Weather Forecast
दिल्ली में आज 10 मई का मौसम: बारिश की सौगात या धूल भरी आफत? जानिए दिल्ली-NCR में कैसे करवट ले रहा है मौसम का मिज़ाज
दिल्ली में आज 10 मई का मौसम: बारिश की सौगात या धूल भरी आफत? जानिए दिल्ली-NCR में कैसे करवट ले रहा है मौसम का मिज़ाज
Authored By: Nishant Singh
Published On: Friday, May 9, 2025
Last Updated On: Friday, May 9, 2025
10 मई की सुबह दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए राहत लेकर आई है. अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, आज हल्की बारिश और धूल भरी आंधी की संभावना बनी हुई है. यह फुहारें गर्मी से राहत तो देंगी, लेकिन 30 से 40 किमी/घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के कारण सतर्क रहना ज़रूरी है. वहीं, दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 180 पर दर्ज हुआ है, जो ‘मध्यम’ श्रेणी में आता है. बारिश के बावजूद हवा अब भी पूरी तरह स्वच्छ नहीं है, इसलिए अस्थमा और एलर्जी से पीड़ित लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए.
Authored By: Nishant Singh
Last Updated On: Friday, May 9, 2025
10 मई की सुबह दिल्ली-एनसीआर के बाशिंदों के लिए किसी ठंडी फुहार जैसे सुकून भरे तोहफे के साथ दस्तक देगी. आमतौर पर मई की चिलचिलाती गर्मी जहां लोगों को घरों में कैद रहने पर मजबूर कर देती है, वहीं इस बार मौसम का मिजाज कुछ बदला-बदला सा है. सुबह का तापमान लगभग 25 डिग्री सेल्सियस तक बना रहेगा, जो गर्मी के इस मौसम में किसी राहत से कम नहीं. रात की ठंडक और सुबह की ताजगी लोगों को नई ऊर्जा से भर देगी.
राजधानी का अधिकतम तापमान जहां 37 डिग्री के करीब रहेगा, वहीं न्यूनतम तापमान सामान्य से आधा डिग्री कम दर्ज किया गया है. मौसम विभाग की मानें तो दिन में बारिश की संभावना भी जताई गई है, जो मौसम को और भी सुहावना बना सकती है. हालांकि, इसी के साथ 30 से 40 किमी/घंटा की रफ्तार से धूल भरी आंधी-तूफान की चेतावनी भी दी गई है, जिससे सावधानी बरतना ज़रूरी होगा.
दिल्ली मौसम और वायु गुणवत्ता आंकड़े – 10 मई 2025
मापदंड | विवरण |
---|---|
अधिकतम तापमान | 37°C |
न्यूनतम तापमान | 25.7°C |
हवा की गति | 30-40 किमी/घंटा (10 मई को 30-40 किमी/घंटा अनुमानित) |
वर्षा | अनुमानित |
बादल | हल्के से मध्यम बादल |
आर्द्रता (Humidity) | 81% (पिछले दिन से वृद्धि) |
AQI स्तर | 180 (खराब श्रेणी में) |
प्रमुख प्रदूषक तत्व | पीएम2.5, पीएम10, NO₂, ओज़ोन |
बरसात की नरमी में लिपटी दिल्ली
10 मई को दिल्ली-एनसीआर का मौसम फिर एक बार राहत की चादर ओढ़े रहेगा. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की मानें तो इस दिन भी रुक-रुक कर हल्की बारिश की संभावना है, जो गर्मी से झुलसे लोगों के लिए किसी ठंडी सांस जैसी होगी. सुबह-शाम की नर्म फुहारें न सिर्फ मौसम को शीतल बनाएंगी, बल्कि हवा में भी ताजगी भर देंगी. वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक नरेश कुमार के अनुसार, 8 से 10 मई के बीच पूरे एनसीआर में बारिश की लड़ी जारी रहेगी. ऐसे में घर से बाहर निकलने वालों को छाता या रेनकोट साथ रखना समझदारी होगी.
बादलों की चादर और ठंडी हवाओं की संगत
भले ही 11 से 13 मई के बीच बारिश कुछ समय के लिए थम जाए, लेकिन बादल और हवाएं दिल्लीवासियों का साथ निभाते रहेंगे. बादलों की मौजूदगी सूर्य की तीखी किरणों को धरती तक पहुंचने से रोकेगी और तापमान को काबू में रखेगी. इस दौरान अधिकतम तापमान 33 से 36 डिग्री और न्यूनतम 22 से 24 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा. मौसम विज्ञान विभाग की निगरानी अब 13 मई के बाद की स्थिति पर टिकी है, लेकिन फिलहाल यह साफ है कि दिल्ली को कुछ दिन और राहत भरे मौसम का तोहफा मिलने वाला है.
