First Hindu Village : देश के पहले हिंदू गांव में कौन-कौन सी होंगी सुविधाएं, कितने में बनेगा घर; यहां नोट करें हर डिटेल

First Hindu Village : देश के पहले हिंदू गांव में कौन-कौन सी होंगी सुविधाएं, कितने में बनेगा घर; यहां नोट करें हर डिटेल

Authored By: JP Yadav

Published On: Saturday, April 5, 2025

Updated On: Saturday, April 5, 2025

First Hindu Village : देश के पहले हिंदू गांव में कौन-कौन सी होंगी सुविधाएं, कितने में बनेगा घर; यहां नोट करें हर डिटेल

First Hindu Village : धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि हिंदू परिवार, हिंदू समाज और हिंदू ग्राम बनाने के बाद हिंदू तहसील, हिंदू जिला और हिंदू राज्य बनेगा.

Authored By: JP Yadav

Updated On: Saturday, April 5, 2025

First Hindu Village : बागेश्वर धाम में भारत का पहला हिंदू ग्राम दो साल में बनकर तैयार हो जाएगा. इसमें 1000 परिवार बसाए जाएंगे. कैसे परिवार बसाएंगे और इस गांव में क्या सुविधाएं होगी और क्या नियम होंगे? इसका भी खाका जल्द ही तैयार कर लिया जाएगा. आध्यात्मिक गुरु धीरेंद्र शास्त्री (Spiritual Guru Dhirendra Shastri) ने बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) में ‘हिंदू गांव’ की आधारशिला रखी है. इसके साथ ही इस पर राजनीति भी शुरू हो गई है. इस पहल को भारतीय जनता पार्टी के विधायक रामेश्वर शर्मा का समर्थन मिला है तो कांग्रेस ने इसे देश की धर्मनिरपेक्षता के खिलाफ बताकर विरोध जताया है. कांग्रेस प्रवक्ता अब्बास हफीज (Congress spokesperson Abbas Hafeez) ने इस परियोजना पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर धीरेंद्र शास्त्री हिंदू गांव बनाते हैं, तो मैं सीएम मोहन यादव (Madhya Pradesh Chief Minister Mohan Yadav) से मांग करता हूं कि मुझे मुस्लिम, सिख और ईसाई गांव बनाने की इजाजत दी जाए.

हिंदू गांव में बसाए जाएंगे 1000 परिवार

उधर, बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Acharya Dhirendra Krishna Shastri) ने हिंदू राष्ट्र की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए देश के पहले ‘हिंदू गांव’ की नींव ऱखी है. मिली जानकारी के अनुसार, मध्य प्रदेश के छतरपुर जिला स्थित गढ़ा में बनने वाला ‘हिंदू गांव’ अगले दो साल में तैयार होगा और इसमें 1000 परिवार बसाए जाएंगे.

हिंदुओं को बागेश्वर धाम जन सेवा समिति देगी जमीन

मध्य प्रदेश के खजुराहो में बाबा बागेश्वर (धीरेंद्र शास्त्री) ने बागेश्वर धाम के पास एक ‘हिंदू गांव’ बनाने की घोषणा के साथ यह भी एलान किया है कि बागेश्वर धाम जन सेवा समिति हिंदुओं को जमीन देगी. वहां रहने वाले अपने घरों को बनाने का खर्च खुद उठाएंगे. भूमि पूजन समारोह के दौरान परियोजना की आधिकारिक शुरुआत करते हुए फिलहाल 50 घर बनाए जाएंगे. इसके बाद धीरे-धीरे निर्माण की गति बढ़ेगी.

कौन रहेगा गांव में?

गांव में रहने के इच्छा रखने वाले लोगों को पहले धाम की समिति से संपर्क करना होगा, जिसके बाद उन्हें जमीन दी जाएगी. 5 लाख रुपये की निर्माण लागत पहले जमा करानी होगी. इसमें पहली मंजिल के घरों के लिए 16 लाख रुपये और दूसरी मंजिल के घरों के लिए 15 लाख रुपये तय किए गए हैं.

क्या होगी सुविधाएं?

गांव में रहने वाले लोगों को अलग-अलग सुविधाएं मिलेंगी. यहां बनने वाले घर बिक्री या पुनर्विक्रय के लिए नहीं होंगे. कहा जा रहा है कि एक निश्चित अवधि के बाद समझौते समाप्त हो जाएंगे. इस हिंदू गांव में शामिल होने के लिए लगभग 50 व्यक्तियों ने पहले ही हस्ताक्षर कर दिए हैं. बाबा बागेश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने विधिवत वैदिक मंत्रोच्चार और कन्या पूजन के साथ हिंदू ग्राम की आधारशिला रखी.

क्या कहा धीरेंद्र शास्त्री ने

  • हिंदू राष्ट्र का सपना हिंदू घर से शुरू होता है. हिंदू परिवार, समाज और ग्राम बनने से ही हिंदू तहसील, जिला और राज्य का सपना साकार होगा यह हिंदू राष्ट्र की नींव है, जिसे हमें मिलकर बनाना है.
  • बागेश्वर धाम जनसेवा समिति सनातन धर्म प्रेमियों को जमीन उपलब्ध कराएगी.
  • हिंदू गांव की कल्पना हिंदुस्तान से की गई है. यह ‘सर्वे भवंतु सुखिनः’ सुखिनः’ का प्रतीक है
  • एक गांव जहां बहन-बेटियां आजादी से घूमें, गोमाता सम्मान के साथ रहें.
  • छेड़खानी, कब्जा या दुष्कर्म जैसी घटनाएं न हों.
  • छत्रपति शिवाजी, महाराणा प्रताप, गुरु गोविंद सिंह, गुरु तेग बहादुर और महात्मा गांधी के राम राज्य का सपना है.

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About the Author: JP Yadav
जेपी यादव डेढ़ दशक से भी अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय हैं। वह प्रिंट और डिजिटल मीडिया, दोनों में समान रूप से पकड़ रखते हैं। अमर उजाला, दैनिक जागरण, दैनिक हिंदुस्तान, लाइव टाइम्स, ज़ी न्यूज और भारत 24 जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में अपनी सेवाएं दी हैं। कई बाल कहानियां भी विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हैं. मनोरंजन, साहित्य और राजनीति से संबंधित मुद्दों पर कलम अधिक चलती है। टीवी और थिएटर के प्रति गहरी रुचि रखते हुए जेपी यादव ने दूरदर्शन पर प्रसारित धारावाहिक 'गागर में सागर' और 'जज्बा' में सहायक लेखक के तौर पर योगदान दिया है. इसके अलावा, उन्होंने शॉर्ट फिल्म 'चिराग' में अभिनय भी किया है।
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