Weather Forecast
दिल्ली में आज 26 जून का मौसम: राहत की बारिश या उमस का प्रहार? जानिए तापमान, AQI और येलो अलर्ट की पूरी जानकारी
दिल्ली में आज 26 जून का मौसम: राहत की बारिश या उमस का प्रहार? जानिए तापमान, AQI और येलो अलर्ट की पूरी जानकारी
Authored By: Nishant Singh
Published On: Wednesday, June 25, 2025
Last Updated On: Wednesday, June 25, 2025
26 जून 2025 को दिल्ली का मौसम(Delhi weather 26 june 2025) राहत और चुनौती दोनों लेकर आया. बीती रात की हल्की बारिश से थोड़ी ठंडक जरूर महसूस हुई, लेकिन सुबह होते-होते 90% तक पहुंची उमस ने फिर से पसीना छुड़ा दिया. अधिकतम तापमान 36°C और न्यूनतम 28°C दर्ज किया गया. हवा की रफ्तार 30-40 किमी/घंटा रही और हल्की बारिश की संभावना है. AQI 92 के साथ हवा 'मध्यम' श्रेणी में रही—ना बहुत साफ, ना बहुत खराब. मॉनसून की आहट ज़रूर है, लेकिन असली राहत अभी थोड़ी दूर दिखती है. अब देखना होगा आगे क्या मोड़ लेता है मौसम.
Authored By: Nishant Singh
Last Updated On: Wednesday, June 25, 2025
26 जून 2025 को दिल्ली का मौसम: 26 जून 2025 की सुबह दिल्ली और एनसीआर के लिए उम्मीद और बेचैनी दोनों लेकर आई. बीती रात की हल्की बारिश ने जहां गर्मी से कुछ राहत दी, वहीं सुबह होते-होते बढ़ती उमस ने लोगों को फिर से बेचैन कर दिया. भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में बादल तो छाए रहेंगे, लेकिन बारिश की उम्मीद बेहद हल्की है. दिन का तापमान 34 से 36 डिग्री सेल्सियस और रात का तापमान 26 से 28 डिग्री के बीच बना रहने की संभावना है. साथ ही, 55 से 90 प्रतिशत तक की नमी ने वातावरण को भारी और चिपचिपा बना दिया है. मानसून की आहट जरूर सुनाई दे रही है, लेकिन राहत कब और कितनी मिलेगी, इसका इंतजार अब भी बाकी है.
दिल्ली मौसम और वायु गुणवत्ता आंकड़े – 26 जून 2025
मापदंड | विवरण |
---|---|
अधिकतम तापमान | 28°C |
न्यूनतम तापमान | 36°C |
हवा की गति | 30-40 किमी/घंटा (23 जून को 30-40 किमी/घंटा अनुमानित) |
वर्षा | अनुमानित |
बादल | नही |
आर्द्रता (Humidity) | 80% |
AQI स्तर | 92 |
प्रमुख प्रदूषक तत्व | पीएम2.5, पीएम10, NO₂, ओज़ोन |
मौसम का मिज़ाज: राहत की फुहार या उमस का कहर?
दिल्ली-एनसीआर में मौसम इन दिनों अजीब सी उलझन में दिखाई दे रहा है. एक तरफ हल्की बारिश लोगों को तपती गर्मी से राहत देती है, तो दूसरी तरफ सुबह की उमस फिर से पसीने छुड़ा देती है. मौसम विभाग ने 27 से 29 जून तक येलो अलर्ट जारी किया है, जिससे आने वाले दिनों में रिमझिम फुहारों के साथ तेज हवाओं और कहीं-कहीं तेज बारिश की संभावना है. हालांकि तापमान में खास गिरावट नहीं है, और 90% तक पहुंचती ह्यूमिडिटी ने लोगों की दिनचर्या को और भी मुश्किल बना दिया है.
समय से पहले मॉनसून, क्या है वजह?
2025 में मॉनसून समय से पहले आ गया, और इसके पीछे कई वजहें हैं. अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में बढ़ती नमी, समुद्री हवाओं की तेज़ रफ्तार और मौसम से जुड़ी वैश्विक गतिविधियां जैसे MJO और IOD ने मिलकर बारिश को पहले आने में मदद की.
- आमतौर पर मॉनसून 1 जून को केरल पहुंचता है, लेकिन 2025 में 29 मई को ही केरल में मॉनसून आ गया था.
- दिल्ली में भी मॉनसून अपने तय समय (30 जून) से लगभग एक हफ्ता पहले पहुंच रहा है.
- इस बार मॉनसून की गति तेज रही है, जिससे उत्तर भारत के कई राज्यों में समय से पहले बारिश हो रही है.