13 मई के बाद क्या होगा? मौसम विभाग की नज़र
अब सवाल उठता है कि 13 मई के बाद मौसम कैसा रहेगा? इस पर अभी कोई स्पष्ट अनुमान नहीं लगाया गया है. भारतीय मौसम विभाग फिलहाल स्थितियों की लगातार निगरानी कर रहा है. लेकिन अब तक जो रुझान सामने आए हैं, उनसे साफ है कि दिल्लीवालों को कम से कम 13 मई तक गर्मी से राहत जरूर मिलती रहेगी. मौसम में यह बदलाव न सिर्फ तापमान को काबू में रखेगा, बल्कि लोगों को मानसिक तौर पर भी थोड़ी राहत देगा.
पिछले 10 दिनों में नई दिल्ली में मौसम का मिज़ाज
दिनांक | Min Temp. | Max Temp. |
---|---|---|
May 10, 2025 | 25 | 37 |
May 08, 2025 | 24-25 | 35-36 |
May 07, 2025 | 24 | 35 |
May 06, 2025 | 24 | 36 |
May 05, 2025 | 24 | 36 |
May 04, 2025 | 22 | 34 |
May 03, 2025 | 24 | 34 |
May 02, 2025 | 27 | 37 |
May 01, 2025 | 24 | 35 |
भी साफ नहीं है अब दिल्ली की हवा, सतर्क रहें
बारिश और ठंडी हवाओं ने थोड़ी राहत जरूर दी है, लेकिन दिल्ली की हवा अब भी पूरी तरह साफ नहीं हुई है. एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 180 पर बना हुआ है, जो कि ‘मध्यम’ श्रेणी में आता है — न बहुत खराब, लेकिन न ही अच्छा कहा जा सकता है. इसका मतलब है कि सांस संबंधी समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए यह हवा अभी भी चुनौतीपूर्ण बनी हुई है.
विशेषज्ञों के अनुसार, जब तक AQI 100 से नीचे नहीं पहुंचता, तब तक हवा को “स्वस्थ” नहीं माना जा सकता. फिलहाल की स्थिति में लंबी खुली हवा वाली गतिविधियों से परहेज करना ही बेहतर है, खासकर बच्चों, बुज़ुर्गों और अस्थमा या एलर्जी के मरीजों के लिए. कह सकते हैं कि बारिश ने ज़रूर धूल को कुछ हद तक शांत किया है, लेकिन हवा में असली ताजगी अभी आनी बाकी है.
नीचे दिया गया है AQI श्रेणियों (Categories) का एक सरल और जानकारीपूर्ण टेबल जो वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के स्तर, उसकी श्रेणी, रंग कोड और उसके स्वास्थ्य पर प्रभाव को दर्शाता है:
AQI स्तर (मान) | श्रेणी | रंग संकेत | स्वास्थ्य पर प्रभाव |
---|---|---|---|
0–50 | अच्छा (Good) | 🟢 हरा | वायु गुणवत्ता संतोषजनक होती है और स्वास्थ्य पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता. |
51–100 | संतोषजनक (Satisfactory) | 🟡 पीला | कुछ लोगों को बहुत हल्की असुविधा हो सकती है, विशेषकर जिन्हें सांस की बीमारी है. |
101–200 | मध्यम (Moderate) | 🟠 नारंगी | संवेदनशील लोगों को सांस लेने में परेशानी हो सकती है. |
201–300 | खराब (Poor) | 🔴 लाल | दिल और सांस के रोगियों को अधिक परेशानी हो सकती है. |
301–400 | बहुत खराब (Very Poor) | 🟣 बैंगनी | सांस लेने में गंभीर समस्याएं हो सकती हैं. सभी को सतर्क रहने की जरूरत है. |
401–500+ | गंभीर (Severe) | ⚫ गहरा भूरा/काला | गंभीर स्वास्थ्य प्रभाव, यहां तक कि स्वस्थ लोगों पर भी असर पड़ सकता है. |
प्रदूषण के बढ़ते स्तर पर नियंत्रण के उपाय
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करने के लिए विभिन्न उपायों की आवश्यकता है. इन उपायों में प्रमुख हैं:
- वाहन उत्सर्जन में कमी: पुराने पेट्रोल और डीजल वाहनों के संचालन पर प्रतिबंध लगाना और इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देना.
- ग्रीन बेल्ट्स और पार्कों का विकास: अधिक से अधिक वृक्षारोपण और हरित क्षेत्र का विस्तार करना.
- औद्योगिक उत्सर्जन में कमी: औद्योगिक क्षेत्रों में प्रदूषण नियंत्रण उपकरणों की स्थापना और कचरे के उचित निपटान की व्यवस्था करना.
- जन जागरूकता अभियान: लोगों को प्रदूषण के प्रभाव और इसके नियंत्रण के उपायों के प्रति जागरूक करना.
इन उपायों को प्रभावी ढंग से लागू करके दिल्ली में प्रदूषण के स्तर को कम किया जा सकता है और नागरिकों के स्वास्थ्य की रक्षा की जा सकती है.