Credit Card क्या है, कैसे काम करता है और कौन सा है आपके लिए बेस्ट?

Credit Card क्या है, कैसे काम करता है और कौन सा है आपके लिए बेस्ट?

Authored By: Ranjan Gupta

Published On: Friday, June 27, 2025

Updated On: Friday, June 27, 2025

How to Everything you need to know about credit cards

Credit Card एक महत्वपूर्ण वित्तीय टूल है जो आपको आर्थिक स्वतंत्रता प्रदान करता है, लेकिन उसका सही उपयोग करना महत्वपूर्ण है. इस कार्ड को लेने से पहले आपको कई चीजों का ज्ञान होना जरूरी है. इस लेख में हम क्रेडिट कार्ड से जुड़ी सभी जानकारी प्रदान करेंगे जो आपको जानना चाहिए. क्रेडिट कार्ड कितने प्रकार के होतें हैं, किस बैंक का Credit Card लेना चाहिए, क्रेडिट कार्ड कैसे प्राप्त करें तथा इसके फायदे तथा नुकसान क्या हैं, सभी के बारे में यहां विस्तार से बताया गया है. साथ ही क्रेडिट कार्ड के बिल को कैसे कम करें, CIBIL Score, Credit Limit के बारे में भी जानकारी दी गई है.

Authored By: Ranjan Gupta

Updated On: Friday, June 27, 2025

इस लेख में:

आज के डिजिटल युग में क्रेडिट कार्ड का महत्व हर व्यक्ति के जीवन में बढ़ता जा रहा है. यह बैंक द्वारा जारी किया जाने वाला एक ऐसा कार्ड है, जिससे आप तय सीमा तक उधार लेकर अपनी खरीदारी या भुगतान कर सकते हैं. यह न केवल आपको तत्काल पैसे उपलब्ध कराता है, बल्कि आपकी खरीदारी को आसान, सुरक्षित और स्मार्ट बनाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि क्रेडिट कार्ड वास्तव में कैसे काम करता है? इसके कितने प्रकार होते हैं और कौन सा कार्ड आपकी जरूरत के लिए सबसे उपयुक्त होगा? साथ ही, क्रेडिट स्कोर को बेहतर बनाने में इसका क्या रोल है? इस लेख में हम इन सभी पहलुओं को सरल भाषा में समझेंगे ताकि आप क्रेडिट कार्ड का सही इस्तेमाल कर सकें और वित्तीय रूप से स्मार्ट बन सकें.

क्रेडिट कार्ड क्या है? (What is Credit Card)

What is Credit Card

क्रेडिट कार्ड बैंक से जारी होने वाला वह कार्ड है, जिससे आप बैंक से कुछ रकम उधार ले सकते हैं. एक तयशुदा वक्त के भीतर आपको यह रकम बैंक को वापस लौटानी होती है और देरी होने पर फीस देनी पड़ती है. इसका उपयोग कर आप अपने पर्सनल खर्चों, ऑनलाइन खरीददारी, यात्रा आदि के लिए कहीं भी व कभी भी कर सकते हैं. आप क्रेडिट कार्ड से कितने रुपए उधार ले सकते हैं, यह आपके कार्ड की लिमिट पर तय होता है और लिमिट आपकी सैलरी और क्रेडिट हिस्ट्री से तय होती है. शुरुआती दौर में 50 हज़ार रुपए तक की लिमिट मिल जाती है. यानी आप 50 हज़ार रुपए तक की खरीदारी, पेमेंट और ट्रांसफर कर सकते हैं और एक तयशुदा वक्त में आपको ये 50 हज़ार रुपए लौटाने होंगे.

क्रेडिट कार्ड कितने प्रकार के होते हैं? (Types of Credit Cards)

Types of Credit Cards

क्रेडिट कार्ड कई प्रकार के होते हैं, जिनका वर्गीकरण उपयोग और लाभ के आधार पर किया जाता है. वैसे तो तमाम तरह के क्रेडिट कार्ड्स होते हैं, कोई सिर्फ पेमेंट के लिए होता है, कोई स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड होता है, कोई गोल्ड क्रेडिट कार्ड होता है तो कोई फ्यूल क्रेडिट कार्ड होता है. हालांकि, क्रेडिट कार्ड मुख्य रूप से चार तरह के होते हैं, जिनके बारे में हम आपको बताएंगे. इसमें रिवॉर्ड्स क्रेडिट कार्ड, लो इंट्रेस्ट क्रेडिट कार्ड, बैलेंस ट्रांसफर क्रेडिट कार्ड, सिक्यॉर्ड क्रेडिट कार्ड शामिल हैं.

