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PM Modi ने बिहार की धरती से भरी हुंकार, पहलगाम हमला बना सियासी मुद्दा – क्या पाकिस्तान चुनावी निशाने पर रहेगा?
PM Modi ने बिहार की धरती से भरी हुंकार, पहलगाम हमला बना सियासी मुद्दा – क्या पाकिस्तान चुनावी निशाने पर रहेगा?
Authored By: सतीश झा
Published On: Thursday, April 24, 2025
Last Updated On: Thursday, April 24, 2025
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बिहार की पावन धरती से देशवासियों को संबोधित किया और कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया. हालांकि यह कार्यक्रम केवल विकास योजनाओं तक सीमित नहीं रहा. हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम (Attack in Pahalgam) में हुए आतंकी हमले के बाद यह उनका पहला सार्वजनिक कार्यक्रम था, जिससे यह मंच कहीं अधिक भावनात्मक और सियासी मायने रखने वाला बन गया.
Authored By: सतीश झा
Last Updated On: Thursday, April 24, 2025
PM Modi Bihar speech terrorism : प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने अपने भाषण की शुरुआत पहलगाम हमले में मारे गए निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करने की अपील के साथ की. मंच से उन्होंने दोनों हाथ जोड़कर शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की और देशवासियों से उनके साथ खड़े होने का आह्वान किया. PM Modi ने कहा, “22 अप्रैल को मासूम देशवासियों को जिस बेरहमी से आतंकवादियों ने मारा है, उससे पूरा देश गुस्से में है. यह हमला केवल उन परिवारों पर नहीं, बल्कि भारत की आत्मा पर हमला है.”
आतंकवाद और पाकिस्तान एक बार फिर चुनावी विमर्श
उनके इस बयान से स्पष्ट है कि आतंकवाद और पाकिस्तान एक बार फिर चुनावी विमर्श का अहम हिस्सा बनने जा रहे हैं. बिहार चुनाव में सुरक्षा और राष्ट्रवाद के मुद्दे को हवा देने की संभावनाएं मजबूत होती दिख रही हैं. प्रधानमंत्री का यह संदेश भावनात्मक जुड़ाव और राजनीतिक रणनीति दोनों का संकेत देता है.
अब बड़ा सवाल यह है कि क्या पाकिस्तान, आतंकवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा एक बार फिर बिहार चुनाव में निर्णायक मुद्दा बनेंगे? क्या मोदी सरकार इस हमले को लेकर विपक्ष पर भी सवाल उठाएगी, और यह राष्ट्रवाद बनाम स्थानीय मुद्दों की चुनावी लड़ाई में बदल जाएगा? प्रधानमंत्री की हुंकार से साफ है कि भाजपा राष्ट्रहित और सुरक्षा को केंद्र में रखकर अपनी चुनावी बिसात बिछा रही है. आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि विपक्ष इस पर क्या रुख अपनाता है और जनता किन मुद्दों को प्राथमिकता देती है.
आतंकवाद पर सख्त संदेश, विकास की भी बड़ी सौगात
बिहार के मिथिला की धरती से आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद पर तीखा प्रहार करते हुए भावनात्मक और आक्रोश से भरा संदेश दिया. प्रधानमंत्री ने कहा, “इस आतंकी हमले में किसी ने अपना बेटा खोया, किसी ने भाई, किसी ने अपना जीवनसाथी. कोई बांग्ला बोलता था, कोई मराठी, कोई गुजराती, कोई ओडिया, कोई बिहार का लाल था. लेकिन आज कारगिल से कन्याकुमारी तक पूरे देश में दुख और आक्रोश एक जैसा है.”
मोदी ने जोर देकर कहा कि यह हमला केवल निहत्थे पर्यटकों पर नहीं, बल्कि भारत की आत्मा पर हमला है. उन्होंने साफ-साफ चेतावनी दी: “जिन्होंने यह हमला किया है, और जिन्होंने इसकी साजिश रची है, उन्हें उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी. अब आतंकियों की बची-कुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है. 140 करोड़ भारतीयों की इच्छाशक्ति आतंकवादियों की कमर तोड़कर रहेगी.”
पंचायती राज दिवस पर बिहार को सौगात
भावनात्मक संबोधन के बाद प्रधानमंत्री ने पंचायती राज दिवस के अवसर पर बिहार के विकास की नई तस्वीर पेश की. उन्होंने कहा कि आज पूरे देश का जुड़ाव मिथिला और बिहार से है, जहां हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है. बिजली, रेल और इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े ये कार्य बिहार में रोजगार के नए अवसर लेकर आएंगे. प्रधानमंत्री ने महात्मा गांधी के सिद्धांतों का स्मरण करते हुए कहा, “बिहार वही धरती है, जहां से पूज्य बापू ने सत्याग्रह का मंत्र फैलाया था. उनका विश्वास था कि जब तक गांव मजबूत नहीं होंगे, तब तक भारत का तेज विकास संभव नहीं है.” उन्होंने यह भी बताया कि पिछले दशक में पंचायतों को सशक्त करने के लिए लगातार कदम उठाए गए हैं. डिजिटल टेक्नोलॉजी के माध्यम से भी ग्राम पंचायतों को सशक्त किया गया है.
प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) का यह दौरा आतंकवाद के खिलाफ एक सख्त चेताव7नी और बिहार के विकास की ठोस प्रतिबद्धता, दोनों का प्रतीक बन गया. आने वाले चुनावों में इस संदेश का क्या असर पड़ेगा, यह देखना दिलचस्प होगा.