विधानसभा चुनाव के लिए कितने तैयार हैं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और महाविकास अघाड़ी
विधानसभा चुनाव के लिए कितने तैयार हैं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और महाविकास अघाड़ी
Authored By: सतीश झा
Published On: Wednesday, October 16, 2024
Updated On: Sunday, April 27, 2025
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए दोनों ही पक्ष अपनी-अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे जहां अपनी सरकार की उपलब्धियों का प्रचार कर रहे हैं, वहीं महाविकास अघाड़ी विपक्षी एकता और विकास कार्यों पर जोर दे रही है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि मतदाता किसे चुनते हैं और चुनावी मैदान में कौन सी पार्टी विजयी होती है।
Authored By: सतीश झा
Updated On: Sunday, April 27, 2025
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की तैयारी
सरकारी योजनाओं का प्रचार: मुख्यमंत्री शिंदे ने अपनी सरकार की कई योजनाओं का प्रचार शुरू कर दिया है, जिसमें सामाजिक कल्याण, कृषि और शहरी विकास शामिल हैं। उनका लक्ष्य है कि वे जनता को अपनी उपलब्धियों के बारे में बताएं और उन पर विश्वास जीतें।
पार्टी संगठन मजबूत करना: शिंदे ने शिवसेना के संगठन को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया है, ताकि वे चुनावी मैदान में मजबूती से उतर सकें। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें आयोजित की हैं ताकि चुनावी रणनीतियों पर चर्चा की जा सके।
स्थानीय मुद्दों पर ध्यान: मुख्यमंत्री ने स्थानीय मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया है, जैसे कि बुनियादी ढांचे का विकास और रोजगार सृजन, जिससे वे मतदाताओं को आकर्षित कर सकें।
महाविकास अघाड़ी की तैयारी
विपक्ष की एकजुटता: महाविकास अघाड़ी, जिसमें कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी शामिल हैं, ने अपने बीच की एकजुटता को बनाए रखने का प्रयास किया है। उन्होंने एक सामूहिक रणनीति तैयार की है, जिससे उन्हें चुनावों में बेहतर प्रतिस्पर्धा मिल सके।
विकास कार्यों का बखान: एमवीए ने पिछले कार्यकाल के दौरान किए गए विकास कार्यों का बखान करना शुरू कर दिया है, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे के विकास पर जोर दिया गया है।
जनसंपर्क अभियान: महाविकास अघाड़ी ने जनसंपर्क अभियानों की शुरुआत की है, जिसमें नेताओं ने आम जनता से मिलकर उनकी समस्याओं को सुनने और समाधान देने का प्रयास किया है।
चुनौतियाँ
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को चुनौती: शिंदे को अपनी पूर्व सहयोगी पार्टी शिवसेना (यूबीटी) से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है, जो उनके खिलाफ अभियान चला रही है।
महाविकास अघाड़ी की चुनौती: एमवीए (MVA) को सत्ता में आने के लिए पिछले कार्यकाल में उनकी सरकार की उपलब्धियों को पेश करना होगा, साथ ही सरकार के वर्तमान स्थिति की आलोचना भी करनी होगी।
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12 उम्मीदवार का मामला अभी तक है अधर में
महा विकास अघाड़ी ने अपने कार्यकाल के ढाई साल में दो बार तत्कालीन राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को अपने 12 उम्मीदवारों की सूची दी थी जिन्हें विधान परिषद में नामांकित किया जाना था लेकिन कोश्यारी ने न तो उस सूची को खारिज किया और न ही स्वीकार किया था।
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