  • रिवॉर्ड्स क्रेडिट कार्ड

ये वो क्रेडिट कार्ड्स होते हैं, जो आपको किसी ट्रांजैक्शन पर निश्चित रूप से कोई न कोई रिवॉर्ड देते हैं. कुछ कार्ड सीधे तौर पर आपको एक या दो प्रतिशत का कैशबैक देते हैं. कुछ कार्ड पेमेंट करने पर बोनस पॉइंट देते हैं, जिनसे भविष्य में आप कुछ और भी खरीद सकते हैं. वैसे ज़रूरी नहीं कि कार्ड से मिलने वाले ये रिवॉर्ड कैश या कैशबैक के रूप में हों. कई कार्ड्स चेक, गिफ्ट वाउचर, प्लेन टिकट या होटल में फ्री रुकने जैसे रिवॉर्ड देते हैं.

  • लो इंट्रेस्ट क्रेडिट कार्ड

ये ऐसे क्रेडिट कार्ड्स होते हैं, जिन पर आपको ज़्यादा ब्याज नहीं चुकाना पड़ता या प्रॉसेसिंग फीस कम देनी पड़ती है. ऐसे में अगर हर महीने किसी ट्रांज़ैक्शन या बिल के पेमेंट के लिए क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करते हैं, तो बेहतर होगा कि आप लो इंट्रेस्ट क्रेडिट कार्ड लें, जो आपको कम से कम एक अवधि तक कम ब्याज दर या कम चार्जेस पर मिले.

  • बैलेंस ट्रांसफर क्रेडिट कार्ड

बैलेंस ट्रांसफर क्रेडिट कार्ड आपको क्रेडिट कार्ड बैलेंस ट्रांसफर करने की अनुमति देता है. आप अपने बकाया बैलेंस को इस नए कार्ड में ट्रांसफर कर सकते हैं और कम लागत पर अधिक सुविधाजनक रूप से राशि का भुगतान कर सकते हैं. इसलिए, क्रेडिट कार्ड बैलेंस ट्रांसफर न केवल तनाव को कम करता है, बल्कि आपको एक महत्वपूर्ण राशि में मदद करता है.

  • सिक्यॉर्ड क्रेडिट कार्ड

यह क्रेडिट कार्ड उन लोगों के लिए उपयोगी हो सकता है, जिनका क्रेडिट स्कोर बहुत खराब हो. ऐसे में जब आप कोई नया खाता खोलते हैं या लोन के लिए अप्लाई करते हैं, तो सिक्यॉर्ड क्रेडिट कार्ड के ज़रिए अपना क्रेडिट स्कोर सही कर सकते हैं. बाद में जब आप क्रेडिट कार्ड का बिल चुका दें, तो फिर से अनसिक्यॉर्ड कार्ड का इस्तेमाल करना शुरू कर दें.

क्रेडिट कार्ड कैसे काम करता है? (How a Credit Card Works)

How a Credit Card Works

जब आप किसी दुकानदार या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से कुछ खरीदते हैं और क्रेडिट कार्ड से भुगतान करते हैं, तो बैंक आपके लिए उस राशि को उधार दे देता है. यह राशि आपके क्रेडिट लिमिट से कट जाती है. हर महीने बैंक आपको एक स्टेटमेंट भेजता है जिसमें खर्च की गई राशि और भुगतान की अंतिम तारीख होती है. यदि आप उस तिथि तक पूरी राशि चुका देते हैं, तो ब्याज नहीं लगता. यदि आप न्यूनतम राशि का भुगतान करते हैं या पूरा बिल नहीं भरते, तो बकाया राशि पर ब्याज देना पड़ता है. 

  • क्रेडिट खाता : जब आपको क्रेडिट कार्ड मिलता है, तो बैंक में आपका एक क्रेडिट खाता खोला जाता है. जब आप क्रेडिट कार्ड का उपयोग खरीददारी करने के लिए करते हैं, तो यह खरीददारी की राशि को बैंक आपके क्रेडिट खाते में जोड़ता है.
  • लोन का रीपेमेंट : बैंक द्वारा आपके क्रेडिट कार्ड के रीपेमेंट के लिए एक अवधि तय की जाती है, उस तय तिथि पर आपको लोन ली गई राशि का भुगतान करना होता है. साथ ही आपके क्रेडिट कार्ड पर एक निश्चित रकम तक की खरीददारी की अनुमति दी जाती है, जिसे क्रेडिट लिमिट कहा जाता है.
  • मासिक बिल : आपको क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान हर महीने करना होता है, जिसमें आपकी पर्सनल खर्च की राशि और इंटरेस्ट शामिल होते हैं.

