vivah muhurat 2025: अप्रैल, मई और जून में विवाह के लिए कितने हैं शुभ मुहूर्त? यहां देखें पूरी लिस्ट

vivah muhurat 2025: अप्रैल, मई और जून में विवाह के लिए कितने हैं शुभ मुहूर्त? यहां देखें पूरी लिस्ट

Authored By: JP Yadav

Published On: Saturday, April 12, 2025

Updated On: Monday, April 14, 2025

vivah muhurat 2025: अप्रैल, मई और जून में विवाह के लिए कितने हैं शुभ मुहूर्त? यहां देखें पूरी लिस्ट
vivah muhurat 2025: अप्रैल, मई और जून में विवाह के लिए कितने हैं शुभ मुहूर्त? यहां देखें पूरी लिस्ट

vivah muhurat 2025: विवाह, मुंडन, सगाई औऱ जनेऊ जैसे सभी काम शुभ घड़ी (शुभ मुहूर्त) में ही किए जाते हैं. स्टोरी में जानेंगे (Vivah muhurat list 2025) शुभ दिन की पूरी लिस्ट

Authored By: JP Yadav

Updated On: Monday, April 14, 2025

vivah muhurat 2025: अगर आप भी शुभ काम जैसे शादी, मुंडन, गृहप्रवेश समेत अन्य कोई समारोह करना चाहते हैं तो आपका इंतजार खत्म हो गया है. 13 मार्च, 2025 से शुरू हुआ खरमास रविवार (13 अप्रैल, 2025) को खत्म हो गया. इसके बाद सोमवार (14 अप्रैल) से शादी-विवाह, मुंडन, गृहप्रवेश, सगाई और जनेऊ (Vivah Muhurat 2025) समेत सभी शुभ कामों की शुरुआत हो गई है. इस स्टोरी में हम बताएंगे खरमास समाप्त होने के बाद कब-कब औऱ किस-किस तारीख को शुभ कार्य किए जा सकेंगे.

कब से बजेगी शहनाई?

हिंदू धर्म में खरमास के दौरान कोई भी शुभ और नया काम नहीं किया जाता है. जानीमानी ज्योतिषाचार्य डॉ. अल्पना मिश्रा (Renowned astrologer Dr. Alpana Mishra) के अनुसार, खरमास के दौरान सूर्य, गुरु की राशि धनु या मीन में रहते हैं. इसे ही मलमास या खरमास कहा जाता है. इस एक महीने के दौरान कोई भी मांगलिक कार्य करना शुभ नहीं माना जाता है. इस लिहाज से 13 मार्च से शुरू हुआ खरमास 13 अप्रैल को खत्म हो गया. इस लिहाज से 14 अप्रैल से विवाह, मुंडन, सगाई, जनेऊ (Vivah Muhurat 2025) जैसे सारे शुभ कामों की शुरुआत हो गई है.

अप्रैल में किस दिन और तारीख को है शुभ मुहूर्त April Vivah Muhurat 2025

  • सोमवार (14 अप्रैल, 2025)
  • बुधवार (16 अप्रैल, 2025)
  • बृहस्पतिवार (17 अप्रैल, 2025)
  • शुक्रवार (18 अप्रैल, 2025)
  • शनिवार (19 अप्रैल, 2025)
  • रविवार (20 अप्रैल, 2025)
  • सोमवार (21 अप्रैल, 2025)
  • शुक्रवार (25 अप्रैल, 2025)
  • मंगलवार (29 अप्रैल, 2025)
  • बुधवार (30 अप्रैल, 2025)

मई विवाह मुहूर्त 2025 May Vivah Muhurat 2025

  • बृहस्पतिवार (01 मई, 2025)
  • सोमवार (05 मई, 2025)
  • मंगलवार (06 मई, 2025 )
  • बृहस्पतिवार (08 मई, 2025)
  • शनिवार (10 मई, 2025)
  • बुधवार (14 मई, 2025)
  • बृहस्पतिवार (15 मई, 2025)
  • शुक्रवार (16 मई, 2025)
  • शनिवार (17 मई, 2025)
  • रविवार (18 मई, 2025)
  • बृहस्पतिवार (22 मई, 2025)
  • शुक्रवार (23 मई, 2025)
  • शनिवार (24 मई, 2025)
  • मंगलवार (27 मई, 2025)
  • बुधवार (28 मई, 2025)

जून विवाह मुहूर्त 2025 June Vivah Muhurat 2025

  • सोमवार (02 जून, 2025)
  • बुधवार (04 जून, 2025)
  • बृहस्पतिवार (05 जून, 2025)
  • शनिवार (07 जून, 2025)
  • रविवार (08 जून, 2025 )

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जुलाई से 4 महीने तक नहीं होते हैं शुभ कार्य

ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, अप्रैल, मई और जून महीने में कई शुभ मुहूर्त आएंगे जब शादी समेत अन्य अच्छे काम किए जा सकेंगे, लेकिन जुलाई से लेकर अक्तूबर तक चतुर्मास लग जाएगा. इसके लगते ही शुभ काम हिंदू धर्म में प्रतिबंधित हो जाते हैं. हिंदू मान्यता के अनुसार, जुलाई से 4 महीने तक भगवान विष्णु योगनिद्रा में चले जाते हैं, जिससे शुभ कामों पर रोक लग जाती है. इसके बाद देवउठनी एकादशी के साथ नवंबर महीने से शुभ काम प्रारंभ हो जाते हैं.

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क्यों जरूरी है शुभ मुहूर्त पर कार्य करना

मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में किए गए काम हमेशा सफल होते हैं. साथ ही इसके अच्छे और सकारात्मक परिणाम भी मिलते हैं. यही वजह है कि हिंदू धर्म में किसी भी तरह के शुभ काम, पूजा-पाठ, शादी-विवाह, गृह प्रवेश जैसे कामों के लिए शुभ मुहूर्त का विशेष ध्यान रखा जाता है. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, इस समय में कार्यारंभ करने से लक्ष्यों को हासिल करने में सफलता मिलती है यानी शुभ मुहूर्त में किए गए कामों का फल हमेशा अच्छा होता है. इसके साथ ही काम में लगने वाली अड़चनें भी दूर होती हैं.

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About the Author: JP Yadav
जेपी यादव डेढ़ दशक से भी अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय हैं। वह प्रिंट और डिजिटल मीडिया, दोनों में समान रूप से पकड़ रखते हैं। अमर उजाला, दैनिक जागरण, दैनिक हिंदुस्तान, लाइव टाइम्स, ज़ी न्यूज और भारत 24 जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में अपनी सेवाएं दी हैं। कई बाल कहानियां भी विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हैं. मनोरंजन, साहित्य और राजनीति से संबंधित मुद्दों पर कलम अधिक चलती है। टीवी और थिएटर के प्रति गहरी रुचि रखते हुए जेपी यादव ने दूरदर्शन पर प्रसारित धारावाहिक 'गागर में सागर' और 'जज्बा' में सहायक लेखक के तौर पर योगदान दिया है. इसके अलावा, उन्होंने शॉर्ट फिल्म 'चिराग' में अभिनय भी किया है।
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