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UP की इकॉनोमी ऐसे होगी बम-बम, वैश्विक धार्मिक पर्यटन की इकॉनोमी 2.2 अरब डॉलर तक पहुंचेगी
UP की इकॉनोमी ऐसे होगी बम-बम, वैश्विक धार्मिक पर्यटन की इकॉनोमी 2.2 अरब डॉलर तक पहुंचेगी
Authored By: सतीश झा
Published On: Friday, January 17, 2025
Updated On: Friday, January 17, 2025
2032 तक वैश्विक पर्यटन की इकनॉमी 2.2 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। इसमें भारत की अहम हिस्सेदारी होगी, और उत्तर प्रदेश इसका बड़ा लाभार्थी होगा। करीब 500 ऐसे प्रसिद्ध स्थलों के कारण भारत की इसमें महत्वपूर्ण हिस्सेदारी होगी। इस हिस्से में एक बड़ा योगदान उत्तर प्रदेश का होगा। 2032 तक वैश्विक पर्यटन की इकनॉमी 2.2 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। इसमें भारत की अहम हिस्सेदारी होगी, और उत्तर प्रदेश इसका बड़ा लाभार्थी होगा। करीब 500 ऐसे प्रसिद्ध स्थलों के कारण भारत की इसमें महत्वपूर्ण हिस्सेदारी होगी। इस हिस्से में एक बड़ा योगदान उत्तर प्रदेश का होगा।
Authored By: सतीश झा
Updated On: Friday, January 17, 2025
UP economy growth: इसकी कई वजहें हैं। मसलन भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या, उनके वनवास का सबसे प्रमुख पड़ाव चित्रकूट, मां विंध्येश्वरी धाम श्रीकृष्ण, राधा और ग्वालबालों की यादें सजोए मथुरा, वृंदावन, बरसाना, नंदगांव, गोवर्धन, तीरथराज प्रयाग, तीनों लोकों से न्यारी भगवान शिव की काशी के कारण धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन के लिहाज से उत्तर प्रदेश का बेहद महत्वपूर्ण स्थान है। ऐसे स्थलों के साथ कुछ और इस तरह के स्थलों का विकास हो, यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा ही नहीं संकल्प भी है। ऐसा हुआ है और हो भी रहा है। इसके नतीजे भी दिख रहे हैं।
यूपी की खासियतें
उत्तर प्रदेश धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन का प्रमुख केंद्र है, इसकी वजह हैं:
- अयोध्या: भगवान राम की जन्मभूमि।
- चित्रकूट: भगवान राम के वनवास का प्रमुख पड़ाव।
- मां विंध्येश्वरी धाम।
- मथुरा-वृंदावन: श्रीकृष्ण और राधा की स्मृतियों से जुड़ा क्षेत्र।
- काशी: भगवान शिव की त्रिलोकप्रिय नगरी।
- प्रयागराज: तीर्थराज के नाम से प्रसिद्ध।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन स्थलों के विकास के लिए कई योजनाएं शुरू कीं, जिनके सकारात्मक नतीजे अब दिखने लगे हैं।
उदाहरण
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण के बाद 2023 में वाराणसी में 10 करोड़ से अधिक पर्यटक पहुंचे। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद प्रतिदिन एक से डेढ़ लाख पर्यटक/श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। पंजाब के स्वर्ण मंदिर में रोज़ाना औसतन एक लाख और वैष्णो देवी में 32-40 हजार श्रद्धालु पहुंचते हैं।
धार्मिक पर्यटन के जरिए आर्थिक प्रगति का जरिया
योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण एवं संवर्धन ने प्रदेश की आर्थिक तरक्की को नई दिशा दी है। नीति आयोग के सुझाव पर योगी सरकार ने वाराणसी और प्रयागराज को मिलाकर एक नया धार्मिक क्षेत्र बनाने का फैसला किया है। इस क्षेत्र में चंदौली, गाजीपुर, जौनपुर, मीरजापुर और भदोही जैसे जिले शामिल होंगे। क्षेत्र का आकार 22,000 वर्ग किमी से अधिक होगा। 2.38 करोड़ लोगों के जीवन पर इसका सकारात्मक असर पड़ेगा।
औद्योगिक विकास का फोकस
अयोध्या और रामसनेही घाट के बीच इंडस्ट्रियल सेक्टर बनाने की योजना है। प्रयागराज और वाराणसी क्षेत्र में नॉलेज पार्क और औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जाएंगे। इससे धार्मिक पर्यटन के साथ स्थानीय रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। धार्मिक पर्यटन के साथ योगी सरकार का फोकस संबंधित क्षेत्र के बुनियादी विकास पर भी होता है। मसलन अयोध्या और रामसनेही घाट के बीच एक इंडस्ट्रियल सेक्टर बनाने की योजना है। यही काम केंद्र सरकार की मदद से प्रयागराज में भी किया जाना है। इसी क्रम में प्रयागराज और वाराणसी धार्मिक क्षेत्र में भी औद्योगिक क्षेत्र और नॉलेज पार्क बनाने की योजना है। इससे पर्यटन के अलावा इन क्षेत्रों में भी स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।
पूर्वांचल को नया आयाम
धार्मिक पर्यटन और औद्योगिक विकास के जरिए पूर्वांचल की प्रगति को नई दिशा मिलेगी। योगी सरकार का यह प्रयास प्रदेश को राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर नई पहचान दिलाएगा।
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