क्रेडिट कार्ड लिमिट क्या है ? (Credit card limit)

Credit card limit

क्रेडिट कार्ड लिमिट एक न्यूनतम और अधिकतम राशि होती है, जो बैंक या वित्तीय संस्थान द्वारा कार्डधारक की आवश्यकताओं और वित्तीय स्थिति के आधार पर निर्धारित की जाती है. इस राशि को कार्डधारक क्रेडिट कार्ड के माध्यम से खर्च कर सकता है, और यह कार्डधारक को उपलब्ध क्रेडिट का प्रबंधन करने में मदद करता है.

आपके पास क्रेडिट कार्ड क्यों होना चाहिए ?

क्रेडिट कार्ड आपको आर्थिक स्वतंत्रता प्रदान करता है और बड़े खर्चों को करने की स्वतंत्रता देता है. अगर आपको तत्काल एक बड़े रकम की जरुरत है तो यह बड़े काम आ सकता है. इसके सही उपयोग से क्रेडिट कार्ड आपके क्रेडिट स्कोर को सुधारने में मदद कर सकता है. वहीं, ऑनलाइन खरीददारी के लिए क्रेडिट कार्ड आसान और सुरक्षित विकल्प भी प्रदान करता है.

क्रेडिट स्कोर क्या होता है? (CIBIL Score)

क्रेडिट स्कोर किसी व्यक्ति की वित्तीय साख को दर्शाता है, यानी कि वे लोन लेने के लिए कितने पात्र हैं. क्रेडिट स्कोर 300 से 900 के बीच एक संख्या के रूप में प्रस्तुत किया जाता है. इसकी गणना किसी व्यक्ति के क्रेडिट, पुनर्भुगतान, क्रेडिट कार्ड के उपयोग और कई अन्य कारकों के आधार पर की जाती है.

क्रेडिट स्कोर कैसे बढ़ाएंं? (How to increase credit Score)

हम प्रतिस्पर्धी ब्याज दरों पर और अधिकतम लोन राशि प्राप्त करने के लिए एक अच्छा क्रेडिट स्कोर चाहते हैं. हालांकि, अपने सिबिल स्कोर को रातों-रात बढ़ाना आसान नहीं है. आइए कुछ तरीके देखते हैं..

  • बकाया राशि समय पर चुकाएं: यदि आपके पास कुछ अतिरिक्त धनराशि है तो आपको शेष लोन राशि का भुगतान करना होगा. जब आप वास्तविक बिलिंग या पुनर्भुगतान तिथि से पहले भुगतान करते हैं, तो यह आपके क्रेडिट स्कोर को बढ़ाने में मदद करता है. 
  • क्रेडिट यूटिलाइजेशन कम रखें: अपने क्रेडिट स्कोर को बढ़ाने का एक और तरीका है अपने क्रेडिट उपयोग को सीमित करना या कम करना. नया क्रेडिट कार्ड प्राप्त कर या अपने मौजूदा कार्ड की सीमा बढ़ाकर अपने क्रेडिट स्कोर को बढ़ाया जा सकता है. 
  • क्रेडिट रिपोर्ट की जांच: कई बार आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में कई तरह की त्रुटियां होती हैं. यदि इन त्रुटियों का निवारण किया जाता है, तो यह निश्चित रूप से आपके क्रेडिट स्कोर को बढ़ा सकता है. 

क्रेडिट कार्ड के उपयोग क्या हैं? (Uses of Credit Card)

Uses of Credit Card

क्रेडिट कार्ड का उपयोग अनेक क्षेत्रों में किया जा सकता है जैसे ऑनलाइन और ऑफलाइन शॉपिंग, ट्रैवल बुकिंग, होटल रिज़र्वेशन, बिल भुगतान, EMI पर सामान खरीदना, फ्यूल स्टेशन पर कैशबैक पाना, और यहां तक कि विदेश यात्रा में भी. बहुत से क्रेडिट कार्ड में ग्लोबल एक्सेप्टेंस होता है जिससे आप अंतरराष्ट्रीय लेनदेन भी कर सकते हैं.

