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बिहार में बढ़ते अपराधों ने ‘सुशासन’ की छवि पर लगाया धब्बा, विपक्ष हमलावर
बिहार में बढ़ते अपराधों ने ‘सुशासन’ की छवि पर लगाया धब्बा, विपक्ष हमलावर
Authored By: सतीश झा
Published On: Sunday, July 20, 2025
Last Updated On: Sunday, July 20, 2025
बिहार में हाल के दिनों में आपराधिक घटनाओं (Crime in Bihar) में अचानक आई तेजी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की ‘सुशासन बाबू’ की छवि पर सवाल खड़े कर दिए हैं. हत्या, लूट और दुष्कर्म जैसे मामलों में वृद्धि के बाद कानून व्यवस्था को लेकर विपक्षी दल हमलावर हो गए हैं.
Authored By: सतीश झा
Last Updated On: Sunday, July 20, 2025
Bihar Crime Rate: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और कांग्रेस (Congress) ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में जंगलराज लौट आया है और मुख्यमंत्री सिर्फ आंकड़ों से सुशासन का भ्रम पैदा कर रहे हैं. वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सरकार अपराधियों के सामने बेबस दिख रही है.
हालांकि एनडीए (NDA) के सहयोगी दलों और जदयू नेताओं ने सरकार का बचाव करते हुए कहा है कि पुलिस तेजी से कार्रवाई कर रही है और अपराधियों को बख्शा नहीं जा रहा. नीतीश कुमार की पहचान एक ईमानदार और प्रशासनिक दृष्टिकोण से मजबूत नेता के रूप में रही है. लेकिन हाल की घटनाएं उनकी छवि पर गहरे सवाल खड़े कर रही हैं.
बिहार में बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर चिराग पासवान का हमला, कहा – “अपराध को लेकर जिम्मेदारी ले प्रशासन”
बिहार में हाल के दिनों में बढ़ती आपराधिक घटनाओं पर चिंता जताते हुए केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) बिहार को विकसित राज्य बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं, लेकिन राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति चिंता का विषय बनी हुई है.
चिराग पासवान ने कहा, “प्रधानमंत्री जब सौगात लेकर आ रहे हैं तो उनकी प्राथमिकताएं अलग हैं. वे बिहार के विकास को लेकर प्रतिबद्ध हैं। लेकिन यह कहना कि प्रधानमंत्री को कानून-व्यवस्था की चिंता नहीं है, बिल्कुल अनुचित है.” उन्होंने हाल में पटना के पारस अस्पताल में घुसकर की गई हत्या का जिक्र करते हुए कहा, “जिस तरह से खुलेआम अस्पताल में घुसकर हत्या कर दी जाती है, यह बेहद गंभीर मामला है और इसे किसी भी सूरत में जायज नहीं ठहराया जा सकता. एक भी आपराधिक घटना होती है तो प्रशासन को इसकी पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए.”
ADG द्वारा दिए गए बयान पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा, “बरसात से पहले इस प्रकार की घटनाएं होती हैं, यह बयान बिल्कुल असंवेदनशील है. आप अन्नदाता पर इस प्रकार का आरोप कैसे लगा सकते हैं?” उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बिहार की जनता में सुरक्षा का भाव लौटे.
विपक्ष पहले ही नीतीश सरकार पर कानून-व्यवस्था को लेकर हमलावर है और अब चिराग पासवान के इस बयान ने एनडीए के भीतर भी इस मुद्दे पर मतभेद के संकेत दे दिए हैं।
बिहार में कानून-व्यवस्था पर गरमाई सियासत, RJD नेता मनोज झा का केंद्र पर तीखा हमला
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद मनोज झा (Manoj Jha) ने हालिया आपराधिक घटनाओं का हवाला देते हुए कहा, “आपको मणिपुर और बिहार में हो रही घटनाएं दिखाई नहीं देतीं. बिहार में पिछले 15 दिनों में हत्या की 37 वारदातें हुई हैं. मुजफ्फरपुर की बेटी के साथ जो हुआ, क्या उस पर कोई प्रतिक्रिया आई?”
उन्होंने केंद्र सरकार पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा, “जब पश्चिम बंगाल या तेलंगाना में कुछ होता है, तो आप तुरंत फैक्ट-फाइंडिंग टीम भेजते हैं, लेकिन बिहार के मामले में आप खामोश हो जाते हैं.” झा ने प्रधानमंत्री के भाषणों पर भी तंज कसते हुए कहा, “जब बिहार में कोई घटना होती है, तो आप टेलीप्रॉम्प्टर से मुंह मोड़ लेते हैं और आपकी प्रतिक्रिया गायब हो जाती है. ये दोहरा मापदंड नहीं चलेगा.”
अखिलेश प्रसाद सिंह बोले- गुंडाराज कायम, बिहार बन गया है अपराध की राजधानी
कांग्रेस नेता अखिलेश प्रसाद सिंह (Akhilesh Prasad Singh) ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए कहा कि यहां गुंडाराज कायम है। अस्पतालों में हत्याएं हो रही हैं और प्रधानमंत्री बिहार दौरे पर आते हैं लेकिन इस पर एक शब्द नहीं कहते हैं. उन्होंने कहा, “पहले प्रधानमंत्री जंगलराज पर भाषण दिया करते थे, लेकिन अब जब हत्याओं की संख्या 300% से ज्यादा बढ़ गई है और महिलाओं के खिलाफ अपराध 250% से अधिक हो गए हैं, तब वह चुप्पी साध लेते हैं. आज स्थिति यह है कि ऐसा कोई जिला नहीं बचा है जहां रोजाना हत्या न होती हो. बिहार अब अपराध की राजधानी बन चुका है.”
कांग्रेस नेता ने राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि प्रशासन अपराध रोकने में पूरी तरह विफल रहा है. उन्होंने मांग की कि केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री को इस विषय पर संज्ञान लेना चाहिए और राज्य सरकार को जवाबदेह ठहराना चाहिए.
स्थिति नहीं सुधरी, तो इसका असर आगामी विधानसभा चुनाव में
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि स्थिति नहीं सुधरी, तो इसका असर आगामी विधानसभा चुनाव में देखने को मिल सकता है. लोगों में बढ़ रही असुरक्षा की भावना, सोशल मीडिया (Social Media) से लेकर विपक्षी बयानों तक, हर जगह कानून-व्यवस्था की स्थिति पर बहस तेज हो गई है. अब देखना यह है कि नीतीश (CM Nitish Kumar) सरकार इस चुनौती से कैसे निपटती है और अपनी ‘सुशासन’ की ब्रांडिंग को कैसे बरकरार रखती है.
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