी तिथि के साथ पंचमी तिथि का योग

ज्योतिषाचार्य पंडित अनिल शास्त्री के अनुसार, नवरात्र के चौथे दिन दो अप्रेल को चतुर्थी तिथि के साथ ही पंचमी तिथि के भी दर्शन, व्रत, पूजन -पाठ होंगे. नवरात्र पूजन की पूर्णाहूति 6 अप्रेल को हवन से होगी. इस वर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा में वैधृति योग नहीं है. इसलिए कलश स्थापना सुबह 6 बजे से ही आरम्भ हो जाएगी. यह दोपहर 12. 25 तक हो सकती है.

चैत्र नवरात्र के अनुष्ठान (Chaitra Navratri Rituals) 

  • कलश स्थापना (घटस्थापना) – दिन 1.
  • कलश स्थापना नवरात्र के शुरुआत का प्रतीक है.
  • आम के पत्तों और नारियल के साथ पानी से भरा एक कलश स्थापित किया जाता है, जो देवी दुर्गा की उपस्थिति का प्रतीक है.

उपवास और आहार नियम (Vrat and Fasting) 

भक्त इन नौ दिनों में उपवास रखते हैं, केवल सात्विक खाद्य पदार्थ जैसे फल, दूध और व्रत के अनुकूल अनाज जैसे कि कुट्टू और सिंघाड़े का आटा खाते हैं.

दैनिक पूजा और आरती (Daily Puja and Arti) 

  • हर दिन, देवी दुर्गा के एक रूप को फूल, धूप और प्रसाद से पूजा की जाती है.
  • भक्त दुर्गा सप्तशती और अन्य पवित्र भजनों का पाठ करते हैं.

कन्या पूजन (Kanya Pujan 2025) 

अष्टमी या नवमी (6 या 7 अप्रैल 2025) को नवदुर्गा का प्रतिनिधित्व करने वाली नौ छोटी लड़कियों का पूजन किया जाता है. उन्हें भोजन, उपहार और आशीर्वाद दिया जाता है.

राम नवमी (Ram Navmi 2025)

राम नवमी अंतिम दिन – 7 अप्रैल, 2025 को मनाया जा रहा है. यह त्योहार भगवान राम के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में राम नवमी के साथ समाप्त होता है. भगवान राम को समर्पित विशेष प्रार्थना और भजन गाए जाते हैं. मान्यता है कि राम की पूजा करने से लक्ष्य की प्राप्ति होती है और कर्म के पथ पर व्यक्ति अग्रसर होता है.

चैत्र नवरात्र के आध्यात्मिक लाभ (Chaitra Navratri Spiritual Significance) 

  • आध्यात्मिक विकास: उपवास, ध्यान और प्रार्थना मन को शुद्ध करने और भक्ति बढ़ाने में सहायता करती हैं.
  • विषहरण: मौसमी परिवर्तनों के दौरान उपवास करने से शरीर शुद्ध होता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है.
  • सकारात्मक ऊर्जा: देवी दुर्गा की पूजा करने से नकारात्मकता दूर होती है. मन में शांति और खुशी बढ़ती है. जीवन में सफलता मिलती है.

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About the Author: स्मिता
स्मिता धर्म-अध्यात्म, संस्कृति-साहित्य, और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर शोधपरक और प्रभावशाली पत्रकारिता में एक विशिष्ट नाम हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में उनका लंबा अनुभव समसामयिक और जटिल विषयों को सरल और नए दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत करने में उनकी दक्षता को उजागर करता है। धर्म और आध्यात्मिकता के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और साहित्य के विविध पहलुओं को समझने और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने में उन्होंने विशेषज्ञता हासिल की है। स्वास्थ्य, जीवनशैली, और समाज से जुड़े मुद्दों पर उनके लेख सटीक और उपयोगी जानकारी प्रदान करते हैं। उनकी लेखनी गहराई से शोध पर आधारित होती है और पाठकों से सहजता से जुड़ने का अनोखा कौशल रखती है।
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