BPSC Crisis : बिहार में एक बार फिर छात्रों का हल्ला बोल, प्रशांत किशोर समेत 21 नामजद
BPSC Crisis : बिहार में एक बार फिर छात्रों का हल्ला बोल, प्रशांत किशोर समेत 21 नामजद
Authored By: सतीश झा
Published On: Monday, December 30, 2024
Updated On: Thursday, May 1, 2025
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 13 दिसंबर को हुई परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर रविवार को पुलिस ने पानी की बौछार और लाठीचार्ज का सहारा लिया। प्रदर्शनकारी दिन में पटना के गांधी मैदान में एकत्र हुए, जहाँ जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर भी उनके साथ शामिल हुए। छात्रों को भड़काने और कानून-व्यवस्था बाधित करने के आरोप में जनसुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर, पार्टी अध्यक्ष मनोज भारती समेत 21 नामजद और 600–700 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
Authored By: सतीश झा
Updated On: Thursday, May 1, 2025
प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि जब तक 13 दिसंबर को हुई BPSC परीक्षा (Bihar Public Service Commission) रद्द नहीं की जाती, उनका आंदोलन जारी रहेगा। गांधी मैदान थाना में दर्ज प्राथमिकी में प्रशांत किशोर, मनोज भारती, और कोचिंग संचालक रह्मांशु मिश्रा समेत 21 नामजद और 600-700 अज्ञात लोगों पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने अनधिकृत रूप से भीड़ इकट्ठा की, लोगों को उकसाया और विधि-व्यवस्था की समस्या पैदा की।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
जिला मजिस्ट्रेट चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री आवास की ओर मार्च करने का प्रयास किया, जिसके बाद पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी। प्रदर्शनकारियों ने गांधी मैदान से जेपी गोलंबर की ओर मार्च करते हुए बैरिकेड्स लांघने की कोशिश की। प्रशासन की चेतावनी के बावजूद, प्रदर्शनकारियों ने अनधिकृत रूप से गांधी मैदान में सभा की।
गांधी मैदान थाना में 21 ज्ञात और 600-700 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जिनमें प्रशांत किशोर, जन सुराज पार्टी के अध्यक्ष मनोज भारती, और शिक्षक रामान्शु मिश्रा के नाम शामिल हैं। जब प्रदर्शनकारियों ने सड़क खाली करने से इनकार किया और जेपी गोलंबर के पास यातायात बाधित किया, तो पुलिस ने पानी की बौछारों और हल्के बल का प्रयोग कर उन्हें हटाया। कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया। डीएम चंद्रशेखर सिंह ने कहा, “सरकार युवाओं की चिंताओं के प्रति संवेदनशील है। मुख्य सचिव ने बीपीएससी अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात करने की सहमति दी है। हालांकि, प्रदर्शनकारियों के बीच आपसी सहमति नहीं बन सकी, और वे पांच प्रतिनिधियों के नाम देने में असमर्थ रहे।”
पटना प्रशासन ने जानकारी दी कि जनसुराज पार्टी ने गांधी मैदान स्थित गांधी मूर्ति के सामने छात्र संसद आयोजित करने की अनुमति मांगी थी, जिसे जिला प्रशासन ने अस्वीकृत कर दिया था। इसके बावजूद, 29 दिसंबर की देर शाम पार्टी ने गांधी मूर्ति के पास अनधिकृत रूप से भीड़ इकट्ठा कर कानून-व्यवस्था को प्रभावित किया। प्रदर्शनकारियों ने बिना अनुमति के जेपी गोलंबर तक जुलूस निकाला और सड़क जाम कर दी। प्रशासन द्वारा भीड़ नियंत्रण के लिए लगाए गए लाउडस्पीकर को भी प्रदर्शनकारियों ने क्षतिग्रस्त कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने मुख्य सचिव को ज्ञापन सौंपने के लिए पांच लोगों का प्रतिनिधिमंडल भेजने की बात कही, लेकिन सहमति न बनने के कारण नाम प्रस्तुत नहीं किए गए। स्थिति नियंत्रण से बाहर होने पर प्रशासन ने पानी की बौछार और हल्के बल का प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को हटाया और स्थिति सामान्य की।
प्रशांत किशोर का बयान
प्रशांत किशोर ने प्रदर्शनकारियों का समर्थन करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री युवाओं की चिंताओं को सुनने की बजाय दिल्ली की यात्रा में व्यस्त हैं। जब तक परीक्षा रद्द करने की मांग पूरी नहीं होती, प्रदर्शन जारी रहेगा। मैं छात्रों के साथ हूं।” किशोर ने प्रदर्शनकारियों को “रिले उपवास” शुरू करने का सुझाव दिया ताकि अधिक लोग सुरक्षित रह सकें।
यह भी पढ़ें

news via inbox
समाचार जगत की हर खबर, सीधे आपके इनबॉक्स में - आज ही हमारे न्यूजलेटर को सब्सक्राइब करें।