- मई 2025 में दिल्ली में रिकॉर्ड 188.9 मिमी बारिश दर्ज हुई, जो सामान्य औसत से 200% अधिक है.
- मॉनसून की जल्दी एंट्री का मुख्य कारण ला नीना की गतिविधियां और बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम हैं.
पिछले 10 दिनों में नई दिल्ली में मौसम का मिज़ाज
दिनांक | Min Temp. | Max Temp. |
---|---|---|
June 26, 2025 | 28 | 36 |
June 25, 2025 | 26-28 | 34-36 |
June 24, 2025 | 25 | 34 |
June 23, 2025 | 29 | 36 |
June 22, 2025 | 25 | 34 |
June 21, 2025 | 28 | 37 |
June 20, 2025 | 26 | 35 |
June 19, 2025 | 23 | 34 |
June 18, 2025 | 25 | 32 |
June 17, 2025 | 27 | 37 |
दिल्ली की हवा: ना बहुत साफ, ना बहुत खराब
26 जून 2025 को दिल्ली की हवा ने राहत और चिंता के बीच संतुलन बनाकर रखा. एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 92 दर्ज किया गया, जो ‘मध्यम’ श्रेणी में आता है. यानी आम लोगों के लिए यह स्तर खतरनाक नहीं है, लेकिन सांस की तकलीफ, अस्थमा या दिल की बीमारियों से जूझ रहे लोगों को थोड़ी सतर्कता बरतने की जरूरत है. PM2.5 का स्तर 36 µg/m³ और PM10 का स्तर 92 µg/m³ रहा, जो धूल और बारीक कणों की मौजूदगी को दिखाता है. ओजोन की मात्रा 14 ppb और NO2 11 ppb रही, जो वायुमंडल में हल्के रासायनिक बदलावों की ओर इशारा करती है. बारिश की हल्की बूंदों ने कुछ हद तक हवा को साफ करने में मदद की, लेकिन उमस और तापमान के चलते प्रदूषण का स्तर पूरी तरह काबू में नहीं आ पाया. हवा ने फिलहाल राहत दी है, मगर सतर्क रहना जरूरी है.
AQI श्रेणियाँ और उनके प्रभाव
AQI रेंज | श्रेणी | स्वास्थ्य प्रभाव |
---|---|---|
0 – 50 | अच्छा | स्वास्थ्य पर कोई प्रभाव नहीं |
51 – 100 | संतोषजनक | सामान्य लोग प्रभावित नहीं होते |
101 – 200 | मध्यम | संवेदनशील समूहों को असर हो सकता है |
201 – 300 | खराब | श्वसन समस्याओं वाले लोग प्रभावित हो सकते हैं |
301 – 400 | बहुत खराब | गंभीर स्वास्थ्य समस्याएँ हो सकती हैं |
401 – 500 | गंभीर | सभी के लिए अत्यधिक खतरनाक |
दिल्ली की हवा क्यों हो जाती है ज़हरीली?
दिल्ली में वायु प्रदूषण की समस्या कोई नई नहीं है. तेज़ी से बढ़ती जनसंख्या, गाड़ियों की भीड़, निर्माण कार्यों की धूल और औद्योगिक धुआं मिलकर हवा को दिन-ब-दिन खराब कर रहे हैं. साथ ही, पेड़ों की कटाई और हरियाली की कमी ने हवा को साफ करने की प्राकृतिक प्रक्रिया को भी कमजोर कर दिया है. गर्मियों में तेज धूप और नमी भी प्रदूषकों को हवा में लंबे समय तक टिकाए रखती है.
प्रमुख कारण:
- वाहनों से निकलने वाला धुआं
- निर्माण स्थलों की धूल
- कचरा जलाने की घटनाएं
- फैक्ट्रियों से निकलने वाले गैस और धुएं
- हरियाली की कमी और पेड़ कटाई
- तापमान और उमस का प्रभाव
- पराली जलाने का असर (अक्टूबर-नवंबर में विशेष रूप से)
दिल्ली की हवा को साफ करने के लिए इन सभी स्रोतों पर सख्त नियंत्रण ज़रूरी है.
बारिश से राहत और चुनौतियां
- दिल्ली में मॉनसून के पहुंचते ही तापमान में गिरावट और उमस में राहत मिलती है.
- पहली बारिश के बाद दिल्ली की सड़कों पर जलभराव, ट्रैफिक जाम और बिजली कटौती जैसी समस्याएं आम हैं.
- नगर निगम और प्रशासन ने नालों की सफाई, जलभराव रोकने और इमरजेंसी सेवाओं के लिए तैयारी की है.
- बारिश से दिल्ली के पार्क, बाग-बगिचे और यमुना के किनारे हरियाली लौट आती है.