क्रेडिट कार्ड के फायदे क्या हैं? (advantages of Credit Card)

Advantages of Credit Card

क्रेडिट कार्ड के कई फायदे हैं. यह एक तत्काल क्रेडिट की सुविधा देता है. इससे इमरजेंसी में मदद मिलती है, ट्रैवल बुकिंग और ऑनलाइन शॉपिंग आसान होती है. कई कार्ड्स पर बीमा सुरक्षा, एयरपोर्ट लाउंज एक्सेस, रिवॉर्ड पॉइंट्स, कैशबैक और छूट मिलती है. समय पर भुगतान करने से क्रेडिट स्कोर सुधरता है जिससे भविष्य में लोन प्राप्त करना आसान होता है. EMI विकल्प से बड़े खर्च को किश्तों में बांटना संभव हो जाता है.

क्रेडिट कार्ड के नुकसान क्या हैं? (disadvantages of a credit card)

Disadvantages of a Credit Card

क्रेडिट कार्ड का असावधानी से उपयोग करने पर यह नुकसानदायक भी हो सकता है. यदि आप समय पर भुगतान नहीं करते, तो भारी ब्याज देना पड़ता है. खर्च पर नियंत्रण खो बैठने से कर्ज बढ़ सकता है. बार-बार मिनिमम पेमेंट करने से पूरा कर्ज खत्म नहीं होता और ब्याज चक्र चलता रहता है. कई बार वार्षिक शुल्क और छिपे चार्जेज भी आर्थिक बोझ बन जाते हैं. खराब भुगतान व्यवहार से क्रेडिट स्कोर बिगड़ता है.

क्रेडिट कार्ड कैसे प्राप्त करें? (How to get a Credit Card)

क्रेडिट कार्ड प्राप्त करने के लिए आपके पास एक स्थिर आय स्रोत, अच्छा क्रेडिट स्कोर और आवश्यक दस्तावेज़ होने चाहिए. आप बैंक की वेबसाइट या शाखा में जाकर आवेदन कर सकते हैं. कई बैंकों में प्री-अप्रूव्ड कार्ड भी दिए जाते हैं यदि आपकी बैंकिंग प्रोफाइल अच्छी हो. आजकल फिनटेक कंपनियां भी कुछ आसान शर्तों पर क्रेडिट कार्ड जारी कर रही हैं.

किस बैंक या कंपनी का क्रेडिट कार्ड बेस्ट है? (Best Credit Cards)

SBI, HDFC, ICICI और Axis Bank भारत के प्रमुख क्रेडिट कार्ड प्रदाता हैं. HDFC Regalia और SBI कार्ड ELITE प्रीमियम यूजर्स के लिए बेहतरीन विकल्प माने जाते हैं. वहीं, Amazon Pay ICICI Card और Flipkart Axis Bank Card शॉपिंग के शौकीनों के लिए बेहतरीन हैं क्योंकि इनमें ज़बरदस्त कैशबैक और रिवॉर्ड्स मिलते हैं. अगर आप फ्यूल खर्च को कम करना चाहते हैं, तो IndianOil Citibank Card जैसे विकल्प उपयुक्त हैं

क्रेडिट कार्ड की वार्षिक फीस क्या है? (What is Credit Card annual Fees)

हर क्रेडिट कार्ड की वार्षिक फीस अलग होती है. कुछ कार्ड फ्री होते हैं, जबकि प्रीमियम कार्ड्स की सालाना फीस ₹500 से ₹5000 या उससे अधिक तक हो सकती है. कुछ बैंकों में पहले साल की फीस माफ होती है, और यदि आप सालभर में एक तय खर्च कर लेते हैं, तो अगले वर्ष की फीस भी माफ की जा सकती है.

क्रेडिट कार्ड एप्लीकेशन के लिए कौन एलीजिबल है? (Eligibility for Credit card)

आमतौर पर क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए व्यक्ति की आयु 21 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए. आवेदक की मासिक आय कम से कम ₹15,000 से ₹25,000 होनी चाहिए, हालांकि यह बैंक के अनुसार बदलता है. एक स्थिर नौकरी या बिजनेस, अच्छा क्रेडिट स्कोर और वैध पहचान व पते का प्रमाण होना जरूरी है.

SBI का क्रेडिट कार्ड कैसे अप्लाई करें? (How to apply SBI Credit Card)

  • सबसे पहले SBI की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं या https://www.sbicard.com खोलें.
  • वहां “Credit Cards” सेक्शन में जाकर अपनी जरूरत के अनुसार कार्ड चुनें.
  • “Apply Now” पर क्लिक करें और अपनी बेसिक डिटेल्स भरें जैसे नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल.
  • फिर OTP से वेरिफिकेशन करें.
  • अब आपको आय और पेशा संबंधित जानकारी देनी होगी.
  • आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें.
  • आवेदन सबमिट करें.
  • सफल आवेदन के बाद कार्ड की मंजूरी होने पर KYC प्रोसेस किया जाएगा और फिर कार्ड डाक द्वारा आपके पते पर भेजा जाएगा.

