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विश्व तंबाकू निषेध दिवस (World No Tobacco Day)
विश्व तंबाकू निषेध दिवस (World No Tobacco Day)
Authored By: ओम दत्त
Published On: Friday, May 31, 2024
Updated On: Saturday, July 27, 2024
भारत में हर साल 80 लाख से अधिक लोग तंबाकू के सेवन से बीमार होने के कारण असमय ही काल कवलित हो जाते हैं। तंबाकू और इनके उत्पादों के सेवन से कैंसर,हृदय रोग, किडनी, फेफड़ों की बीमारियों का जोखिम सबसे ज्यादा होता है और इन गंभीर बीमारियों के इलाज की लागत भी परिवारों को कंगाल कर देती है...
Authored By: ओम दत्त
Updated On: Saturday, July 27, 2024
नकारात्मक स्वास्थ्य प्रभावों और तंबाकू सेवन के व्यापक प्रसार की ओर ध्यान आकर्षित करने के लिये पूरे विश्व में हर वर्ष 31 मई को “विश्व तंबाकू निषेध दिवस” (वर्ल्ड नो टोबैको डे) मनाया जाता है।
वर्ल्ड नो टोबैको डे 2024 की थीम क्या है
हर साल की तरह इस साल भी विश्व तंबाकू निषेध दिवस एक विशेष थीम के अनुसार मनाया जा रहा है। वर्ष 2024 के लिए थीम है– तंबाकू उद्योग के हस्तक्षेप से बच्चों की रक्षा करना’ ‘(प्रोटेक्टिंग चिल्ड्रन फ्रॉम टोबैको इंडस्ट्री इंटरफेरेंस’)।
बच्चे और किशोरवय युवा विशेष रूप से तंबाकू उद्योग द्वारा अपनाई जाने वाली प्रचार-प्रसार की रणनीति और उनके विज्ञापनों के प्रभाव के प्रति काफी संवेदनशील होते हैं। वो अक्सर धूम्रपान और पान मसाला खाने को ग्लैमर से जोड़कर देखते हैं और इसके जोखिमों और दुष्प्रभावों के बारे में गलत धारणाएं कायम करते हैं। इसलिए 2024 की थीम तंबाकू उद्योग द्वारा अपनाई जाने वाली प्रचार-प्रसार रणनीति से बच्चों को सुरक्षित रखने की वकालत करने पर केंद्रित है।
विश्व तंबाकू निषेध दिवस का इतिहास और पिछले वर्षों के विषय
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की विश्व स्वास्थ्य सभा ने साल 1987 में संकल्प WHA40.38 पारित कर 7 अप्रैल, 1988 को “विश्व तंबाकू निषेध दिवस” मनाने की अपील की। इस दिन का मकसद दुनिया भर में तंबाकू इस्तेमाल करने वालों को 24 घंटे के लिए तंबाकू उत्पादों को छोड़ने के लिए राजी करना था।
विश्व तंबाकू निषेध दिवस हर साल एक विशेष थीम या विषय के अनुसार मनाया जाता है। आइये एक नज़र डालते हैं पिछले कुछ सालों में क्या थी इनकी थीम?
वर्ष | थीम |
---|---|
2023 | वी नीड फूड, नॉट टोबैको |
2022 | पर्यावरण की रक्षा |
2021 | छोड़ने के लिए प्रतिबद्ध |
2020 | टोबैको एक्सपोज़्ड: द सीक्रेट्स आउट |
2019 | तंबाकू और फेफड़ों का स्वास्थ्य |
2018 | तम्बाकू दिल तोड़ता है |
2017 | तंबाकू – विकास के लिए खतरा |
कितने तरह के तंबाकू
भारत तंबाकू उत्पादन और निर्यात में विश्व में दूसरे स्थान पर है। तंबाकू के अलग-अलग प्रकार पाये जाते हैं जिनमें सिगरेट – एफसीवी, बर्ली, ओरिएंटल और गैर-सिगरेट प्रकार -बीड़ी, चबाने, हुक्का, नाटू, चुरूट, सिगार और एचडीबीआरजी शामिल हैं।
सोशल मीडिया और लाइव स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर तंबाकू वाले ग्लैमरस विजुअल्स से 13 से 15 वर्ष की उम्र के बच्चों पर बढ़ रहा तीन गुना खतरा।
युवाओं में स्मोकिंग की चाह तीन गुना बढ़ी है
किशोर वय के युवाओं में धूम्रपान का प्रचलन बना हुआ है और बच्चे किसी न किसी रूप में तंबाकू का इस्तेमाल कर रहे हैं। बच्चों के बीच पॉपुलर टीवी और वेब शो में तंबाकू वाले विजुअल्स में जो अक्सर धूम्रपान को ग्लैमरस और कूल के रूप में दिखाते हैं। ट्रुथ इनिशिएटिव के अनुसार, स्क्रीन पर धूम्रपान की तस्वीरें देखने पर युवाओं में स्मोकिंग शुरू करने की संभावना तीन गुना तक बढ़ जाती है। भले ही ऐसे शो चेतावनी जारी करते हैं लेकिन किशोर मन पर उसका कोई असर नहीं होता है। इसलिये विश्व तंबाकू निषेध दिवस के दिन सरकार को टीवी और वेब शो में धूम्रपान को दिखाने और चेतावनी जारी करने की नीति पर इस मद्देनजर विचार करना होगा।
धूम्रपान और तंबाकू,स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिये बन रहे हैं खतरे
तंबाकू का सेवन और धूम्रपान हमारे स्वास्थ्य को कई तरह से प्रभावित करता है, यह निम्नलिखित घातक बीमारियों का कारण हो सकता है:
अग्न्याशय, पेट, मुंह, यकृत, मलाशय, बृहदान्त्र और अन्नप्रणाली तंत्र का कैंसर, स्ट्रोक, स्मॉल वेसल इस्केमिक डिजीज ऑफ द ब्रेन,डिमेंशिया ,हार्ट, फेफड़ों की बीमारी, डायबिटीज,सीओपीडी,टीबी रोग जैसी खतरनाक बीमारियां हो जाती है जो जानलेवा हो रही हैं।
इसके अलावा तंबाकू उत्पाद पर्यावरण संरक्षण के लिए भी घातक हैं।
तंबाकू की खेती के कारण हर साल वनों की कटाई होती है और मिट्टी का क्षरण होता है।
हर साल भारी मात्रा में जहरीला कचरा पैदा करता है और हवा, पानी और मिट्टी में हजारों रसायन छोड़ता है।
तंबाकू की खेती के लिए बड़ी मात्रा में पानी का उपयोग भी एक बड़ी समस्या है।
“विश्व तंबाकू निषेध दिवस ” का मुख्य लक्ष्य
विश्व तंबाकू निषेध दिवस का महत्व (इम्पार्टेंस आफ नो टोबैको डे)
विश्व तंबाकू निषेध दिवस का महत्व दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है, यह दिवस व्यक्तियों को धूम्रपान छोड़ने के उपायों के बारे में जागरूकता फैलाता है। स्वस्थ्य समुदायों के विकास को बढ़ावा देता है, महामारी से निपटने और भावी पीढ़ियों को धूम्रपान के नुकसान से बचाने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य करता है।धूम्रपान के प्रतिकूल स्वास्थ्य प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और धूम्रपान मुक्त वातावरण का समर्थन करने के लिए ,अब यह दिवस न केवल भारत बल्कि विश्व के कई देशों के लिये अपरिहार्य बन गया है।