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आपके एरिया में Airtel, Jio या Vi में से कौन-सा नेटवर्क सबसे बेहतर है, TRAI के नए नियमों से आसान हुआ फैसला लेना
आपके एरिया में Airtel, Jio या Vi में से कौन-सा नेटवर्क सबसे बेहतर है, TRAI के नए नियमों से आसान हुआ फैसला लेना
Authored By: संतोष आनंद
Published On: Wednesday, April 9, 2025
Updated On: Wednesday, April 9, 2025
अगर आप नेटवर्क बदलने की सोच रहे हैं, तो पहले अपने एरिया में कवरेज जरूर जांच लें। इससे डाटा स्पीड, कॉल क्वॉलिटी और कनेक्टिविटी को लेकर बेहतर निर्णय ले पाएंगे। 3-6 महीने के लॉन्ग-टर्म रिचार्ज प्लान चुनने से पहले भी यह जानकारी मददगार हो सकती है।
Authored By: संतोष आनंद
Updated On: Wednesday, April 9, 2025
Airtel Jio Vi, who is best? : अगर आप अपने मोबाइल नेटवर्क की खराब क्वॉलिटी से परेशान हैं और आपके एरिया में कॉल ड्रॉप, स्लो इंटरनेट या सिग्नल का गायब होना जैसी समस्या रहती है, तो तो अब राहत की खबर है। TRAI (टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया) ने एक अहम निर्देश जारी किया है जिससे अब आप यह देख सकते हैं कि आपके एरिया में किस कंपनी का नेटवर्क सबसे मजबूत है।
TRAI का नया नियम: क्या बदला है आपके लिए?
1 अक्तूबर, 2024 से लागू इस नियम के अनुसार, सभी प्रमुख टेलिकॉम कंपनियों (Airtel, Jio, Vi) को अब अपने नेटवर्क कवरेज की जानकारी सार्वजनिक करनी होगी यानी अब आप खुद चेक कर सकते हैं कि आपके घर, ऑफिस या किसी खास लोकेशन पर किसका नेटवर्क सबसे अच्छा काम करता है। इससे पहले जब लोग सिम कार्ड बदलते थे, तो यह अंदाजा लगाना मुश्किल होता था कि नया नेटवर्क उनके इलाके में अच्छा चलेगा या नहीं। अब यह काम चुटकियों में हो सकेगा।
कैसे देखें अपने एरिया में नेटवर्क कवरेज?
Airtel
- ऐप या वेबसाइट: airtel.in/wirelesscoverage/
- यहां आप पिन कोड डालकर या मैप पर लोकेशन सिलेक्ट करके नेटवर्क स्ट्रेंथ देख सकते हैं।
Jio
- ऐप या वेबसाइट: jio.com/selfcare/coverage-map/
- यहां ‘Coverage Map’ सेक्शन में जाकर 4G/5G नेटवर्क की डिटेल्स पाई जा सकती हैं।
Vi (Vodafone Idea)
- वेबसाइट: myvi.in/vicoverage
- यहां किसी भी लोकेशन पर सिग्नल की स्थिति को इंटरैक्टिव मैप से देखा जा सकता है।
BSNL
- फिलहाल BSNL यूजर्स को यह सुविधा उपलब्ध नहीं है।
अगर आप नेटवर्क बदलने की सोच रहे हैं, तो पहले अपने एरिया में कवरेज जरूर जांच लें। इससे डाटा स्पीड, कॉल क्वॉलिटी और कनेक्टिविटी को लेकर बेहतर निर्णय ले पाएंगे। 3-6 महीने के लॉन्ग-टर्म रिचार्ज प्लान चुनने से पहले भी यह जानकारी मददगार हो सकती है।
सिम कार्ड्स को लेकर एक और बड़ा कदम
सरकार पुरानी सिम कार्ड्स को बदलने की योजना पर भी काम कर रही है। इसकी वजह यह है कि एक साइबर सिक्योरिटी रिपोर्ट में पाया गया कि कुछ सिम कार्ड्स के कम्पोनेंट्स चीन में बने हैं, जो सिक्योरिटी के लिहाज से चिंता का विषय है।