Digital Discipline : मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को दूर रखने के लिए डिजिटल अनुशासन है जरूरी

Digital Discipline : मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को दूर रखने के लिए डिजिटल अनुशासन है जरूरी

Authored By: स्मिता

Published On: Friday, April 18, 2025

Updated On: Friday, April 18, 2025

Digital Discipline से मानसिक शांति पाएँ
Digital Discipline से मानसिक शांति पाएँ

Digital Discipline : सोशल मीडिया के लगातार प्रयोग से मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं होने की आशंका बनी रहती है. यदि आप इनसे बचना चाहते हैं, तो डिजिटल अनुशासन अपनाना सबसे अधिक जरूरी है. इसके लिए कुछ उपाय भी हैं.

Authored By: स्मिता

Updated On: Friday, April 18, 2025

सोशल मीडिया का प्रभाव (Effect of Social Media on Mind)

Digital Discipline : आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डाल रहा है. स्टेटस, प्रोफाइल और पोस्ट के ज़रिये लोग अपनी ज़िंदगी का चमकदार पक्ष दिखाते रहते हैं. इससे दूसरों में असंतोष, ईर्ष्या और आत्म-संदेह पैदा होता है. यह तुलना और जिज्ञासा धीरे-धीरे मानसिक अशांति का कारण बन जाती है. इसके कारण कई तरह की मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं भी होने लगती हैं. मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए डिजिटल डिसीप्लीन (Digital Discipline) अपनाना जरूरी है.

डिजिटल डिटॉक्स के फायदे (Benefits of Digital Detox)

सोशल मीडिया के इस्तेमाल में अनुशासन अपनाना ज़रूरी है, जैसे सीमित समय देना, जरूरी चीजें देखना और अपनी निजी सीमाएं तय करना. मानसिक संतुलन बनाए रखने के लिए डिजिटल डिटॉक्स, आत्मचिंतन और वास्तविक जीवन के अनुभवों पर ध्यान देने की ज़रूरत है. चैन और शांति बाहरी दुनिया से नहीं, बल्कि आंतरिक अनुशासन और सोच से मिलती है. सोशल मीडिया एक उपकरण है. इसका इस्तेमाल समझदारी से किया जाए, तो यह कई मामलों में फायदेमंद हो सकता है.

सीमा के अंदर सोशल मीडिया का प्रभाव

आज का युग तकनीक और सूचना का युग है. हम एक क्लिक में दुनिया की हर खबर, हर चेहरे और हर भावना से जुड़ जाते हैं. सोशल मीडिया के माध्यम से हम अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और यहां तक कि अजनबियों की ज़िंदगियों का हिस्सा भी बनते जा रहे हैं. यह सुनने में जितना सुखद लगता है, असलियत में उतना ही बोझिल और मानसिक रूप से थकाने वाला हो सकता है. इसलिए एक सीमा में ही सोशल मीडिया का प्रयोग करें.

अपने लिए कुछ नियम बनाएं

इस समय सबसे बड़ा आत्म-संयम यही है कि हम सोशल मीडिया का प्रयोग एक सीमा के अंदर करें. ज़रूरत है कि हम ‘डिजिटल डिटॉक्स’ अपनाएं, यानी एक तय समय के लिए फोन, सोशल मीडिया, ऐप्स का इस्तेमाल करें. इसके बाद इन सभी से दूरी बनाएं. अपने लिए कुछ नियम बनाएं. सुबह उठते ही सबसे पहले सोशल मीडिया चेक नहीं करें. दिन में सिर्फ 2 या 3 बार ही सोशल मीडिया ओपन करें. स्टेटस, प्रोफाइल या पोस्ट देखकर प्रतिक्रिया देने से पहले सोचें- क्या ये जानकारी मेरे लिए ज़रूरी है? हर बार दूसरों से तुलना करने की बजाय, अपने छोटे-छोटे प्रयासों की सराहना करें.

किसी की प्रोफाइल या स्टेटस में झांकने से पहले सोचें

कुछ चीजें निजी रखें, कुछ दूरी ज़रूरी है. हम अक्सर यह भूल जाते हैं कि ज़िंदगी का हर पहलू शेयर करने लायक नहीं होता. अगर हम खुद हर चीज साझा करते हैं, तो दूसरों की भी उम्मीद बन जाती है कि वे हमें जज करें. इसीलिए जीवन के कुछ हिस्से को सिर्फ अपने लिए रखें जैसे अपनी सोच, अपनी उपलब्धियां, अपने संघर्ष. दूसरों के जीवन में भी बिना चाहे न घुसें. किसी की प्रोफाइल या स्टेटस में झांकने से पहले सोचें- क्या यह जिज्ञासा है या एक तरह की आत्म-प्रवंचना? क्या यह मुझे ज्ञान दे रही है या बस एक आंतरिक असंतोष?

सीखें मानसिक स्वास्थ्य को महत्व देना (Mental Health Importance)

हर दिन कुछ समय सिर्फ अपने लिए निकालिए, चाहे वह किताब पढ़ना हो, संगीत सुनना, टहलना, योग, ध्यान या अपने किसी शौक को समय देना. यह सब आपके मन को सुकून देगा और आपको भीतर से संतुलित बनाएगा. यह दौर बहुत तेज़ है. हर कोई कुछ साबित करने की दौड़ में है. लेकिन इस दौड़ में अपने मन की शांति को गिरवी रखना बुद्धिमानी नहीं. हमें यह समझना होगा कि मानसिक स्वास्थ्य भी उतना ही ज़रूरी है जितना शारीरिक स्वास्थ्य.

मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं दूर रखने के उपाय

यह ध्यान रखना जरूरी है कि सोशल मीडिया एक औज़ार है. वह हमें जोड़ भी सकता है और तोड़ भी सकता है. यह हम पर निर्भर करता है कि हम इसे कैसे प्रयोग करते हैं. अपनी सोच को सीमित लोगों से प्रेरणा लेने तक सीमित रखें. बाकी को ‘स्क्रॉल’ कर दें. शांति, चैन और सुकून खुद-ब-खुद लौट आएगा और मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं भी दूर रहेंगी.

(हिन्दुस्थान समाचार के इनपुट के साथ)

About the Author: स्मिता
स्मिता धर्म-अध्यात्म, संस्कृति-साहित्य, और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर शोधपरक और प्रभावशाली पत्रकारिता में एक विशिष्ट नाम हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में उनका लंबा अनुभव समसामयिक और जटिल विषयों को सरल और नए दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत करने में उनकी दक्षता को उजागर करता है। धर्म और आध्यात्मिकता के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और साहित्य के विविध पहलुओं को समझने और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने में उन्होंने विशेषज्ञता हासिल की है। स्वास्थ्य, जीवनशैली, और समाज से जुड़े मुद्दों पर उनके लेख सटीक और उपयोगी जानकारी प्रदान करते हैं। उनकी लेखनी गहराई से शोध पर आधारित होती है और पाठकों से सहजता से जुड़ने का अनोखा कौशल रखती है।
Leave A Comment

अन्य खबरें

अन्य लाइफस्टाइल खबरें