नीचे हमनें SimplySave Credit Card Apply करने का प्रोसेस फोटो के माध्यम से दिखाया है.

क्रेडिट कार्ड अप्लाई करने के लिए कौन-कौन से दस्तावेज़ चाहिए? (Documents required for Credit Card)

क्रेडिट कार्ड के लिए निम्नलिखित दस्तावेज़ ज़रूरी होते हैं:

  • पहचान पत्र: आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर ID या पासपोर्ट
  • पता प्रमाण: बिजली बिल, बैंक स्टेटमेंट, राशन कार्ड, या पासपोर्ट
  • आय प्रमाण: सैलरी स्लिप, फॉर्म-16, या ITRपासपोर्ट साइज फोटो

क्रेडिट कार्ड के बिल को कैसे कम करें? (How to reduce your credit card bill)

क्रेडिट कार्ड का बिल कम करने के लिए आपको संयमित तरीके से खर्च करना होगा. जितना ज़रूरी हो उतना ही खर्च करें. समय पर पूरे बिल का भुगतान करें ताकि ब्याज न लगे. यदि आप बार-बार खर्च करते हैं, तो एक बजट बनाएं और उसी के अनुसार कार्ड का उपयोग करें. ज्यादा क्रेडिट लिमिट न बढ़ाएं यदि ज़रूरत न हो. रिवॉर्ड्स और ऑफर्स का समझदारी से इस्तेमाल करें ताकि कुछ बचत हो.

क्रेडिट कार्ड और क्रेडिट स्कोर में संबंध क्या है?

क्रेडिट कार्ड आपके क्रेडिट स्कोर को बढ़ाने या गिराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. यदि आप समय पर पूरे बिल का भुगतान करते हैं, तो यह आपके क्रेडिट स्कोर को बढ़ाता है. वहीं, बार-बार देरी करने, अधिक खर्च करने, केवल न्यूनतम भुगतान करने, और क्रेडिट लिमिट के नजदीक पहुंचने से स्कोर पर नकारात्मक असर पड़ता है. एक अच्छा क्रेडिट स्कोर भविष्य में होम लोन, कार लोन या अन्य ऋण प्राप्त करने में मदद करता है.

निष्कर्ष

क्रेडिट कार्ड एक अत्यंत उपयोगी वित्तीय उपकरण है, लेकिन इसका सही ढंग से उपयोग करना बेहद जरूरी है. यदि इसे समझदारी से इस्तेमाल किया जाए तो यह आपके खर्चों को सुविधा प्रदान करता है, लेकिन यदि लापरवाही हो तो यह कर्ज का जाल भी बन सकता है. हर व्यक्ति को अपनी ज़रूरत और क्षमता के अनुसार ही क्रेडिट कार्ड लेना चाहिए और उसे एक ज़िम्मेदार उपभोक्ता की तरह इस्तेमाल करना चाहिए.

FAQ

क्रेडिट कार्ड आपको लोन देता है जिसका भुगतान आप को बाद में करना होता है, जबकि डेबिट कार्ड आपको अपने खाते में उपलब्ध पैसे खर्च करने की अनुमति देता है.

क्रेडिट कार्ड बैलेंस चेक करने के लिए, आप अपने बैंक एप्लिकेशन या वेब पोर्टल पर लॉग इन करके अपना बैलेंस देख सकते हैं.

हां, आप क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके एटीएम से कैश निकाल सकते हैं, लेकिन इस पर ज्यादा इंटरेस्ट देना पड़ सकता है.

About the Author: Ranjan Gupta
रंजन कुमार गुप्ता डिजिटल कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें डिजिटल न्यूज चैनल में तीन वर्ष से अधिक का अनुभव प्राप्त है. वे कंटेंट राइटिंग, गहन रिसर्च और SEO ऑप्टिमाइजेशन में माहिर हैं. शब्दों से असर डालना उनकी कला है और कंटेंट को गूगल पर रैंक कराना उनका जुनून! वो न केवल पाठकों के लिए उपयोगी और रोचक लेख तैयार करते हैं, बल्कि गूगल के एल्गोरिदम को भी ध्यान में रखते हुए SEO-बेस्ड कंटेंट तैयार करते हैं. रंजन का मानना है कि "हर जानकारी अगर सही रूप में दी जाए, तो वह लोगों की जिंदगी को प्रभावित कर सकती है." यही सोच उन्हें हर लेख में निखरने का अवसर देती है.
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