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बिहार की सियासत गरमाई: तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर साधा निशाना, प्रशांत किशोर बोले, “चुनाव के बाद जद(यू) का नहीं बचेगा अस्तित्व”
Authored By: सतीश झा
Published On: Wednesday, July 2, 2025
Last Updated On: Wednesday, July 2, 2025
जैसे-जैसे समय चुनाव का समय नजदीक आ रहा है, बिहार की राजनीति में इन दिनों जुबानी जंग तेज हो गई है. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) और जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (PK) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और उनकी सरकार पर जमकर हमला बोला है. हाल में हुई अपराध की घटनाओं को लेकर नेताओं की बयानबाजी जारी है. यही कारण है कि जंगलराज की बात भी गाहे-बेगाहे नेताओं के जुबान तक आ रही है.
Authored By: सतीश झा
Last Updated On: Wednesday, July 2, 2025
राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं RJD नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने कहा कि वर्तमान सरकार गरीबों के अधिकारों को छीनने में लगी है. उन्होंने आरोप लगाया कि सभी सत्ताधारी दल चुप हैं, क्योंकि साजिश करने वाले वही लोग हैं. नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के लोग गरीबों के वोट कटवा रहे हैं, ताकि उन्हें पेंशन और राशन जैसी योजनाओं से वंचित किया जा सके.
तेजस्वी ने यह भी कहा कि सरकार ने अब तक दिव्यांगों के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है, उन्होंने वादा किया, “हम दिव्यांग विभाग का गठन करेंगे और पंचायती राज एवं स्थानीय निकाय चुनाव में दिव्यांगों को आरक्षण देंगे. अब से आपका दुख मेरा होगा और मेरे हिस्से का सुख आपका.
नीतीश कुमार ने राज्य को असंवेदनशील बना दिया : PK
- जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (PK) ने भी नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) पर कड़ा प्रहार किया. उन्होंने कहा, “पिछले एक महीने में बिहार में रेप की पांच घटनाएं हुई हैं. क्या नीतीश कुमार ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की? क्या उन्होंने कोई सख्त कदम उठाया?“
- प्रशांत किशोर ने नीतीश सरकार पर व्यंग्य करते हुए कहा, “कैबिनेट मंत्री अशोक चौधरी 58 साल की उम्र में पटना यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर बन जाते हैं, यह कैसे संभव है? यह सरकार अब नैतिक रूप से असफल हो चुकी है.“
- उन्होंने आगे कहा, “बिहार चुनाव के बाद जद(यू) (JDU) का कोई अस्तित्व नहीं बचेगा. जनता अब बदलाव चाहती है.“
राजनीतिक हलचल तेज़
तेजस्वी यादव और प्रशांत किशोर की इन तीखी टिप्पणियों से साफ है कि जैसे-जैसे बिहार चुनाव नजदीक आ रहे हैं, राजनीतिक दलों के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है. एक ओर जहां सरकार की योजनाओं और कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं, वहीं विपक्ष जनता से सीधे जुड़ने की कोशिश में लगा है. अब देखना यह होगा कि जनता इन बयानों पर क्या प्रतिक्रिया देती है और आगामी चुनावी समीकरण किस दिशा में जाते हैं.
बिहार चुनाव से पहले RJD MLC उर्मिला ठाकुर का विवादित बयान
बिहार में इस साल के अंत तक होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले राष्ट्रीय जनता दल (RJD) एक बार फिर विवादों के केंद्र में आ गया है. पार्टी की विधान परिषद सदस्य (MLC) उर्मिला ठाकुर ने RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) को लेकर एक ऐसा बयान दे दिया है, जिसने राजनीतिक माहौल गरमा दिया है.
क्या कहा उर्मिला ठाकुर ने?
उर्मिला ठाकुर ने लालू यादव की तुलना भगवान शिव से करते हुए कहा, “लालू प्रसाद यादव धरती पर जिंदा भगवान हैं.” यह बयान उन्होंने मुजफ्फरपुर जिले के गायघाट में डॉ. भीमराव आंबेडकर की मूर्ति अनावरण कार्यक्रम के दौरान दिया. इसी कार्यक्रम में अपने भाषण के दौरान उन्होंने लालू यादव को भगवान शिव जैसा बताते हुए उन्हें दलितों, पिछड़ों और वंचितों का मसीहा करार दिया.
बयान पर उठने लगे सवाल
राजद एमएलसी के इस बयान पर विपक्षी दलों और आम लोगों की तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी हैं. कई राजनीतिक विश्लेषक इसे चुनाव से पहले भावनात्मक माहौल बनाने की कोशिश मान रहे हैं, वहीं कुछ इसे आस्था और राजनीति का खतरनाक मेल बता रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं ने इस बयान की निंदा करते हुए कहा है कि राजद अब भगवानों की तुलना कर जनता की भावनाओं से खेलने लगा है. यह बयान लोकतांत्रिक मर्यादाओं के खिलाफ है और चुनावी फायदे के लिए धार्मिक प्रतीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है.