आपदा के बाद राहत-बचाव कार्य पर हो रही है बयानबाजी

आपदा के बाद राहत-बचाव कार्य पर हो रही है बयानबाजी

Authored By: सतीश झा

Published On: Tuesday, August 6, 2024

natural disaster in Himachal Pradesh
natural disaster in Himachal Pradesh

बारिश, बिजली और भूस्खलन से हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में जनता त्राहि त्राहि कर रही है। सरकार की ओर से राहत व बचाव कार्य किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री की ओर से अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। वहीं, विपक्षी नेता राज्य सरकार पर जनता की अनदेखी करने का आरोप लगा रहे हैं।

Authored By: सतीश झा

Last Updated On: Tuesday, August 6, 2024

हिमाचल प्रदेश भारी बारिश और उसके बाद हुई भूस्खलन से आम लोगों की परेशानी अब भी बनी हुई है। बीते दिनों कुल्लू जिले की मणिकर्ण घाटी में बादल फटने से तोष नाला में बाढ़ आ गई। इससे तोष गांव को जोड़ने वाला पुल बह गया। इस गांव का बाहरी दुनिया से संपर्क कट गया है। कुछ दुकानें भी बह गई और होम स्टे व रेस्तरां को भी नुकसान पहुंचा है। जिला प्रशासन ने वैकल्पिक पुल बनाकर गांव में फंसे 200 पर्यटकों को सुरक्षित निकाला।

इस प्रकार की घटनाएं बीते सप्ताह और भी क्षेत्रों में हुई है। शिमला, मंडी और कूल्लू, तीन जगहों पर बादल फटने से सात लोगों की मौत हो गई।  राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक, शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति में भूकंप के झटके महसूस किए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.2 की थी।

मुख्यमंत्री सुक्खू ने दिया था ये आदेश

5 अगस्त को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रशासनिक अधिकारियों को राहत बचाव कार्य के लिए निर्देश दिया। अपने सोशल मीडिया पर इस आशय को लेकर पोस्ट भी किया था। लिखा था कि बीते कल कुल्लू ज़िले की पुलिस चौकी जरी को कुछ पर्यटकों के फँसे होने की सूचना प्राप्त हुई थी।  इस पर पुलिस चौकी जरी की एक टीम ने मलाणा से चौकी जरी मार्ग पर तुरंत कार्रवाई करते हुए पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाला।  इस अभियान में शामिल समस्त पुलिसकर्मियों को धन्यवाद।  हमारी सरकार पूरी तत्परता के साथ पर्यटकों और आपदा प्रभावित लोगों के साथ खड़ी है।

घटनास्थल का दौरा करके सांसद कंगना रनौत ने लिया जायजा

भाजपा नेता कंगना रनौत रामपुर के बादल फटने से प्रभावित क्षेत्र में पहुंचीं और हालात का जायजा लिया।भाजपा सांसद कंगना रनौत ने कहा, राज्य सरकार की हालत सभी को पता है। पिछली बार के विस्थापितों से वादा किया था कि केंद्र से जो फंड आया उससे 7-7 लाख सभी को दिए जाएंगे। क्या वो 7 लाख मिला? … गांव के लोग खुद अपने हाथों से पुल बना रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी अवश्य पैकेज भेजेंगे, उन्होंने पिछली बार भी 1800 करोड़ का पैकेज भेजा था, अब भी भेजेंगे और वो जाएगा सुक्खू जी को। मैं कहूंगी कि वो पैसे विस्थापितों मिलेगा या नहीं इस पर जांच शुरू जाए। यहां जो भी भ्रष्टाचार का नाच शुरू किया गया है उस पर लगाम लगाई जाए।

About the Author: सतीश झा
सतीश झा की लेखनी में समाज की जमीनी सच्चाई और प्रगतिशील दृष्टिकोण का मेल दिखाई देता है। बीते 20 वर्षों में राजनीति, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समाचारों के साथ-साथ राज्यों की खबरों पर व्यापक और गहन लेखन किया है। उनकी विशेषता समसामयिक विषयों को सरल भाषा में प्रस्तुत करना और पाठकों तक सटीक जानकारी पहुंचाना है। राजनीति से लेकर अंतरराष्ट्रीय मुद्दों तक, उनकी गहन पकड़ और निष्पक्षता ने उन्हें पत्रकारिता जगत में एक विशिष्ट पहचान दिलाई है
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