गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए वायु प्रदूषण का खतरा

गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए वायु प्रदूषण का खतरा

Authored By: स्मिता

Published On: Friday, July 4, 2025

Last Updated On: Friday, July 4, 2025

गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य पर वायु प्रदूषण का गंभीर खतरा—सांसों के साथ पहुंच रहे ज़हरीले कण भविष्य को कर सकते हैं प्रभावित.
गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य पर वायु प्रदूषण का गंभीर खतरा—सांसों के साथ पहुंच रहे ज़हरीले कण भविष्य को कर सकते हैं प्रभावित.

वायु प्रदूषण फेफड़े की समस्या के साथ-साथ गर्भ में पल रहे बच्चे को भी प्रभावित कर देता है. बच्चे समय से पहले पैदा हो जाते हैं. जानें क्या कहता है शोध.

Authored By: स्मिता

Last Updated On: Friday, July 4, 2025

Air Pollution: भारत में बच्चों का जन्म समयपूर्व हो रहा है. उनका जन्म के समय वजन मानक से कम देखा जा रहा है. हेल्थ मैगजीन ‘पीएलओएस ग्लोबल पब्लिक हेल्थ’ में प्रकाशित एक हालिया अध्ययन ने वायु प्रदूषण को इस खतरे का बड़ा कारण बताया है. अध्ययन में पाया गया कि गर्भावस्था के दौरान वायु प्रदूषण, विशेषकर पीएम 2.5 इसकी प्रमुख वजह बन रहा है.

भारत में समयपूर्व जन्म वाले बच्चों के आंकड़े

‘पीएलओएस ग्लोबल पब्लिक हेल्थ’ में प्रकाशित शोध के अनुसार. वायु प्रदूषण और स्वास्थ्य का संबंध है. शोधकर्ताओं के अनुसार, ऊपरी गंगा क्षेत्र-जिसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा शामिल हैं. इन्हें पीएम 2.5 प्रदूषण के उच्च स्तर का सामना कर रहा है. प्रदूषण का उच्च स्तर गर्भ में पल रहे बच्चे को भी प्रभावित कर रहा है. बच्चे का जन्म निर्धारित समय से पहले हो रहा है.

वायु प्रदूषण कैसे कर रहा भ्रूण को प्रभावित

प्रदूषक प्लेसेंटा को पार कर सकते हैं. वे सीधे विकासशील भ्रूण को प्रभावित कर सकते हैं. पोषक तत्वों की डिलीवरी में बाधा पहुंचा सकते हैं. विषाक्त वायु प्रदूषक भ्रूण को आवश्यक पोषक तत्वों की डिलीवरी में बाधा डाल सकते हैं, जिससे उचित विकास में बाधा आती है. वायु प्रदूषण मां में सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव पैदा कर सकता है. यह भ्रूण के विकास और वृद्धि को प्रभावित कर सकता है।

कौन-कौन से हो सकते हैं जोखिम

वायु प्रदूषण भ्रूण के विकास के लिए महत्वपूर्ण जोखिम पैदा करता है. इससे संभावित रूप से कम वजन वाले बच्चे, समय से पहले जन्म, श्वसन संबंधी समस्याएं और यहां तक कि ऑटिज्म का जोखिम भी बढ़ सकता है. प्रदूषक प्लेसेंटा को पार कर सकते हैं और सीधे विकासशील भ्रूण को प्रभावित कर सकते हैं. अंगों के विकास को प्रभावित कर सकते हैं और संभावित रूप से दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकते हैं. वायु प्रदूषण भ्रूण के विकास के दौरान मस्तिष्क की आकृति विज्ञान को प्रभावित कर सकता है. संभावित रूप से संज्ञानात्मक कार्यों और सीखने की क्षमताओं को प्रभावित कर सकता है.

मृत शिशु का जन्म

अध्ययनों से पता चलता है कि गर्भावस्था के दौरान वायु प्रदूषण के संपर्क में आने और मृत शिशु के जन्म के जोखिम में वृद्धि के बीच संबंध है. गर्भावस्था के दौरान वायु प्रदूषण को प्रीक्लेम्पसिया, गर्भावधि मधुमेह और अन्य जटिलताओं से भी जोड़ा गया है.

वायु गुणवत्ता की निगरानी करें

  • स्थानीय वायु गुणवत्ता के बारे में जानकारी रखें और अत्यधिक प्रदूषित क्षेत्रों में जाने से बचें, खासकर गर्भावस्था के दौरान

इनडोर वायु गुणवत्ता

  • अच्छे वेंटिलेशन को सुनिश्चित करें और एयर प्यूरीफायर का उपयोग करने पर विचार करें, खासकर यदि आप प्रदूषित क्षेत्र में रहते हैं.

स्वस्थ आहार

  • स्वस्थ आहार बनाए रखें और अपने स्वास्थ्य और बच्चे के विकास के लिए हाइड्रेटेड रहें.
About the Author: स्मिता
स्मिता धर्म-अध्यात्म, संस्कृति-साहित्य, और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर शोधपरक और प्रभावशाली पत्रकारिता में एक विशिष्ट नाम हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में उनका लंबा अनुभव समसामयिक और जटिल विषयों को सरल और नए दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत करने में उनकी दक्षता को उजागर करता है। धर्म और आध्यात्मिकता के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और साहित्य के विविध पहलुओं को समझने और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने में उन्होंने विशेषज्ञता हासिल की है। स्वास्थ्य, जीवनशैली, और समाज से जुड़े मुद्दों पर उनके लेख सटीक और उपयोगी जानकारी प्रदान करते हैं। उनकी लेखनी गहराई से शोध पर आधारित होती है और पाठकों से सहजता से जुड़ने का अनोखा कौशल रखती है।
Leave A Comment

अन्य खबरें

अन्य लाइफस्टाइल खबरें