Shardiya Navratri 2024 : श्री काशी विश्वनाथ धाम में भी होगा शारदीय नवरात्र में कलश स्थापना

Shardiya Navratri 2024 : श्री काशी विश्वनाथ धाम में भी होगा शारदीय नवरात्र में कलश स्थापना

Authored By: स्मिता

Published On: Tuesday, September 24, 2024

Updated On: Monday, January 20, 2025

Shardiya Navratri 2024
Shardiya Navratri 2024

शारदीय नवरात्र में बाबा विश्वनाथ धाम में भी देवी दुर्गा की आराधना होगी। इसकी शुरुआत तीन अक्टूबर को प्रात: विधि विधान के साथ होगी। नौ दिन दुर्गा सप्तशती का नियमित पाठ भी होगा।

Authored By: स्मिता

Updated On: Monday, January 20, 2025

शारदीय नवरात्र में काशी के अधिपति बाबा विश्वनाथ धाम में भी देवी की आराधना होगी। इसकी शुरुआत तीन अक्टूबर को प्रात: विधि विधान के साथ होगी। मंदिर के पांच शास्त्री विधि-विधान के साथ मंत्रोच्चार के बीच कलश स्थापित करेंगे। पहले दिन शाम को धाम के मंदिर चौक में सांस्कृतिक कार्यक्रम के बीच भजन, बनारसी लोकगीत, पचरा की प्रस्तुति भी होगी। मंदिर न्यास के अनुसार नवरात्र में दूसरे दिन रामलीला में धनुष यज्ञ का मंचन मंदिर चौक स्थित सांस्कृतिक मंच, तीसरे दिन राम के हाथों रावण वध का मंचन मंदिर चौक में ही होगा।

बंगाली लोक नृत्य धुनुची पर दुर्गा की प्रार्थना

चौथे दिन बंगाली लोक नृत्य धुनुची की प्रस्तुति दी जाएगी। धुनुची की थाप पर ही देवी दुर्गा की स्तुति की जाएगी। पांचवें दिन ललिता सहस्रनाम स्तोत्र के साथ प्रार्थना में 51 शक्तिपीठों को भी प्रतिबिंबित किया जायेगा। छठवें दिन महिषासुरमर्दिनी स्तोत्र नृत्य, सातवें दिन देवी मां का भजन, आठवें दिन माता के नौ स्वरूपों को दर्शाती 9 कन्याओं द्वारा दुर्गा सप्तशती का पाठ भी होगा। नौवे दिन प्रातःकाल: यज्ञ, नीलकंठ मंदिर के समीप यज्ञ कुंड पर हवन किया जायेगा।संध्याकाल में भजन और नृत्य की प्रस्तुति होगी।

नौ दिन दुर्गा सप्तशती का नियमित पाठ

विजयादशमी पर्व पर मंदिर प्रांगण में प्रातःकाल सांकेतिक रूप से शस्त्र पूजा की जाएगी। नवरात्र में प्रतिदिन पांच शास्त्रियों द्वारा नौ दिन दुर्गा सप्तशती का नियमित पाठ, नवरात्र के नौ दिन विशालाक्षी माता को चुनरी, सोलह श्रृंगार व प्रसाद भेंट किया जायेगा। नवरात्र में प्रत्येक दिवस नौ देवियों के अलग-अलग सिद्ध पीठों में चुनरी, सोलह श्रृंगार व प्रसाद भेंट किया जाएगा।

शारदीय नवरात्र (Shardiya Navratri 2024 Date)

आश्विन माह में मनाई जाने वाली नवरात्रि को शारदीय नवरात्र के नाम से जाना जाता है। इसकी शुरुआत हर साल आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होती है। 3 अक्तूबर 2024 से इस बार शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। 12 अक्टूबर को विजयादशमी के साथ ही पूजा की समाप्ति हो जाएगी।

(हिन्दुस्थान समाचार के इनपुट के साथ) 

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स्मिता धर्म-अध्यात्म, संस्कृति-साहित्य, और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर शोधपरक और प्रभावशाली पत्रकारिता में एक विशिष्ट नाम हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में उनका लंबा अनुभव समसामयिक और जटिल विषयों को सरल और नए दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत करने में उनकी दक्षता को उजागर करता है। धर्म और आध्यात्मिकता के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और साहित्य के विविध पहलुओं को समझने और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने में उन्होंने विशेषज्ञता हासिल की है। स्वास्थ्य, जीवनशैली, और समाज से जुड़े मुद्दों पर उनके लेख सटीक और उपयोगी जानकारी प्रदान करते हैं। उनकी लेखनी गहराई से शोध पर आधारित होती है और पाठकों से सहजता से जुड़ने का अनोखा कौशल रखती है।
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